Panipat News साहित्य ही समाज का दर्पण : प्रो एस.डी. शर्मा

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Literature is the mirror of society
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पानीपत। आर्य कॉलेज के अंग्रजी विभाग व हरियाणा उच्त्तन शिक्षा निदेशालय, पंचकुला के संयुक्त तत्वावधान में एक दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन करवाया गया। संगोष्ठी में उपस्थित मुख्य वक्ताओं ने अंग्रेजी में भारतीय साहित्य दृष्टिकोण और रुझान विषय पर अपने विचार व शोध पत्र प्रस्तुत किए। संगोष्ठी में मुख्य वक्ता के तौर पर हिमाचल प्रदेश के शिमला विश्वविद्यालय के पूर्व में रहे कुलपति प्रो. एस.डी शर्मा ने शिरकत की, वहीं कुरूक्षेत्र विश्वविद्यालय,कुरूक्षेत्र के अंग्रेजी विभाग से प्रो. सुनीता सिरोहा, दिल्ली विश्वविद्यालय के अंग्रेजी विभाग से डॉ. अरूण गुलाटी, सोनीपत आईआईआईटी से डॉ. सैयद् गुफरान हाशमी और एमएन कॉलेज शाहबाद के प्राचार्य डॉ. अशोक कुमार ने विशिष्ठ वक्ता के तौर पर शिरकत की। प्रंबधक समिति के सदस्यों व कॉलेज प्राचार्य डॉ. जगदीश गुप्ता ने सभी अतिथियों का कॉलेज प्रांगण में पंहुचने पर पुष्पगुच्छ व पौधा दे कर स्वागत किया।

आर्य कॉलेज में “अंग्रेजी में भारतीय साहित्य: दृष्टिकोण और रुझान” विषय पर हुआ राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन

राष्ट्रीय संगोष्ठी के अवसर पर कॉलेज प्राचार्य डॉ. जगदीश गुप्ता ने कहा कि हरियाणा उच्त्तर शिक्षा निदेशालय के संयुक्त तत्वावधान में समय-समय पर कॉलेज प्रांगण में अलग-अलग विभागों द्वारा विभिन्न विषयों पर राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय कॉन्फ्रेस व संगोष्ठीयों का आयोजन किया जाता है। इन संगोष्ठीयों में प्राध्यापक व शोधार्थी दिए गए विषयों पर शोध पत्र प्रस्तुत करते हैं जिससे की इन विषयों पर भविष्य में नई खोज और अध्यन हो सके। उन्होंने संगोष्ठी के सफल आयोजन के लिए कॉलेज की उपाचार्या व अंग्रेजी विभाग की विभागाध्यक्षा डॉ. अनुराधा सिंह व संयोजक मीनल तालस समेत सभी स्टाफ सदस्यों को बधाई दी।

मुख्य वक्ता प्रो एसडी शर्मा ने शोधार्थियों को संबोधित करते हुए कहा की भारतीय इतिहास एवं पोरणिकवाद की महानता दिन प्रतिदिन बढ़ती ही जा रही है। आज हमारे देश का साहित्य विदेशों मे भी पढ़ाया जा रहा है। साथ ही उन्होंने अपने सम्बोधन मे यह भी कहा की साहित्य ही समाज का दर्पण होता है। साहित्य के बिना समाज की कल्पना नहीं की जा सकती। उन्होंने बताया की हमारी मातृभाषा ही हमारी पहचान है और साहित्य ही हमारे देश का गौरव है। प्रो सुनीता सिरोहा ने अपने सम्बोधन मे महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने की बात कही। डॉ वरुण गुलाटी और प्रो सईद गुफरान हाशमी ने अपने सम्बोधन मे बताया की अंग्रेजी साहित्य ने विभाजन के दौरान घटी घटनाओ को अंग्रेजी साहित्य ने ही समाज को अवगत करवाने का काम किया है। एम एन कॉलेज शाहबाद के प्राचार्य डॉ अशोक कुमार ने बताया की साहित्य ही वह विधा है जो राष्ट्र की दिशा और दशा को बदल सकता है। उन्होंने हिन्दी भाषा का वर्णन करते हुए बताया की हिन्दी हमारे देश का गौरव है और हम सभी को इसका सम्मान करना चाहिए।

कॉलेज की उपाचार्य व अंग्रेजी विभाग की विभागाध्यक्षा डॉ. अनुराधा सिंह ने कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिए अंग्रेजी विभाग के सभी स्टाफ सदस्यों को बधाई दी। उन्होंने कहा की राष्ट्रीय संगोष्ठी मे 120 शोधार्थियों ने शोध पत्र प्रस्तुत कर बहुत ही बखूबी से अंग्रेजी साहित्य का व्याख्यान किया। कार्यक्रम का मंच संचालन डॉ सोनिया सोनी ने किया।