पानीपत। दुनिया में हरेक पति-पत्नी अपने वैवाहिक जीवन को खुशहाल बनाना चाहते हैं, लेकिन वो यह नहीं जानते कि दाम्पत्य जीवन को खुशहाल बनाया कैसे जाता है। इस संदर्भ में युवाओं को वैवाहिक जीवन सुखी बनाने के लिए जिला करनाल बार एसोसिएशन के वरिष्ठ अधिवक्ता एवं सामाजिक कार्यकर्ता चौधरी शक्ति सिंह ने कुछ टिप्स बताते हुए कहा कि अहंकार, झूठ, दिखावा और लालच पति-पत्नी के पवित्र बंधन को तोड़ने के प्रमुख कारण होते हैं। पति-पत्नी का रिश्ता कच्चे धागे की तरह होता है, लेकिन इसमें प्यार गहरा हो तो इस रिश्ते की डोर को कोई नहीं तोड़ सकता।
रिश्ते में पारदर्शिता होनी चाहिए
विश्वास और भरोसा इस रिश्ते की नींव को मजबूत बनाता है। पति-पत्नी का रिश्ता तभी चल सकता है जब दोनों के बीच में आपसी लगाव, सम्मान व एक दूसरे के प्रति समर्पण का भाव होता है। दोनों के बीच कुछ छिपा नहीं होना चाहिए और रिश्ते में पारदर्शिता होनी चाहिए। शक्ति सिंह एडवोकेट ने कहा कि झूठ दीमक के समान होता है जो किसी भी रिश्ते की नींव को कमजोर कर देता है। पति-पत्नी के रिश्ते में झूठ और दिखावे की कोई जगह नहीं होनी चाहिए। बेवजह के विवादों को बढ़ावा नहीं देना चाहिए बल्कि उन्हें भुला देने में ही समझदारी होती है। रिश्ते को अच्छा बनाए रखने के लिए अपनी गलतियों को स्वीकार कर माफी मांगने और दूसरे की गलतियों को माफ करने में कभी कोई कंजूसी नहीं करनी चाहिए।
ईगो आने से किसी भी रिश्ते का विनाश होना तय
अच्छा रिश्ता वही होता है जिसमें पति-पत्नी एक दूसरे को अहमियत दें। शक्ति सिंह एडवोकेट ने कहा कि व्यक्ति के अंदर अहंकार यानि ईगो आने से किसी भी रिश्ते का विनाश होना तय होता है। पति-पत्नी को अपने रिश्ते में अहंकार को अपने से कोसों दूर रखना चाहिए। बुरे वक्त में एक दूसरे का साथ न छोड़ें बल्कि दूसरे की हिम्मत बनें। पति-पत्नी के रिश्ते में प्यार, विश्वास, सम्मान व रोमांस के साथ दोस्त की तरह अच्छी अंडरस्टैंडिंग होना भी जरूरी है। बिना किसी हिचकिचाहट के अपनी परेशानी को दूसरे के साथ शेयर करें। जब दोनों एक दूसरे की भावनाओं की कद्र करने लग जाते हैं तो उनका रिश्ता खुदबखुद संवरने लग जाता है।