- श्रद्धालुओं ने किए दर्शन, जगह-जगह यात्रा का हुआ भव्य स्वागत
आज समाज डिजिटल, पानीपत :
पानीपत। औद्योगिक और ऐतिहासिक नगरी पानीपत के राजा स्वयंभू श्री हनुमानजी महाराज नगर भ्रमण पर निकले। श्री हनुमानजी की अनोखी छटा एवं अनोखा स्वरूप देखकर विभिन्न जगहों पर हनुमानजी महाराज का भव्य स्वागत किया और दर्शनों के लिए जगह-जगह श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी रही।
प्रदेश का पहला स्वयंभू मंदिर
भव्य रथयात्रा भीमगोड़ा मंदिर से प्रारंभ होकर नगर के विभिन्न बाजारों से होती हुई देवी मंदिर में सम्पन्न हुई। पानीपत में श्री हनुमानजी का स्वयंभू मंदिर पूर्वियान घाटी में स्थित है। वहीं बुजुर्गों का दावा है यह प्रदेश का पहला स्वयंभू मंदिर है, इस मंदिर की सबसे बड़ी विशेषता शायद कम ही लोग जानते हैं, यहां पर आने वाले भक्तों को हर शनिवार मीठा पान प्रसाद के रूप में दिया जाता है, जो पान भक्तों को प्रसाद स्वरूप में दिए जाते हैं, उन्हें यहां आने वाले भक्ति अपहृत करके मन्नत मांगते हैं। यह सिलसिला कई वर्षों से जारी है। वहीं पुजारी का कहना है कि यहां पर हनुमानजी स्वयं प्रकट हैं और मंदिर जिस मोहल्ले में स्थित है, उसे पूर्वियान घाटी नाम से जाना जाता है।
रथ पर विराजमान करके पानीपत का भ्रमण कराया
पूर्वियान इसलिए पड़ा था, क्योंकि पुराने जमाने में टीले के ऐसे मुहाने पर थी, जिससे सूर्य में पानीपत की पहली किरण यहीं पर पड़ती थी। कहते हैं मराठाओं की सेना युद्ध पर जाने से पहले इस मंदिर के सामने खड़े होकर हनुमान जी को सैल्यूट करते थे, इसी प्राचीन मंदिर के स्वरूप को रथ पर विराजमान करके पानीपत के विभिन्न बाजारों का नगर भ्रमण कराया गया।
चांदी का भव्य छत्र किया अर्पित
यह यात्रा भीमगोड़ा मंदिर से प्रारंभ होकर सेठी चौक, अमर भवन चौक, पूर्बीयन घाटी, पचरंगा बाजार, चौड़ा बाजार, इंसार बाजार, सलारगंज गेट होते हुए देवी मंदिर में संपन्न हुई। इस बार भक्तों ने विशेष रूप से बाबा की भव्य रथ यात्रा का स्वागत का मन बनाया। कहीं बाबा को कोई छप्पन भोग का प्रसाद लगा रहा है, तो कहीं पर लोग विदेशों से फूल मंगवाकर श्री हनुमान जी की रथ यात्रा का भव्य स्वागत किया गया। वहीं मां शाकुंभरी सेवा मंडल द्वारा रथ यात्रा के दौरान श्री हनुमानजी के स्वरूप पर भव्य चांदी का रथ छत्र अर्पित किया गया।
चार प्राचीन मंदिरों की कमेटी ने किया स्वागत
किन्नर समाज बाबा की रथ यात्रा का भव्य रुप से स्वागत किया गया। वृंदावन ट्रस्ट द्वारा माखन और खिचड़ी का भोग बाबा को विशेष रूप से लगाया गया। वही श्याम रस सेवा समिति श्री बालाजी रथ यात्रा का न्यौछावर नोटों द्वारा किया गया। शहर के चार प्राचीन मंदिरों की कमेटी द्वारा विशेष रूप श्री हनुमानजी की रथयात्रा का स्वागत किया गया। जिसमें श्री देवी मंदिर समिति, श्री चुलकाना धाम मंदिर समिति, श्री जगन्नाथ मंदिर समिति एवं श्री दिगम्बर जैन मंदिर समिति मौजूद रही।
शहर में बनी जाम की स्थिति
यात्रा के शुरू होने के पश्चात सनौली रोड से लेकर जी.टी. रोड तक जाम की समस्या बनी रही। इतना ही नहीं जैसे ही यात्रा शहर के बाजारों में पहुंची, वहां भी जाम की समस्या उत्पन्न हो गई, जिससे बचने के लिए वाहन चालकों को गलियों एवं अन्य बाजारों का बाहर निकलने के लिए सहारा लेना पड़ा। वहीं जब तक यात्रा सम्पन्न नहीं हुई, तब बाजारों में जाम की समस्या ज्यो की त्यो बरकरार रही।
कर्मचारियों व सेवादारों ने रखा सफाई का ध्यान
वहीं यात्रा के दौरान जगह-जगह स्वागत करते हुए श्रद्धालुओं द्वारा प्रसाद वितरित किया गया। जिस दौरान शहर के बाजारों में सडक़ों पर ढोने-पत्तल बिखर जाने से कर्मचारियों ने भी अपना बखूबी फर्ज निभाते हुए तुरंत प्रभाव से बाजारों की सफाई की। उन्होंने ढोने पत्तल को उठाते हुए सड़कों पर भी झाडू लगाने का कार्य किया, ताकि बाजारों में सफाई को लेकर किसी को कोई परेशानी न हो। वहीं कर्मचारियों का साथ सेवादारों ने भी बढ़ चढकर दिया।