आज समाज डिजिटल, पानीपत :
पानीपत। जिले के एक गांव के रहने वाले जेबीटी टीचर सेक्सटॉर्शन गिरोह का शिकार हो गया। वॉट्सऐप कॉल पर एक महिला ने नग्न होकर अश्लील बातें की। महिला ने वीडियो बना ली और फिर पैसे मांगने शुरू कर दिए। पीड़ित ने रुपए देने से मना किया तो उनमें से एक ठग ने आईपीएस राकेश अस्थाना बनकर उसे धमकाया। पीड़ित से कहा गया कि केस खत्म करना चाहते हो तो पैसे दे दो। वह उनके झांसे में आ गया और कुल 6 लाख 95 हजार 500 रुपए उनके खातों में डलवा दिए। जब उससे और पैसों की डिमांड की गई तो उसे ठगी का अहसास हुआ। जिसके बाद उसने पुलिस काे शिकायत दी।
वीडियो को सोशल साइट, यूट्यूब और फेसबुक पर वायरल करने की धमकी
समालखा थाना पुलिस को दी शिकायत में सुनील कुमार ने बताया कि वह थाना क्षेत्र के एक गांव का रहने वाला है। वह जेबीटी टीचर है। 20 दिसंबर को उसके वॉट्सऐप पर एक वीडियो कॉल आई। उसने कॉल रिसीव की तो सामने एक नग्न लड़की बैठी हुई थी। उसने कुछ देर उसके साथ अश्लील बातें की। बातचीत के दौरान ही उसके वॉट्सऐप पर मैसेज आए। जिसमें धमकी दी थी तुम्हारी वीडियो को सोशल साइट, यूट्यूब और फेसबुक पर वायरल कर देंगे। जिस पर सुनील ने ऐसा न करने के बारे में कहा, तो उन्होंने रुपए की डिमांड की। जिस पर उसने रुपए देने से मना कर दिया। 22 दिसंबर को उसके मोबाइल फोन पर एक कॉल आई। कॉल करने वाले ने खुद को आईपीएस राकेश अस्थाना बताया। इतना ही नहीं, इस नंबर पर ट्रूकॉलर पर भी नाम आईपीएस राकेश अस्थाना लिखा हुआ था। साथ ही आईपीएस की फोटो भी लगी हुई थी।
रुपए डलवाने तक भी उसे इस गिरोह का संदेह नहीं हुआ
उसने पीड़ित को कहा कि तुम्हारे खिलाफ एक शिकायत मिली है। इससे अच्छा है कि तुम वीडियो डिलीट करवा लो। उसके बदले में वे जो भी रुपए मांगते हैं, उन्हें दे दो ताकि तुम्हारा बचाव हो सके। अगर ऐसा नहीं किया तो तुम्हारे खिलाफ कानूनी कार्रवाई होगी। सुनील उनकी बातों में आ गया और उनके कहने पर विभिन्न खातों में 7 बारी में कुल 6 लाख 95 हजार 500 रुपए डलवा दिए। सुनील का कहना है कि रुपए डलवाने तक भी उसे इस गिरोह का संदेह नहीं हुआ था। इसके बाद फिर कथित आईपीएस का फोन आया। उसने कहा कि महिला ने सुसाइड कर लिया है। उसके परिजन तुम्हारे ऊपर केस दर्ज करवाने की शिकायत दे रहे हैं। सुनील ने पूछा कि उसके परिजनों ने कहां शिकायत दी है। जिस पर कथित आईपीएस ने कहा कि जयपुर में दी है। इस मामले को भी रफा-दफा करने की एवज में ठगों ने रुपए की मांग की। उन्होंने खाता नंबर दिया तो वह मुंबई के एक बैंक का था। जिससे उसे शक हुआ और उसने सभी के नंबर ब्लॉक कर दिए।