Aaj Samaj (आज समाज),Bone Immersion After Death,पानीपत: जन सेवा दल के सभी सदस्य डेढ़ सौ श्रद्धालुओं को साथ लेकर अस्थि विसर्जन के लिए हरिद्वार की ओर गंगा मैया के जयकारे लगाते हुए रवाना हुए। रविवार सुबह 10 बजे हाथी पुल पर सभी संत और महंत और सभी श्रद्धालु सुबह हवन यज्ञ में शिरकत करेंगे। विधि पूर्वक सनातन धर्म की एक मर्यादा है, जब तक पूरण विधि मृत्यु उपरांत फूलों का विसर्जन नहीं किया जाता तब तक मोक्ष नहीं मिलता।
गंगा नदी में अस्थि विसर्जन करने से सभी पाप धूल जाते हैं
अस्थि विसर्जन पूरे विश्व में गंगा के जल जितना पवित्र और कुछ भी नहीं है। इसलिए मृत्यु के पश्चात आत्मा को पाप से मुक्त करने के लिए विसर्जन गंगा नदी में किया जाता है। गंगा नदी में अस्थि विसर्जन करने से सभी पाप धूल जाते हैं। मोक्ष प्राप्ति होती है। सचिव चमन गुलाटी ने एक शाम ठाकुर जी के नाम की सफलता के लिए सभी शहरवासी धार्मिक, सामाजिक संस्थाओं व राजनीतिक सभी श्रद्धालुओं का धन्यवाद किया। इस सेवा के कार्य में प्रधान कृष्ण मनचंदा, दशहरा कमेटी के प्रधान भीम सचदेवा, सुभाष गुलाटी, सुभाष बटला और जन सेवा दल की पूरी टीम तन मन से सहयोग किया।