आज समाज डिजिटल, पानीपत :
पानीपत। नवीन जयहिंद को जेल में डालने के बाद अब सरकार गड़े मुर्दे उखाड़ने का काम कर रही है। जयहिंद के खिलाफ साल 2018 में नशे के खिलाफ हरिद्वार से रोहतक तक कावंड़ यात्रा लाने पर मुकदमा दर्ज किया था। जिसके बाद जयहिंद ने तत्कालीन एसपी के समक्ष यात्रा के काफिले में शामिल सभी गाड़ियों के दस्तावेज पेश किए थे, लेकिन इस सरकार ने फिर से उस मामले को जिन्दा कर जयहिंद की पानीपत कोर्ट में पेशी करा दी। नवीन जयहिंद ने गाड़ी का नंबर ट्रांसफर करने समेत सभी दस्तावेज पानीपत के तत्कालीन पुलिस अधीक्षक के समक्ष पेश भी कर दिए थे, लेकिन पानीपत पुलिस ने नवीन जयहिंद समेत पांच अन्यों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 186, 332, 353, 417,420, 468, 471 के तहत मामला दर्ज किया था। नवीन जयहिंद को सोमवार को इसी मामले में पानीपत कोर्ट में पेश किया गया।
नहीं थमेगी बेरोजगारी के खिलाफ लड़ाई
जयहिंद के खिलाफ सरकार भले ही कितने मुकदमे क्यों ना दर्ज करा ले लेकिन जयहिंद की युवाओ बेरोजगारों के हितो की ये लड़ाई अब थमने का नाम नहीं लेगी। युवा बेरोजागरों की आवाज उठाने के चलते जयहिंद को सलाखों के पीछे पहुंचा दिया गया, लेकिन अब युवा बेरोजगार ही सड़कों पर उतर कर जयहिंद के समर्थन में आवाज उठा रहे है।
डरी हुई है सरकार और मुख्यमंत्री
जय हिंद के खिलाफ एक के बाद एक मुकदमे खोले जा रहे है जिससे साफ़ है की सरकार भय में है, जयहिंद को पूर्ण जनसमर्थन है। युवा बेरोजगारों के हित की आवाज उठाने वाले जयहिंद को पहले पीजीआई वाले मामले में जेल भेजा गया। उसके बाद सिंचाई विभाग वाले मामले को उठाया गया और अब पानीपत में उनकी पेशी से इस सरकार की मंशा साफ़ जाहिर होती है।
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