आज समाज डिजिटल, पानीपत :
पानीपत। आर्य वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय के प्रांगण में आर्य समाज सुधारक और प्रेरक स्वामी बलदेव की पुण्यतिथि और महाराणा प्रताप राणा की जयंती पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस मौके पर आर्य प्रतिनिधि सभा रोहतक से आर्य समाज प्रचारक रामनिवास आर्य का विद्यालय प्रांगण में पहुंचने पर विद्यालय की प्रबंधक समिति के प्रधान कुलदीप देशवाल, प्रिंसिपल मनीष घनघस, प्रबन्धक रामपाल जागलान ने स्वागत किया। धर्म प्रचारक रामनिवास ने भजनों के माध्यम से दर्शकों को भाव विभोर कर दिया। उन्होंने बताया कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य बच्चों के अंदर नैतिक विकास करना है।
बच्चों को नैतिक मूल्यों के बारे में प्रेरित किया
इस दौरान रामनिवास ने बच्चों को कार्यक्रम में अपने अद्भुत भाषण के द्वारा बच्चों को अपने नैतिक मूल्यों के बारे में प्रेरित किया और आर्य समाज का योगदान जिस तरह इतिहास में रहा है उसका गुणगान किया और बच्चों को प्रेरित किया कि असली पढ़ाई के साथ-साथ सामाजिक और नैतिक मूल्यों का विकास होना बहुत जरूरी है। इसलिए सत्यार्थ प्रकाश और जो वैदिक धर्म है उसके बारे में हर बच्चे को जानकारी होनी चाहिए। प्रधान कुलदीप देशवाल ने कहा कि महर्षि स्वामी दयानंद सरस्वती ने आर्य समाज की स्थापना करके आर्य को पुन: गाय की रक्षा के लिए प्रेरित किया और गोकरुणानिधि नामक ग्रन्थ लिख दिया और कहा वेद में गाय को अधन्या कहा है। इसलिए गौहत्या नहीं होनी चाहिए।
आचार्य बलदेव महाराज ने अपने जीवन को गौरक्षा में समर्पित कर दिया
इसी परंपरा का निर्वहन करते हुए आचार्य बलदेव महाराज ने हरियाणा प्रदेश में गाय की दुर्दशा व उसकी हत्या के बारे में सोचते हुए अपने जीवन को गौरक्षा में समर्पित कर दिया और गौ रक्षा सेना बनाकर हरियाणा प्रान्त में गोशालाओं व गौरक्षा का अभियान शुरू कर दिया। वर्ष 1990 में गौहत्या की ऐसी दशा को देखते हुए पूरे प्रान्त में गोरक्षा की मुहिम शुरू कर दी और 2011 तक कई गोशालाएं खोली तथा गोरक्षा सेना की अनेक टीमें गठित करके प्रदेश के कई क्षेत्र में गोरक्षा की मुहिम चलाकर एक आदर्श स्थापित किया। समारोह को प्राचार्य मनीष घनघस, प्रबंधक रामपाल जागलान ने भी सम्बोधित किया। इस अवसर पर समस्त स्टाफ उपस्थित रहे।