आज समाज डिजिटल, पानीपत :
पानीपत। आर्य बाल भारती पब्लिक स्कूल परिसर में अंतर्राष्ट्रीय गणित दिवस समारोह का आयोजन किया गया। समारोह के मुख्य अतिथि स्कूल प्रबंधक समिति के मैनेजर राजेंद्र जागलान रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता कोषाध्यक्ष आर्य मेहताब सिंह मलिक ने की। इस अवसर पर प्राचार्या रेखा शर्मा ने सभी का स्वागत किया और उप प्राचार्य आचार्य राजकुमार शर्मा ने सभी का आभार व्यक्त किया और इस कार्यक्रम के बारे में विस्तार से जानकारी भी दी। इससे पूर्व वैदिक यज्ञ किया गया और शांति पाठ के साथ ही यह समारोह संपन्न हो गया।
नए शिक्षा सत्र से बदलाव लोगों को स्पष्ट नजर आएगा
जानकारी देते हुए प्रबंधक समिति के प्रधान आर्य रणदीप कादियान ने बताया कि आगामी शिक्षा सत्र से विद्यालय के जो छात्र आठवीं दसवीं और बारहवीं में गणित विषय में सबसे अधिक नंबर प्राप्त करेंगे। उन्हें विद्यालय की ओर से प्रतिवर्ष अंतर्राष्ट्रीय गणित दिवस पर सम्मानित किया जाएगा। इसी के साथ साथ उन अध्यापकों को भी सम्मानित किया जाएगा। जिनका गणित विषय का परीक्षा परिणाम बेहतर रहेगा। उन्होंने यह भी बताया कि इस समय आर्य बाल भारती स्कूल में आमूल चूल परिवर्तन किए गए हैं और नए शिक्षा सत्र से यह बदलाव लोगों को स्पष्ट नजर आएगा।
गणित विज्ञान का आधार
प्रबंधक आर्य राजेंद्र जागलान ने कहा कि भारत ने ही अथर्ववेद के माध्यम से सारे विश्व को गणित का ज्ञान दिया। यही नहीं आचार्य चाणक्य ने गणित ज्ञान को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। श्रीनिवास रामानुजाचार्य ने भी गणित में नए-नए आविष्कार करके विश्व को चकित किया। इन्हीं के नाम पर प्रतिवर्ष दिसंबर मास में राष्ट्रीय गणित दिवस मनाया जाता है और अंतर्राष्ट्रीय गणित दिवस चार्ल्स फास्ट गणित आचार्य की याद में मनाया जाता है। उन्होंने कहा कि गणित विज्ञान का आधार है और विज्ञान विकास का आधार है और विकास ही सुखी जीवन का आधार होता है। इसलिए अध्यापकों अभिभावकों और छात्रों को गणित विज्ञान और संस्कृत जैसे विषयों पर और अधिक ध्यान देना चाहिए, ताकि देश को वैदिक संस्कृति पर आधारित उच्च कोटि के गणितज्ञ प्राप्त हो सकें।
युवाओं को वैदिक संस्कारों की अत्यधिक आवश्यकता
इस अवसर पर विद्यालय की प्राचार्या रेखा शर्मा ने कहा कि आगामी शिक्षा सत्र से इस विद्यालय में गणित फिजिक्स कैमिस्ट्री और संस्कृत विषय की अतिरिक्त कक्षा लगाकर छात्रों को इन विषयों में माहिर बनाने का कार्य किया जाएगा। इस अभियान को सफल बनाने में जो अध्यापक विशेष सहयोग देंगे, उन्हें स्कूल की ओर से महत्वपूर्ण अवसरों पर सम्मानित भी किया जाएगा। उप प्राचार्य आचार्य राजकुमार शर्मा ने कहा कि विश्व इस समय जिस तेजी से विकास की ओर बढ़ रहा है। उसी रफ्तार से नैतिक मूल्यों का ह्रास हो रहा है। प्रतिदिन अखबारों में अनेक दुखद आपराधिक घटनाएं प्रकाशित होती है। ऐसे समय में युवाओं को वैदिक संस्कारों की अत्यधिक आवश्यकता है।
छात्रों को उच्च कोटि के संस्कार देने का कार्य भी तेजी से चल रहा है
इस अवसर पर कोषाध्यक्ष आर्य मेहताब मलिक ने कहा कि अपराध सरकारों से नहीं संस्कारों से समाप्त होते हैं और उन्हें खुशी है कि अब सभी आर्य शिक्षण संस्थाओं में शिक्षा के साथ-साथ छात्रों को उच्च कोटि के संस्कार देने का कार्य भी तेजी से चल रहा है। उन्होंने प्रबुद्ध नागरिकों से अनुरोध किया कि यदि वे अपने बच्चों को विद्वान् के साथ-साथ संस्कारवान् भी बनाना चाहते हैं तो आर्य शिक्षण संस्थाओं में प्रवेश दिला कर अच्छे नागरिक बनाने का कार्य कर सकते हैं। इस अवसर पर सुजाता, गीता, योगेश, शान्तनु, तरुण आदि मौजूद रहे।