पानीपत। डॉ एमकेके आर्य मॉडल स्कूल पानीपत में मंगलवार को कक्षा प्रथम ‘बी’ के विद्यार्थियों ने ‘आत्मअनुशासन’ विषय पर विभिन्न क्रियाकलापों द्वारा अपनी- अपनी भूमिका निभाई। इस कार्यक्रम के आयोजन में आरती ने अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया। मंच संचालन शौर्य और रियांश द्वारा किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ प्रार्थना की मधुर गूंज से किया गया, जिसने वातावरण को पवित्र बना दिया। इसके उपरांत हरनूर, अधिराज, देवांश, नमन, प्रियांश आदित्य राना, शौर्य और जियांश ने अपने भाषणों में बताया कि हम सभी के जीवन में अनुशासन सबसे महत्वपूर्ण है।
अनुशासन के बिना सुखी जीवन जीना मुश्किल
अनुशासन के बिना सुखी जीवन जीना मुश्किल है। अनुशासन ही हमें सही रास्ते पर ले जाता है। सभी कार्यों के लिए अनुशासन अत्यधिक मूल्यवान है। यह शांतिपूर्ण और खुशहाल जीवन जीने की सबसे बड़ी जरूरत है। यह जीवन के कार्यों को आसान बनाता है। अनुशासन हम सभी को बहुत से शानदार अवसर देता है। इसके उपरांत आरोही, अवनी, हितांश,नमन, यशवी, यक्ष, वंश, युग, अधिराज, सक्षम, पंथ, पाखी, पीहू, सानवी अभिराज, मनस्वी, शिवांश, तश्विन, भविष्य और आदित्य ने अपनी कविताओं की प्रस्तुतियों के माध्यम से बताया कि आत्मानुशासन का अर्थ है आत्म नियंत्रण, जो आपको आंतरिक शक्ति और खुद को नियंत्रित करने का एक तरीका, कार्य और प्रतिक्रिया देता है।
सभी वर्गों के विद्यार्थियों ने उत्साह पूर्वक भाग लिया
यह सफलता प्राप्त करने के लिए सबसे महत्वपूर्ण और उपयोगी कौशल में से एक है। कक्षा के विद्यार्थियों द्वारा विषय से संबंधित सामूहिक गान व नृत्य की सुंदर प्रस्तुति दी गई। जो सभी को रोमांचित करने वाली थी। अंत में बच्चों द्वारा प्रस्तुत प्रश्नोत्तरी ज्ञानवर्धक रही, जिसमें कक्षा के सभी वर्गों के विद्यार्थियों ने उत्साह पूर्वक भाग लिया। इस कार्यक्रम में विद्यालय के निदेशक रोशन लाल सैनी, प्रधानाचार्य मधुप परासर, शैक्षिक सलाहकार मंजू सेतिया, मीरा मारवाह ने विद्यालय के विद्यार्थियों को प्रोत्साहित करते हुए संदेश दिया कि ‘एक छात्र देश का भविष्य होता है ‘छात्र वह है जिसको आगे जाकर देश की जिम्मेदारी लेनी है।