आज समाज डिजिटल, पानीपत :
पानीपत। शहर की देशराज कॉलोनी में दशहरे वाली रात्रि को गोलियां मारकर डेयरी संचालक दिनेश गुर्जर (38) की हत्या कर दी गई थी। परिजनों में लगातार रोष है है वारदात के 10 दिन बीत जाने के बाद भी इस मामले में एक भी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। शुक्रवार को मृतक दिनेश के परिजन व कॉलोनी वासी एकत्रित होकर लघु सचिवालय स्थित एसपी कार्यालय पहुंचे और पुलिस प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। एसपी कार्यालय में नहीं थे, तो परिजन सचिवालय परिसर में ही धरने पर बैठ गए।
एसपी ने आश्वासन देकर लोगों को संतुष्ट किया
कुछ देर बाद डीएसपी मुख्यालय धर्मबीर खर्ब वहां पहुंचे और परिजनों को आश्वासन देने लगे, लेकिन डीएसपी के आश्वासन पर लोग संतुष्ट नहीं हुए। लोगों की मांग थी कि सभी आरोपी जल्द गिरफ्तार हो। साथ ही केस सीआईए में ट्रांसफर किया जाए। वही शाम करीब 4 बजे एसपी शशांक कुमार कार्यालय पहुंचे। उन्होंने परिवार के 5 लोगों को कार्यालय में बुलाया। उनकी बात सुनी और कार्यालय में ही एसएचओ और डीएसपी को बुला लिया। सभी बातें आमने-सामने कर उचित आश्वासन देकर लोगों को संतुष्ट किया।
ये हैं परिजनों के आरोप
– दर्ज एफआईआर में नामजद आरोपी अभी भी सरेआम खुले घूम रहे हैं, पुलिस उन्हें गिरफ्तार नहीं कर रही है।
– तहसील कैंप थाने में गिरफ्तार किए गए आरोपियों को दूध पिलाया जा रहा है।
– परिवार के लोगों ने अपने रिस्क पर आरोपियों को पकड़वाया, मगर पुलिस ने वे छोड़ दिए।
– आरोपी, परिवार के लोगों को वॉट्सऐप कॉल कर धमकियां दे रहे हैं, पुलिस उन पर कोई कार्रवाई नहीं कर रही है।
ये है मामला
तहसील कैंप थाना पुलिस को दी शिकायत में जोगेंद्र ने बताया कि वह देशराज कॉलोनी का रहने वाला है। उसकी कॉलोनी में भैंसों की डेयरी है। करीब 1 साल पहले उसकी प्रवीन के साथ किसी बात को लेकर कहासुनी हो गई थी। इसी बात की रंजिश रखते हुए प्रवीन व इसका सगा भाई चिंटू, इनका पिता सुनील, राकेश, मिंटू, साधू, भोलू, सोनू, सोनू का सगा भाई टिंकू, संदीप व चार-पांच अन्य व्यक्ति बुधवार की रात करीब 12:15 बजे घर में घुस गए। जहां उसके पति सुखीबर एक कमरे में सो रहे थे। उन्होंने वहां आते ही उनके साथ मारपीट करनी शुरू कर दी।
मृतक तीन बच्चों का पिता था
इस बात की शिकायत लेकर जोगेंद्र, बिजेंद्र, मोनू पंडित और दिनेश (38), सुखबीर को साथ लेकर प्रवीन उर्फ बारु निवासी देसराज कॉलोनी के घर के गए। गली में पहुंचते ही उनके परिवार की महिलाओं ने उन पर छतों से ईंटें मारनी शुरू कर दी। पीड़ित पक्ष अपना बचाव करते हुए वापस आने लगे तो प्रवीन उर्फ बारु ने अपनी डोगा बंदूक से उनकी तरफ गोली चला दी व साधु ने देसी कट्टा से कई फायर किए। जिसमें से एक गोली उसके भाई दिनेश की छाती व कंधों पर जा लगी। इसके बाद परिवार के लोग दिनेश को तुरंत सरकारी अस्पताल ले कर पहुंचे, जहां चेकअप के दौरान डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मृतक तीन बच्चों का पिता था। जिसमें दो बेटियां व एक बेटा है।