पानीपत। डॉ. एमकेके आर्य मॉडल स्कूल में गुरुवार को कक्षा बारहवीं बी के विद्यार्थियों द्वारा वैश्वीकरण मानवता के लिए लाभप्रद है या हानिकारक? विषय पर ज्ञानवर्धक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में विद्यार्थियों का मार्गदर्शन कक्षा अध्यापिका मीनाक्षी द्वारा किया गया। कार्यक्रम का आरंभ प्रार्थना और गायत्री मंत्र द्वारा हुआ। सर्वप्रथम आदित्य रहेजा द्वारा ताजा घटनाओं के समाचार प्रस्तुत किए गए।
वैश्वीकरण का शाब्दिक अर्थ स्थानीय या क्षेत्रीय वस्तुओं या घटनाओं के विश्व स्तर पर रूपांतरण की प्रक्रिया
कक्षा के छात्र प्रीतनाम, मयंक, जयंत, कोमल, मन्नत ने इस विषय पर विचार प्रस्तुत करते हुए कहा कि वैश्वीकरण का शाब्दिक अर्थ स्थानीय या क्षेत्रीय वस्तुओं या घटनाओं के विश्व स्तर पर रूपांतरण की प्रक्रिया है। इसे एक ऐसी प्रक्रिया का वर्णन करने के लिए भी प्रयुक्त किया जा सकता है जिसके द्वारा पूरे विश्व के लोग मिलकर एक समाज बनाते हैं तथा एक साथ कार्य करते हैं। यह प्रक्रिया आर्थिक, तकनीकी, सामाजिक और राजनीतिक ताकतों का एक संयोजन है।
बेरोजगारी का एक बड़ा कारण बन गया
कक्षा की छात्रा वंशिका नारंग, वंशिका, उर्वी, कशिश, दीक्षा, राधिका, अंशिका, नीरज, आयुष, भव्य गोय ने कहा कि वैश्वीकरण का उपयोग आर्थिक वैश्वीकरण के सन्दर्भ में किया जाता है, अर्थात व्यापार, विदेशी प्रत्यक्ष निवेश, पूँजी प्रवाह, प्रवास और प्रौद्योगिकी के प्रसार के माध्यम से राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था का अन्तरराष्ट्रीय अर्थव्यवस्थाओं में एकीकरण। वैश्वीकरण ने नौकरी और व्यवसाय के मामले में कई नए अवसर पैदा किए हैं, लेकिन दूसरी ओर यह बेरोजगारी का एक बड़ा कारण बन गया है। जब कोई देश अपनी सेवाओं को बाहय स्त्रोत करता है, तो वह अपने नागरिकों से अवसर लेता है और दूसरे देश के लोगों को अधिक लाभ अर्जित करने के लिए देता है। वैश्वीकरण के कारण अब ऐसा ही हो रहा है।
ज्ञानवर्धक लघु नाटिका का प्रस्तुतीकरण किया
कक्षा के विद्यार्थियो ने विषय से संबंधित एक ज्ञानवर्धक लघु नाटिका का प्रस्तुतीकरण किया गया। छात्रा चारवी और पायल ने विषय के महत्वपूर्ण तथ्यों पर चलचित्र प्रस्तुत किया। ऋतुराज,पायल ,पलक ने हिंदी व अंग्रेजी भाषाओं की कविताओं द्वारा सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। कक्षा के छात्र व छात्राओं द्वारा विषय से संबंधित सामूहिक गीत व नृत्य प्रस्तुत कर सभी का मन मोह लिया। विषय से संबंधित प्रश्नोत्तरी में सभी छात्रों ने भाग लिया।
बच्चों की रचनात्मकता और ज्ञानवर्धक प्रस्तुति की प्रशंसा की
इस अवसर पर विद्यालय के निर्देशक रोशन लाल सैनी ने कहा कि वैश्वीकरण या भूमंडलीकरण वह प्रक्रिया है, जिसकी सहायता से व्यवसायी अपने व्यवसाय को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पहुँचाते हैं। इससे व्यवसाय एक देश से बढ़कर कई देशों तक पहुँचता है अर्थात दूसरे देशों तक व्यवसायों का विकसित होना जिससे उस व्यवसाय को प्रदर्शन में अंतर्राष्ट्रीय तकनीक का फायदा मिले। विद्यालय के प्रधानाचार्य मधुप परासर, विद्यालय की शैक्षिक सलाहकार मंजू सेतिया ने बच्चों की रचनात्मकता और ज्ञानवर्धक प्रस्तुति की प्रशंसा की।