Panipat News मॉरीशस संस्मरण : इस देश में आर्य समाज को मानने वाले लोगों की संख्या सर्वाधिक : रणदीप आर्य

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Highest number of people following Arya Samaj
पानीपत। क्षेत्रफल और जनसंख्या के मामले में मॉरीशस भले ही छोटा देश हो, लेकिन प्राकृतिक सुंदरता की दृष्टि से यह देश अन्य से अधिक सुंदर है। किसी भी देश की आर्थिक तरक्की के लिए कृषि विकास और कार्यकुशलता अनिवार्य शर्त है। मॉरीशस में 80 प्रतिशत लोग भारतीय मूल के हैं और इनमें 75 प्रतिशत हिंदू सनातन वैदिक धर्म से संबंध रखते हैं। यही नहीं इस देश में आर्य समाज को मानने वाले लोगों की संख्या सर्वाधिक है। यहां पर आर्य समाज की 800 संस्थाएं काम करती हैं।
यूं तो मॉरीशस में फ़्रांस मूल की क्रियोल भाषा सबसे ज्यादा बोली जाती है, लेकिन हिंदी और भोजपुरी बोलने वाले लोग भी बहुतायत में मिल जाते हैं। देशभक्ति और राष्ट्रवाद की भावना वहां के लोगों में भी कूट-कूटकर भरी है। मॉरीशस में आर्य समाज मॉरीशस के निमंत्रण पर आर्य बाल भारती स्कूल के प्रधान एडवोकेट रणदीप कादियान के नेतृत्व में एक प्रतिनिधि मंडल मॉरीशस की राजधानी पोर्ट लुईस का दौरा कर शुक्रवार को भारत वापस पहुंचा। उनके आने पर आर्य बाल भारती स्कूल प्रबंधन समिति की ओर से इस प्रतिनिधि मंडल का भव्य स्वागत किया गया। यह जानकारी प्राचार्य सत्यवान मलिक ने दी।
इस अवसर पर विद्यालय के प्रधान रणदीप आर्य ने मॉरीशस यात्रा के संस्मरण साझा करते हुए बताया कि मॉरीशस में भारतीयों का अत्यधिक सम्मान किया जाता है। उन्होंने बताया कि इस पांच दिवसीय दौरे के दौरान मॉरीशस के राष्ट्रपति पृथ्वीराज सिंह और वित्त मंत्री सुनील दत्त भोला से भी उनकी मुलाकात हुई। उन्होंने बताया कि वह मॉरीशस की प्राकृतिक सुंदरता, वहां की कृषि व्यवस्था, राष्ट्रपति एवं वित्त मंत्री द्वारा किए गए स्वागत से अत्यधिक प्रभावित हुए हैं। उन्होंने बताया कि जब से राष्ट्रपति  पृथ्वीराज सिंह और प्रधानमंत्री प्रविंद जगन्नाथ की सरकार आई है तब से मॉरीशस ने सभी क्षेत्रों में तेजी से विकास किया है।
उन्होंने बताया कि वहां के लोगों का मुख्य व्यवसाय कृषि और पशुपालन है और गन्ना वहां की मुख्य फसल है। धान और सब्जियों का उत्पादन भी मॉरीशस में खूब होता है। रणदीप कादियान ने खेती में रासायनिक खादों और कीटनाशकों के इस्तेमाल को कम करने की सलाह देते हुए कहा कि मॉरीशस में भी जीरो बजट प्राकृतिक खेती को अपनाना चाहिए और इसके लिए हरियाणा के गुरुकुल कुरुक्षेत्र से प्रशिक्षण लेना चाहिए| इस पर राष्ट्रपति पृथ्वीराज सिंह ने कहा कि भारत सरकार से विचार विमर्श कर एक प्रतिनिधिमंडल कृषि कार्यों के प्रशिक्षण के लिए भारत भेजा जाएगा।
रणदीप आर्य ने बताया कि उन्होंने मॉरीशस के राष्ट्रपति और वित्त मंत्री को भारत आने का निमंत्रण दिया, जिसे उन्होंने सहर्ष स्वीकार कर लिया। उन्होंने कहा कि मॉरीशस में वेदों और वैदिक धर्म के मानने वालों की संख्या बड़े पैमाने पर है, लेकिन मूर्ति पूजा का प्रचलन भी वहां देखा गया है। ऐसे समय में मॉरीशस सहित उन सभी देशों में आर्य समाज के माध्यम से वैदिक धर्म का और अधिक प्रचार प्रसार होना चाहिए। इस कार्य को सफल बनाने वह स्वयं और हरियाणा आर्य प्रतिनिधि सभा भी मॉरिशस का पूर्ण सहयोग किया जाएगा| कार्यक्रम में कोषाध्यक्ष मेहताब मलिक, आर्य समाज के जिला मीडिया प्रभारी ओम दत्त आर्य, डॉ. कांता चहल, मोनिका डावर, आशा अरोड़ा और डीपी जगदीश चहल भी मौजूद रहे।