Haryana-UP Border Dispute : भारी पुलिस बल के बीच किसानों ने गेहूं की फसल की कटाई कंबाइन मशीन से कराई
Panipat News/Haryana-UP Border Dispute
आज समाज डिजिटल, पानीपत :
Haryana-UP Border Dispute : बापौली खंड के गांव संजौली व खोजकीपुर और यूपी के गांव टांडा के बीच चल रहे सीमा विवाद को लेकर शुक्रवार को समालखा एसडीएम अमित कुमार के नेतृत्व में भारी पुलिस बल के बीच किसानों ने गेहूं की फसल की कटाई कंबाइन मशीन से कराई। वहीं यूपी के टांडा गांव के किसानों ने गेहूं की फसल की कटाई भनक लगते ही भारी संख्या में पहुंचकर आपत्ति जताई। उसके बावजूद हरियाणा के प्रशासनिक अधिकारी बापौली तहसीलदार जगदीश चंद्र व नायब तहसीलदार कैलाश चंद ने कानूनगो नरेश , राजेश और पटवारियों के सहयोग से रिकॉर्ड आदि दिखा कर अपना हक जताया।
यह भूमि सीमा विवाद पिछले काफी समय से चल रहा है
इस दौरान किसान पूर्व सरपंच खोजकीपुर इलम सिंह व पूर्व सरपंच संजौली पप्पू सहित अनेक किसानों ने बताया कि यह भूमि सीमा विवाद पिछले काफी समय से चल रहा है। इस करीब सैकड़ों एकड़ भूमि पर उनका कब्जा है। वहीं इस भूमि पर काबिज होने के नाते बिजाई व कटाई करते हैं, लेकिन यमुना नदी की धारा बार-बार बदलने से विवाद होता है। रिकॉर्ड के मुताबिक वह इस भूमि के मालिक है। वहीं किसानों की न्याय दिलाने की गुहार पर समालखा से विधायक धर्म सिंह छौक्कर भी मौके पर पहुंचे और प्रशासनिक अधिकारियों को किसानों के खून पसीने की उगाई गई फसल को कटवाने के लिए भरपूर सहयोग करने की बात कही।
हर बार फसल कटाई के समय दोनों प्रदेश के दर्जनों गांवों के बीच खूनी संघर्ष तक होता है
छौक्कर ने किसानों का हौसला बढ़ाते हुए कहा कि वह किसी प्रकार की चिंता ना करें वह इस जमीन में उगाई गई फसल के हकदार हैं तथा फसल उन्हीं की रहेगी। बता दें कि ऐसा पहली बार नहीं हो रहा है कि यूपी व हरियाणा के यमुना नदी के साथ लगते गांवों के किसान आमने-सामने हों बल्कि हर बार फसल कटाई के समय दोनों प्रदेश के दर्जनों गांवों के किसानों के बीच खूनी संघर्ष तक होता है। दोनों तरफ के सैकड़ों किसानों के खिलाफ थानों में मामले दर्ज हैं। यहां तक की कई मामले अदालत में भी विचाराधीन हैं। अनेकों बार यूपी व हरियाणा के प्रशासनिक अधिकारियों की बैठक भी हो चुकी हैं पर स्थाई समाधान अब तक नहीं निकल पाया।
फोटो फाइल 8 पीएनपी 12- हरियाणा के किसानों की फसल कटवाने के लिए पहुंचे अधिकारी व कंबाइन और किसान। (पंकेस)