आज समाज डिजिटल, Panipat News :
पानीपत। रिफाइनरी टाउनशिप स्थित शिव मंदिर में मंगलवार को हरतालिका तीज पर्व बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया गया, जिसमें महिलाओं ने अपने पति की लंबी आयु के लिए व्रत रखकर भगवान शिव और माता पार्वती की पूजार्चना की।
प्रीति, निधि, रश्मि, रेखा, मीनू, श्वेता और कंचन आदि व्रत रखने वाली महिलाओं ने बताया कि हरतालिका तीज को संकल्प शक्ति का प्रतीक और अखंड सौभाग्य की कामना का पावन व्रत माना जाता है। हरतालिका तीज का व्रत निर्जला किया जाता है।
इस दिन भगवान शिव और देवी पार्वती का पुनर्मिलन हुआ था
उन्होंने बताया कि इस व्रत को महिलाओं के साथ-साथ लड़कियां भी कर सकती है। हरतालिका तीज का व्रत सबसे कठिन व्रत माना जाता है। इस दिन भगवान शंकर की पूजा फुलेरा से की जाती है। हिंदू धर्म में हरतालिका तीज का बहुत बड़ा महत्व है और भाद्रपद के शुक्ल पक्ष की तृतीया को हरियाली तीज मनाई जाती है। उन्होंने बताया कि पौराणिक मान्यतों के अनुसार इस दिन भगवान शिव और देवी पार्वती का पुनर्मिलन हुआ था। हरतालिका तीज उत्तर भारत में उत्तर प्रदेश के पूर्वांचल और बिहार में अधिक मनाया जाता है। इस दिन महिलाएं मेहंदी लगाती हैं और झूला झूलती हैं।