पौधारोपण व वितरण अभियान जोरों पर – वनविभाग ने बांटे 30 हजार पौधे
Panipat News/Forest department distributed 30 thousand plants
तीन स्कीमों के तहत वन विभाग द्वारा 1 लाख 28 हजार पौधे वितरित करने और लगाने हैं
आज समाज डिजिटल, Panipat News :
पानीपत। बरसात को मौसम चल रहा है और इसमें पौधे आसानी से बढ़ते हैं। इसी को देखते हुए वन विभाग द्वारा विभिन्न स्कीमों के तहत करीब 1 लाख 28 हजार पौधे वितरित किए जाने हैं। साथ ही शहरी पौधारोपण कार्यक्रम भी चलाया जा रहा है। विभाग द्वारा छायादार, फलदार, सजावटी पौधे लगाए और वितरित किए जा रहे हैं। उल्लेखनीय है हर वर्ष वन विभाग द्वारा बरसाती मौसम में पौधारोपण अभियान चलाया जाता है। जिसके तहत शहरी व ग्रामीण आंचल में पौधारोपण करने के साथ ही आमजन को भी पौधे वितरित किए जाते हैं। लोगों को पौधारोपण के प्रति जागरूक किया जाता है।
करीब 1250 पौधे नगरपालिका क्षेत्र में स्कीम के अतिरिक्त लगाए जाए रहे हैं
इसी के अंतर्गत इस बार तीन योजनाओं के तहत करीब 1 लाख 28 हजार पौधे वितरित और लगाए जाएंगे। जिसमें पौधागिरी स्कीम के तहत 38 हजार, जलशक्ति अभियान के तहत 40 हजार और फ्री सप्लाई के तहत 50 हजार पौधे विभाग द्वारा देने और लगाने का कार्य किया जा रहा है। विभाग द्वारा अभी तक 30 हजार के करीब पौधे बांटे भी गए हैं। इनमें फलदार, छायादार और सजावटी पौधे शामिल हैं। वहीं शहरी पौधारोपण अभियान भी चल रहा है। जिसके अंतर्गत करीब 1250 पौधे नगरपालिका क्षेत्र में उपरोक्त स्कीम के अतिरिक्त लगाए जाए रहे हैं।
ट्री- गार्ड नहीं होना बना समस्या
वन विभाग जोरशोर से पौधारोपण अभियान तो शुरू करता है। लेकिन ट्री- गार्ड के अभाव में समस्या पिछले कई वर्षों से सामने आ रही है। लोगों का कहना है कि पौधारोपण के बाद उनकी सुरक्षा के लिए ट्री-गार्ड जरूरी हैं। विभाग के पास ट्री-गार्ड नहीं होने के कारण कई गैर सरकारी संस्थाएं इसके लिए आगे आ रही हैं।
विभाग द्वारा भी निर्धारित जगहों पर पौधारोपण किया जा रहा है
वहीं इस बारे में रेंज ऑफिसर वीरेन्द्र कुमार ने बताया कि अभी तक तीस हजार के करीब पौधे बांटे गए हैं। साथ ही विभाग द्वारा भी निर्धारित जगहों पर पौधारोपण किया जा रहा है। ट्री-गार्ड की समस्या है इसलिए वहां पर ईंटों से पौधों बाउंड्री कर सुरक्षा की जा रही है। ऐसी जगह जहां पर पौधों को पशुओं से नुकसान हो सकता है वहां पर पौधों की ऐसी किस्म लगाई जा रही है। जिसे पशु नुकसान न करें।