आज समाज डिजिटल, पानीपत :
पानीपत। गांव – गांव एवं घर – घर “प्राकृतिक चिकित्सा” का ज्ञान तथा लाभ पहुँचाने व देश में प्राकृतिक चिकित्सा पर एक स्वतंत्र विश्वविद्यालय बनाने के उद्देश्य से 18 नवंबर, 1945 को राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी ने ऑल इंडिया नेचर क्योर फेडरेशन ट्रस्ट की स्थापना पुणे, महाराष्ट्र में किया था। इस ऐतिहासिक दिवस के उद्देश्य व लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए आयुष मंत्रालय, भारत सरकार ने प्रतिवर्ष 18 नवंबर को “प्राकृतिक चिकित्सा दिवस” घोषित किया है।
डब्ल्यूएचओ के तर्ज पर ग्लोबल सेंटर फॉर ट्रेडिस्नल मेडिसिन स्थापना किया है
इस दिवस को लेकर अंतरराष्ट्रीय नेचुरोपैथी ऑर्गेनाइजेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष व आयुष मंत्रालय, भारत सरकार के प्राकृतिक चिकित्सा योग विकास बोर्ड के सदस्य डॉ. अनंत बिरादार ने प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्रभाई मोदी ने प्राकृतिक चिकित्सा योग के समग्र विकास तथा प्रचार-प्रसार हेतु राष्ट्रीय स्तर पर अनेक रचनात्मक योजनाओं पर कार्य कर रही है, जिसमें पंचकूला, झज्जर (हरियाणा) में योग नेचुरोपैथी का बड़ा हॉस्पिटल व अनुसंधान केंद्र और पुणे, महाराष्ट्र में 500 बिस्तर वाला विशाल प्राकृतिक चिकित्सालय का निर्माण करना है। साथ ही वैश्विक स्तर पर पारंपरिक चिकित्सा पद्धति के अनुसंधान व बढ़ावा देने हेतु डब्ल्यूएचओ के तर्ज पर ग्लोबल सेंटर फॉर ट्रेडिस्नल मेडिसिन स्थापना किया है।
राष्ट्रीय स्तर पर “विशाल साईकिल रैली” का आयोजित करेंगे
उन्होंने बताया कि इस वर्ष प्राकृतिक चिकित्सा दिवस (18 नवंबर) के उपलक्ष्य में प्रसिद्ध उद्यमी एवं समाजसेवी पद्यमश्री जयप्रकाश अग्रवाल के मार्गदर्शन आयुष मंत्रालय, भारत सरकार के सहयोग से इण्टरनेशनल नेचुरोपैथी ऑर्गेनाइजेशन व सूर्या फाउण्डेशन द्वारा देशभर के 32 राज्यों के साथ केंद्रीय प्रशासित राज्य में 5000 प्राकृतिक चिकित्सा पर आरोग्य व परामर्श शिविरों का आयोजन करेगी। राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि प्राकृतिक चिकित्सा के प्रति जनजागृति हेतु 12 से 18 नवंबर तक राष्ट्रीय स्तर पर “विशाल साईकिल रैली” का आयोजित करेंगे।
10 लाख से अधिक लोगों को जोड़ने व सम्मिलित करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है
आयुष विभाग हरियाणा सरकार के निदेशक डॉ संगीता नेहरा ने बताया कि प्राकृतिक चिकित्सा चिकित्सा दिवस (18 नवंबर) को हरियाणा के सभी जिलों में प्राकृतिक चिकित्सा आरोग्य व परामर्श शिविर तथा साईकिल रैली का आयोजन किया जायेगा। इन शिविरों में असाध्य रोगों का योग प्राकृतिक चिकित्सा द्वारा उपचार, परामर्श, भारतीय पारम्परिक चिकित्सा पद्धति का प्रचार-प्रसार करना है। हरियाणा के अलावा देश के लगभग 32 राज्यों में अंतर्राष्ट्रीय नेचरोपैथी ऑर्गेनाइजेशन द्वारा देश के 500 जिलों में प्राकृतिक चिकित्सा दिवस समारोह को सफलता पूर्वक आयोजन हेतु जिला समन्वयक व प्रत्येक जिलों में 10 नेचुरोपैथी एजुकेटर नियुक्त किए जायेगे। इस अभियान में 10 लाख से अधिक लोगों को जोड़ने व सम्मिलित करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
ये रहे मौजूद
इस अवसर पर राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ. डी. एन. शर्मा, आईएनओ, महिला प्रकोष्ठ की राष्ट्रीय संयोजक व हरियाणा आयुष विभाग की निदेशक डॉ. संगीता नेहरा, दिल्ली के अध्यक्ष डॉ राजेश भयाना, हरियाणा आईएनओ के अध्यक्ष व हरियाणा योग आयोग के सदस्य डॉ. मदन मानव , दिल्ली के कार्यकारी अध्यक्ष डॉ. पूनम आहूजा, दिल्ली के महामंत्री डॉ. संजय शर्मा, हरियाणा के महामंत्री डॉ. शिवकुमार, नेचुरोपैथी दिवस हरियाणा के संयोजक डॉ. हरीश यादव मौजूद रहे।