- अच्छे विचारों को उत्पन्न करने के लिए अच्छे साहित्य का स्वाध्याय करना है जरूरी : हरिओम कौशिक
आज समाज डिजिटल, पानीपत :
पानीपत। शनिवार को आर्य पीजी कॉलेज के जनसंचार विभाग, भारतीय चित्र साधना एवं विश्व संवाद केंद्र के संयुक्त तत्वावधान में फिल्म व डॉक्यूमेंट्री मेकिंग विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिसमें मुख्य वक्ता के तौर पर प.लख्मी चन्द स्टेट यूनिवर्सिटी ऑफ परफॉर्मिंग एंड विजुअल आर्ट्स से हरिओम कौशिक व अभिनय जगत से आए डॉ. विकास बेरवाल ने शिरकत की। कार्यशाला में जनसंचार विभाग के लगभग सौ विद्यार्थियों ने भाग लिया व फिल्म और डॉक्यूमेंट्री को बनाने की प्रक्रिया को गहराई से समझा। मुख्य वक्ता डॉ. विकास बेरवाल ने फ़िल्म व डॉक्यूमेंट्री बनाने के लिए विद्यार्थियों के साथ प्रैक्टिकल व थ्योरी को भी बहुत ही गहनता से सांझा किया।
अच्छे साहित्य का स्वाध्याय करना बहुत जरूरी
उन्होंने बताया कि किस तरह से विद्यार्थी किसी फिल्म या डॉक्यूमेंट्री को बनाने के लिए कैसे तैयारी कर सकते हैं,कहाँ से आइडिया ले सकते हैं, स्क्रिप्ट कैसे लिख सकते हैं और किस तरीके से वीडियो कैमरे के साथ एंगल और शॉट्स के माध्यम से एक शानदार फ़िल्म का निर्माण कर सकते हैं। वक्ता हरिओम कौशिक ने अपने संबोधन में बताया की विद्यार्थी अपने आस-पास घटित हो रही घटनाओं को अगर बारीकियों से देखने की कोशिश करें तो उससे भी एक नई कहानी निकल कर आ सकती है। उन्होंने बताया कि अच्छे विचारों को उत्पन्न करने के लिए अच्छे साहित्य का स्वाध्याय करना बहुत जरूरी है। उन्होंने यह भी कहा कि जो फिल्म व वेब सीरिज वर्तमान में बन रही हैं उनमें फूहड़ता को ज्यादा स्थान दिया जा रहा है। इसलिए युवाओं को ऐसी फिल्म व वेब सीरिज का निर्माण करना चाहिए जिससे की समाज में आपसी भाईचारे, सौहार्द और संस्कृति को बढ़ावा मिल सके।
कार्यशाला में फिल्मों को बनाने की प्रक्रिया को सीखा
कॉलेज प्राचार्य डॉ. जगदीश गुप्ता ने अपने संदेश में कहा कि इस प्रकार की कार्यशालाओं से विद्यार्थियों को अपने विषय को प्रैक्टिकल से समझने का अवसर मिलता है और नई जानकारियों को भी सीखने का मौका मिलता है। जनसंचार विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. दिनेश गाहल्याण,प्राध्यापक संदीप जोशी, शिवांक रावल और विवेक शर्मा ने मुख्य प्रवक्ताओं का कॉलेज प्रांगण में पहुँचने पर स्वागत किया व स्मृति चिन्ह देकर उनका अभिवादन किया। डॉ. दिनेश गाहल्याण ने बताया कि आज की कार्यशाला विद्यार्थियों के लिए बहुत ही लाभकारी रही। विद्यार्थियों ने भी बहुत ही रुचि लेकर कार्यशाला में फिल्मों को बनाने की प्रक्रिया को सीखा। साथ ही जो जिज्ञासा विद्यार्थियों के मन में थी उस जिज्ञासा को दूर करने के लिए विद्यार्थियों ने वक्ताओं से सवाल भी पूछे जिसके वक्ताओं ने बहुत ही शानदार तरीके से जवाब दिए और विद्यार्थियों की जिज्ञासा को शांत किया।
शॉर्ट फ़िल्म ने द्वितीय स्थान हासिल किया
दिनेश गाहल्याण ने यह भी बताया कि जनसंचार विभाग समय-समय पर समाज में फैली कुरीतियों और जन जागरूकता को लेकर शॉर्ट फिल्म और वृत्तचित्र बनाता रहता है। कई अलग अलग मंचों पर विद्यार्थियों द्वारा बनाई गई फ़िल्म पुरस्कार भी जीत रही हैं। कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय, कुरुक्षेत्र द्वारा राज्य स्तरीय रत्नावली महोत्सव में हरियाणवी फ़िल्म प्रतियोगिता में आर्य कॉलेज के जनसंचार विभाग द्वारा बनाई गई शॉर्ट फ़िल्म ने द्वितीय स्थान हासिल किया। और साथ ही यह भी बताया कि 3-4 फ़रवरी को हिसार के गुरु जम्भेश्वर विश्वविद्यालय में आयोजित होने वाले हरियाणा फ़िल्म महोत्सव में भी आर्य कॉलेज विद्यार्थी भाग लेंगे। इस अवसर पर अधिवक्ता केदार, प्राध्यापक विजय सिंह, नवीन समेत सभी स्टाफ सदस्य मौजूद रहे।