Aaj Samaj (आज समाज),Extortion Cases in Lieu Of Withdrawing Complaints on CM Window,पानीपत : सीएम विंडो पर कि शिकायतें वापस लेने की एवज में थाना मतलौडा क्षेत्र में स्थित फैक्ट्री संचालक से 4.80 लाख रूपए की जबरन वसूली मामले में फैक्ट्री संचालक से 2.80 लाख रूपए लेते गिरोह के एक आरोपी को ड्यूटी मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में थाना मतलौडा पुलिस ने रंगे हाथ गिरफ्तार कर निशानदेही पर गिरोह में शामिल दूसरे आरोपी को भी गिरफ्तार किया। उक्त मामले में आरोपी इससे पहले 2 लाख रूपए की जबरन वसूली कर चुके थे।
अरुण द्वारा बार- बार शिकायत देकर मानसिक दबाव बनाया
थाना मतलौडा प्रभारी ट्रेनी आईपीएस मनप्रीत सूदन ने बताया कि गत दिनों जिला पुलिस अधीक्षक कार्यालय में बिशन स्वरूप कॉलोनी निवासी पंकज पुत्र जगदीश चंद्र ने शिकायत देकर बताया था कि उनका संयुक्त परिवार है। थाना मतलौडा क्षेत्र के अंतर्गत मतलौडा, आसन व थिराना में बिरमी इंटरनेशनल, बिरमी इम्पैक्स व बिरमी इंडस्ट्रीज प्राइवेट लिमिटेड के नाम से उनकी तीन फैक्ट्रियां है। गांव आसन कला निवासी अरुण पुत्र किताब सिंह सीएम विंडो पर क्षेत्र की फैक्ट्रियों की झूठी शिकायत करता रहता है। जिस संबंध में काफी बार फैक्ट्रियों की जांच भी हो चुकी है। सभी फैक्ट्रियों के संचालकों ने संबंधित विभाग से परमिशन ली हुई है। अरुण द्वारा बार- बार शिकायत देकर मानसिक दबाव बनाया जाता है कि फैक्ट्री संचालक स्वयं मिलकर उसकी पैसों की डिमांड पूरी करें।
सीएम विंडो पर की शिकायतें वापस लेने की एवज में 4.80 लाख रूपए की जबरन वसूली मामला
निशानदेही पर दूसरे आरोपी को भी गिरफ्तार किया
दोनों फर्मों से ब्लैकमेलिंग के माध्यम से एक- एक लाख रूपए वसूल लिए
दिसम्बर 2022 में अरुण के साथ उनकी एक पंचायत हुई थी जिसमें वह राजीव अग्रवाल, वैभव मित्तल, आशीष अग्रवाल व अमन मान इत्यादी शामिल थे। अरुण ने भविष्य में ऐसी शिकायत ना करने एवं जो शिकायतें दी हुई है उसको बंद करने की एवज में 5 लाख रूपए की मांग की। मौजूद सभी फैक्ट्री संचालकों ने उसकी उक्त बात मानने से इनकार कर दिया। अरुण ने पैसों की डिमांड पूरी ना होने पर जनवरी 2023 में फिर से सीएम विंडो पर नई शिकायत लगा दी। इसके बाद अरूण ने उसकी व एक अन्य फैक्ट्री की मार्च में फिर एक नई शिकायत सीएम विंडो पर लगा दी। अरुण ने इस बार दो फैक्ट्रियों की शिकायत नहीं लगाई और उन दोनों फर्मों की एटीआर पर भी संतुष्टि के साइन कर दिए। उसको पड़ताल करने के बाद पता चला अरुण ने उक्त दोनों फर्मों से ब्लैकमेलिंग के माध्यम से एक- एक लाख रूपए वसूल लिए है।
5 लाख रूपए दिलवा दो नहीं तो वह बार बार शिकायत लगाता रहेगा
इसके बाद गांव नारा निवासी अजमेर पुत्र किताबा ने मार्च व अप्रैल में उनकी व एक अन्य फर्म की सीएम विंडो पर 4 झूठी शिकायतें लगा दी। शिकायत लगाने के कुछ दिन बाद अजमेर ने फैक्ट्री में काम करने वाले गांव निवासी वीरेंद्र व मतलौडा निवासी प्रवीण से संपर्क कर कहा शिकायत उठवाने के संबंध में 5 लाख रूपए दिलवा दो नहीं तो वह बार बार शिकायत लगाता रहेगा। अजमेर ने धमकाते हुए कहा कि वह इस काम में अकेला नहीं है, करनाल निवासी मोहित बग्गा उसके साथ है। अजमेर ने धमकाते हुए कहा की मोहित बग्गा के प्रभावशाली लोगों के साथ संबंध है। क्षेत्र में ब्लैकमेल कर फैक्ट्री वालो से जो पैसे वसूली करते है वह सभी में बटता है। उसको शिकायत लगाने के लिए मोहित बग्गा ने एक लाख रूपए दिए है। अजमेर की बातों से डर गया और उसने वर्कर वीरेंद्र व प्रवीण को 2 लाख रूपए देकर अजमेर से बात करके पैसे कम कराने की कोशिश करने के लिए कहा।
फैक्ट्री की सीएम विंडो पर नई शिकायत लगा दी
दोनों ने बात की तो अजमेर ने मोहित बग्गा से फोन पर बात करके साढ़े 4 लाख रूपए में फाइनल किया। अजमेर को दो लाख रूपए देते हुए की विडियों व ऑडियो बना ली ताकि वह आगे इस प्रकार से परेशान ना करें। आरोपी अजमेर ने पैसे लेकर उसी दिन प्रदूषण विभाग के कार्यालय में जाकर एटीएच पर संतुष्टी के साईन भी कर दिए। अब आरोपी अजमेर ढ़ाई लाख रूपए वीरेंद्र व प्रवीन से मांग रहा है। उन तीनों ने आरोपी अजमेर को पैसे देने से मना कर दिया तो उसने फिर उनकी फैक्ट्री की सीएम विंडो पर नई शिकायत लगा दी। आरोपी अजमेर, मोहित बग्गा, अरूण व इनके अन्य कई साथी मिलकर झूठी शिकायत देकर फैक्ट्री बंद करवाने की धमकी देकर ब्लैकमेल कर फैक्ट्री संचालकों से अवैध उगाही कर रहे है। पंकज की शिकायत थाना मतलौडा में आईपीसी की धारा 384,120बी के तहत मुकदमा दर्ज कर कानूनी कार्रवाई अमल में लाई गई थी।
रंगे हाथ पकड़ने के लिए टीम गठित की
थाना मतलौडा प्रभारी ट्रेनी आईपीएस मनप्रीत सूदन ने बताया कि पुलिस अधीक्षक अजीत सिंह शेखावत के मार्गदर्शन में कार्रवाई करते हुए उपायुक्त महोदय की अनुमति लेकर गठित पुलिस टीम ने ड्यूटी मजिस्ट्रेट अर्पित बुधवार एसडीओ म्युनिसिपल कारपोरेशन पानीपत की मौजूदगी में 14 जून बुधवार को गांव थिराना में बिरमी इम्पैक्स इंडस्ट्रीज प्राइवेट लिमिटेड फैक्ट्री में आरोपी अजमेर को 2.80 लाख रूपए लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया। उक्त राशि में 30 हजार रूपए गिरोह में शामिल आरोपी के साथी आरोपी अरुण के हिस्से के थे। आरोपी अजमेर की निशानदेही पर पुलिस टीम ने आरोपी अरुण पुत्र किताब सिंह निवासी आसन कला को गांव के अड्डे से गिरफ्तार किया। पुलिस टीम ने दोनों आरोपियों के वीरवार को माननीय न्यायालय में पेश कर 2 दिन के पुलिस रिमांड पर हासिल किया था। पूछताछ में आरोपी अरुण ने बताया कि वह पहले भी मतलौडा क्षेत्र में स्थित दो अन्य फैक्ट्री संचालकों से शिकायत उठाने की एवज में पैसे ले चुका है। पुलिस टीम ने शनिवार को रिमांड अवधि पूरी होने पर दोनों आरोपियों को न्यायालय में पेश किया, जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत जेल भेजा गया।