• ई-अधिगम योजना से शिक्षा की राह सुगम होगी: एसडीएम वीरेंद्र ढुल
  • जिले में ई-अधिगम योजना से शिक्षित होंगे जिले के 23 हजार विद्यार्थी

 

Aaj Samaj, (आज समाज),E-learning, पानीपत :राजकीय मॉडल संस्कृति सीनियर सेकेंडरी स्कूल परिसर में स्थित डाईट के सभागार में शुक्रवार को हरियाणा सरकार की नई पहल ई लर्निंग को लेकर प्रारंभ की गई ‘ई-अधिगम’ योजना के तहत अध्यापकों को प्रशिक्षित करने को लेकर एक दिवसीय प्रशिक्षण शिविर आयोजित किया गया। प्रशिक्षण शिविर में बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे एसडीएम वीरेंद्र ढुल ने अध्यापकों को संबोधित करते हुए कहा कि ‘ई-अधिगम ’ योजना से शिक्षा की राह सुगम होगी। आधुनिक दौर की यह नई शिक्षा है जिसका उद्देश्य विद्यार्थियों को ई अधिगम विद्यार्थी बनाना और शिक्षा स्तर को बेहतर करना है।

 

यह प्रशिक्षण 14 दिन का स्कूल स्तर पर होगा

एसडीएम ने  कहा कि इस योजना के तहत पूरे जिले के 23 हजार से ज्यादा विद्यार्थियों को ई अधिगम विद्यार्थी बनाने के लक्ष्य को लेकर कार्य किया जा रहा है। पहले इस शिक्षा से जुड़े अध्यापकों को शिक्षित किया जाएगा उसके पश्चात शिक्षक विद्यार्थियों को शिक्षित करेंगे। जिले में इस योजना को शत प्रतिशत लागू करने को लेकर यह प्रशिक्षण शिविर आयोजित किया गया है। इस योजना के लागू होने से बच्चों के व्यवहार में भी परिवर्तन आयेगा। कार्यक्रम में पहुंचने पर मंडल अधिकारी(ना.)का फूलों के गुलदस्ते के साथ स्वागत किया गया। एसडीएम ने कहा कि ‘ई-अधिगम’ योजना के तहत जिले में 42 कलस्टर बनाये गये है जिनमें प्रशिक्षण पाकर आईटीआई अध्यापक, पीजीटी कंप्यूटर साइंस अध्यापक बाद में पीजीटी हिंदी, मैथ व एसएस के अध्यापकों को प्रशिक्षण देंगे। यह प्रशिक्षण 14 दिन का स्कूल स्तर पर होगा जिसकी शुरुआत ऑनलाइन शेड्यूल के साथ की जायेगी।

23 हजार छात्रों के अलावा 12 सौ 60 अध्यापकों को टेबलेट वितरित किये

एसडीएम ने कहा कि इस योजना के तहत सरकारी स्कूलों के नौवीं, दसवीं ग्यारहवीं और बारहवीं कक्षा में पढ़ रहे 23 हजार छात्रों के अलावा 12 सौ 60 अध्यापकों को टेबलेट वितरित किये गये थे। जिनमें से कुछ वापस भी आ गये थे। ये टेबलेट इस योजना का बड़ा हिस्सा है। जिला शिक्षा अधिकारी कुलदीप दहिया ने बताया कि ‘ई-अधिगम’ योजना के तहत कोविड के दौरान जो विद्यार्थी पढ़ाई से वंचित हो गये थे उन्हें आधुनिक तकनीक के जरिये शिक्षित किया जायेगा। ई-अधिगम अध्यापक व ई-अधिगम विद्यार्थी कैसे बन सकते हैं इस पर प्रशिक्षण में जोर रहेगा। इस प्रशिक्षण को पाकर बच्चों का लर्निंग लेवल बढ़ेगा। इस मौके पर कार्यक्रम में मुख्यमंत्री सुशासन सहयोगी अवंतिका के अलावा संस्थान के प्रिंसिपल बिजेंद्र नरवाल, कटेक फाउंडेशन की लक्ष्मी,आई टी सैल के वीरेंद्र, जिला गणित विशेषज्ञ व ट्रेनर सोमदत्त प्रमुख रूप से मौजूद रहे।