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पानीपत। डॉ. एमकेके आर्य मॉडल स्कूल में शुक्रवार को एक विश्व, एक सूर्य, एक ग्रिड या वैश्विक अक्षय विद्यार्थियों का मार्गदर्शन कक्षा अध्यापिका कनिका क्वात्रा ने किया। इस कार्यक्रम का आरंभ प्रार्थना गीत व गायत्री मंत्रोच्चारण द्वारा किया गया। इसके पश्चात कक्षा के विद्यार्थी लवय ने ताजा घटनाओं व गतिविधियों का ज्ञान समाचार वाचन द्वारा करवाया। मंच का संचालन सिफत, यशविन, आदित्य एवं प्रियांशु ने किया। कक्षा के विद्यार्थी पीयूष, चैतन्य, मानसी, त्रिजल,अगम, युविका, सिफत और सार्थक द्वारा अपने – अपने विचारों की अभिव्यक्ति की गई।
सौर ऊर्जा ही मौसम एवं जलवायु का परिवर्तन करती है
उन्होंने अपने भाषण में बताया कि सौर ऊर्जा वह ऊर्जा है जो सीधे सूर्य से प्राप्त की जाती है। सौर ऊर्जा ही मौसम एवं जलवायु का परिवर्तन करती है। वैसे तो सौर ऊर्जा के विभिन्न प्रकार से प्रयोग से किया जाता है, किंतु सूर्य की ऊर्जा को विद्युत ऊर्जा में बदलने को ही मुख्य रूप से सौर ऊर्जा के रूप में जाना जाता है। देश में बिजली का उत्पादन हर साल बढ़ रहा है, पर हम इस बात से भी इनकार नहीं कर सकते कि जनसंख्या भी साथ में बढ़ रही है।
विषय से संबंधित प्रश्नोत्तरी भी प्रस्तुत की
तत्पश्चात कार्यक्रम में अरनव, अंशिका, मानसी, चैतन्य, यशवीन और टीशा ने इस विषय पर कविताओं का वाचन कर सभी को अचंभित कर दिया सौर मंडल विषय पर कक्षा के विद्यार्थियों द्वारा महत्वपूर्ण तत्वों से परिपूर्ण चलचित्र दिखाया गया। इसके साथ ही आदित्य एवं प्रियांशु दवारा इस विषय पर लघु नाटिका का प्रस्तुतीकरण किया गया जो बहुत ही रोचक थी। छठी ए ‘ के कुछ विद्यार्थियों द्वारा विषय से संबंधित आकर्षक नृत्य प्रस्तुत कर सभी को थिरकने पर मजबूर कर दिया। इसके उपरांत प्रियांशु और सार्थक ने विषय से संबंधित प्रश्नोत्तरी भी प्रस्तुत की, जिसमें उत्तर देने के लिए सभी वर्गों के छात्रों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया।
सौर ऊर्जा अक्षय और प्रदूषण मुक्त ऊर्जा
कार्यक्रम के समापन पर विद्यालय के निदेशक आरएल सैनी ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि सौर ऊर्जा वह ऊर्जा है जो हमें सूर्य से प्राप्त होती है और विद्युत ऊर्जा में परिवर्तित हो जाती है। सौर ऊर्जा नवीनीकरण ऊर्जा है, यह कभी ना खत्म होने वाली ऊर्जा है इसका इस्तेमाल कर घर में बिजली के पंखे, लाइट जला सकते हैं सौर कुकर का इस्तेमाल कर भोजन बना सकते हैं। विद्यालय के प्रधानाचार्य मधुप परासर ने कहा कि सौर ऊर्जा अक्षय और प्रदूषण मुक्त ऊर्जा है। जब सूर्य का प्रकाश फोटोवॉल्टिक सेल पर पड़ता है तो यह एक इलेक्ट्रॉनिक प्रक्रिया द्वारा बिजली उत्पन्न करता है। सोलर पैनल का इस्तेमाल कर सौर ऊर्जा को विद्युत के रूप में इस्तेमाल करते हैं। पहले ब्रिटेन और अब अमेरिका ने भी ‘एक सूर्य, एक विश्व, एक ग्रिड’ को अपना समर्थन दे दिया है।
सौर ऊर्जा की पर्याप्त आपूर्ति न होने पर मानव की आकांक्षाएं पूरी नहीं हो सकती
पीएम मोदी की इस पहल के पीछे मूल विचार यह है ‘सूरज कभी अस्त नहीं होता। ‘ इसके तहत पूरी दुनिया को एक ग्रिड से जोड़ा जाएगा, जो दुनियाभर से समेटी गई सौर ऊर्जा को अलग-अलग लोड सेंटर्स तक पहुंचाएगी। मीरा मारवाह ने विद्यार्थियों के विचारों की प्रशंसा करते हुए बताया कि सौर ऊर्जा सीधे सूर्य से प्राप्त की जाती है सौर ऊर्जा ही मौसम और जलवायु का परिवर्तन करती है यह धरती पर सभी प्रकार के जीवन (पेड़ पौधे और जीव जंतुओं) का सहारा है। सौर ऊर्जा हमारे समाज के अस्तित्व और विकास के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण तत्व बन चुका है। सौर ऊर्जा की पर्याप्त आपूर्ति न होने पर मानव की आकांक्षाएं पूरी नहीं हो सकती अंत में सभी ने बच्चों की प्रशंसा की।