पानीपत। डॉ. एमकेके आर्य मॉडल स्कूल में मंगलवार को कक्षा छठी से आठवीं के विद्यार्थियों ने विज्ञान के विभिन्न प्रयोग पर विचाराभिव्यक्ति का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का आयोजन हेमा रावल, प्रिया, दीपा वाधवा और दीपांशु की देखरेख में हुआ। कक्षा सातवीं की छात्रा गुरसिमर और जानवी ने मंच का संचालन किया। इस क्रियाकलाप का मुख्य उद्देश्य बच्चों में विज्ञान की तार्किक अध्ययन में वृद्धि। इस क्रिया कलाप में छठी कक्षा के विद्यार्थियों ने’ दैनिक जीवन में विज्ञान ‘पर अपने विचार व्यक्त कर बताया कि विज्ञान मानव का निष्ठावान सेवक है।
विज्ञान ने मानव-जाति को बहुत कुछ दिया है
विज्ञान ने मनुष्य को दुखों से छुटकारा दिलाने, उसकी अज्ञानता को दूर भगाने व उसकी मुश्किलों को कम करने में सार्थक भूमिका निभाई है चाहे वह घर हो या खेत या कारखाना जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में विज्ञान हमारी सहायता करता है। इससे अधिक कर्तव्यनिष्ठ सेवक मानव को प्राप्त नही हो सकता। कक्षा सातवीं के विद्यार्थियों द्वारा ‘वरदान और अभिशाप’ विषय पर विचारों को व्यक्त करते हुए कहा गया कि विज्ञान की खोजों और आविष्कारों की प्रक्रिया वास्तव में मानव की भलाई के लिए ही आरम्भ हुई थी। आरम्भ से लेकर आज तक विज्ञान ने मानव-जाति को बहुत कुछ दिया है।
विज्ञान की सहायता से घर पर बैठकर कहीं भी बातचीत कर सकता है
विज्ञान की सहायता से आज का मानव धरती तो क्या जल, वायुमण्डल, अन्तरिक्ष और अन्य ग्रहों तक स्वतंत्र विचरण कर रहा है। वह घर पर बैठकर कहीं भी बातचीत कर सकता है। कक्षा आठवीं के विद्यार्थियों ने भी ‘विज्ञान और प्रौद्योगिकी ‘से सभी को अवगत कराया और बताया कि विज्ञान और प्रौद्योगिकी समाज में नए ज्ञान का निर्माण है, और फिर उस ज्ञान का उपयोग मानव जीवन की समृद्धि को बढ़ावा देने और समाज के सामने आने वाले विभिन्न मुद्दों का हल करना है। प्रौद्योगिकी विकास कार्यक्रम का लक्ष्य तकनीक/उत्पाद के सम्बन्ध में नयी अवधारणाओं को अग्रिम प्रारूप में बदलना है, ताकि वास्तविक क्षेत्र में प्रदर्शन के आधार पर इसे प्रमाणित किया जा सके।
विज्ञान के अद्भुत आविष्कारों ने हमारे जीवन को बहुत सरल बना दिया
इस प्रतियोगिता में कक्षा छठी से प्रथम अक्षी, द्वितीय सिफ्त, तृतीय लक्ष्मी, कक्षा 7वीं से प्रथम स्तुति, रूपांशी, द्वितीय गौरव शुक्ला, तृतीय जसकरण, कक्षा 8वीं से प्रथम जयदेव, निरूल, द्वितीय चितराक्षी, तृतीय ध्रुव, पार्थवी रही। इस अवसर पर विद्यालय के प्रधानाचार्य मधुप परासर और भाषा व गतिविधि प्रभारी मीरा मारवाह तथा शैक्षणिक सलाहकार मंजू सेतिया ने विद्यार्थियों को प्रोत्साहित करते हुए संदेश दिया कि विज्ञान के अद्भुत आविष्कारों ने हमारे जीवन को बहुत सरल बना दिया है। विज्ञान ने वायुयान, जलयान रॉकेट, कार व ट्रेन आदि यातायात के साधनों का आविष्कार करके वर्षों की यात्रा को दिनों में और दिनों की यात्रा घंटों में संभव कर दी है। मोबाइल, ई-मेल, संदेश व संवाद में बड़ी सुविधा हो गई है। कार्यक्रम के समापन पर सभी ने विद्यार्थियों का उत्साहवर्धन किया।