Aaj Samaj (आज समाज),Dr. MKK Arya Model School,पानीपत : डॉ.एमकेके आर्य मॉडल स्कूल में कक्षा आठवीं ‘सी’ के विद्यार्थियों द्वारा एक ज्ञानवर्धक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसका विषय ‘नि:स्वार्थ भाव से देना जीने की कला हैं’ था। इस कार्यक्रम में विद्यार्थियों का मार्गदर्शन प्रिया खन्ना ने किया। कुश, संजना, खुशी, दिवनूर ने मंच संचालन का कार्य बड़ी कुशलता के साथ किया। कार्यक्रम का आरंभ गायत्री मंत्र उच्चारण द्वारा किया गया। परी और युवराज ने सुबह के ताज़ा समाचारों का वाचन किया। कार्तिक, यूनीशा, प्रांजल, अक्षित, सानवी, मान्या और दिवनूर आदि ने अपने-अपने भाषण में बताया कि हम सभी को नि:स्वार्थ भाव से जीवन को जीने की कला अपने भीतर विकसित करनी चाहिए।
समाज हित में लगातार कार्य करना ही मानव जीवन की सबसे बड़ी उपलब्धि
निस्वार्थ भाव रखते हुए समाज हित में लगातार कार्य करना ही मानव जीवन की सबसे बड़ी उपलब्धि है। सेवा करने से हमेशा अच्छे संस्कार हमें मिलते हैं। जिंदगी में कामयाबी के लिए सेवा और सदाचार दोनों का ही बहुत बड़ा योगदान है।
कक्षा आठवीं के छात्र प्रगति, अंशुमन, ईरम और दिव्या ने अपनी -अपनी कविताओं के माध्यम से ‘नि:स्वार्थ भाव से सहायता जीने की कला हैं’ को वर्णित किया। कक्षा के छात्रों द्वारा विषय से संबंधित रोचक और ज्ञानवर्धक लघु नाटिका की प्रस्तुति की गई। विद्यार्थियों द्वारा बहुत ही सुंदर व मनमोहक नृत्य प्रस्तुत किया गया। कक्षा की छात्रा गीतिका और कार्तिक ने ज्ञानवर्धक प्रश्नोत्तरी प्रस्तुत की जिसमें आठवीं कक्षा के सभी वर्गों के विद्यार्थियों ने उत्साह के साथ भाग लिया।
नि:स्वार्थ सेवा का भाव रखना ही जीवन में कामयाबी का मूलमंत्र
इस अवसर पर विद्यालय के प्रधानाचार्य मधुप परासर और शैक्षिक सलाहकार मंजू सेतिया ने बच्चों के इस कार्यक्रम की सराहना की। विद्यालय की भाषा व गतिविधि प्रभारी मीरा मरवाह ने कहा कि दूसरों के प्रति नि:स्वार्थ सेवा का भाव रखना ही जीवन में कामयाबी का मूलमंत्र है। नि:स्वार्थ भाव से की गई सेवा से किसी का भी हृदय परिवर्तन किया जा सकता है। हमें अपने आचरण में सदैव सेवा का भाव निहित रखना चाहिए, जिससे अन्य लोग भी प्रेरित होते हुए कामयाबी के मार्ग पर अग्रसर हो सके।