पानीपत। प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय के मॉडल टाउन स्थित मुख्य सेवाकेंद्र पर दीपावली पर्व बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया गया, जिसमें बतौर मुख्यातिथि समाज सेविका मिन्नी भाटिया ने शिरकत की। इस मौके पर पानीपत सब जोन इंचार्ज राजयोगिनी ब्रह्माकुमारी सरला दीदी, ज्ञान मान सरोवर, थिराना के निदेशक भ्राता भारत भूषण, हुडा सेक्टर – 12 सेवाकेंद्र संचालिका बीके सुनीता आदि विशेष रूप से मंच पर मौजूद रहे। कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्ज्वलित करके किया गया।
लक्ष्मी का आह्वान करने के लिए हमें अवगुणों की आहुति देनी होगी
मुख्यातिथि समाज सेविका मिन्नी भाटिया ने सबको दीपोत्सव की बधाई दी और सबको प्रेम व एकता से सब त्योहार मनाने के लिए प्रेरित किया। राजयोगिनी ब्रह्माकुमारी सरला दीदी ने दीपावली पर्व की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि आत्मा रूपी दीपक अखंड और अटल जलता रहे, हमें इस दिवाली पर निर्बलता, कमजोरियां, कमियों एवं अवगुणों रूपी पुराने खाते को सर्व रूपों से समाप्त कर दैवीय दिव्य गुणों का आह्वान कर दीपावली मनानी है। नवीनता को धारण करना ही आज के दिन का मंत्र है। श्री लक्ष्मी का आह्वान करने के लिए हमें अवगुणों की आहुति देनी होगी। आज के दिन नया बहीखाता शुरू करने के लिए सरलता का गुण धारण कर सरल जीवन बनाकर खुशी की दिवाली मनाओ, ज्ञान का अमृत योग की बाती से जीवन में खुशी का दीपक जगाना है।
हमारे अंदर के अंधकार को प्रकाश में बदलने का पर्व
वहीं बतौर मुख्य वक्ता दीपावली का महत्व बताते हुए बीके सुनीता दीदी ने कहा दीपावली यानी प्रकाश का उत्सव, जगमगाती रौशनी का पर्व, यह महज हमारे आसपास और घरों के अंधेरे को ही दूर करने का नहीं बल्कि हमारे अंदर के अंधकार को प्रकाश में बदलने का पर्व है। अज्ञान और असत्य से मुक्ति का प्रतीक है–प्रकाश। यह प्रकाश जीवन का प्रकाश है। दीपावली उसी का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि मनुष्य के अंत:करण में जो राग द्वेष आदि के कारण अज्ञान का अंधकार छाया रहता है, उसके कारण व्यक्ति स्वार्थ के वशीभूत होकर हित अहित, प्रतिशोध,घृणा आदि से घिर जाता है।इसी अज्ञान को दूर करने का माध्यम है प्रकाश।
सभी के चेहरों पर सच्ची मुस्कान लाएं
बीके भ्राता भारत भूषण ने कहा कि इस दिन घरों में की जाने वाली रौशनी न केवल सजावट के लिए होती है, बल्कि वह जीवन के गहरे सत्य को भी अभिव्यक्त करती है। हरेक दिल में प्रेम व ज्ञान की लौ प्रज्वलित करें और सभी के चेहरों पर सच्ची मुस्कान लाएं। अंधेरा हमारे जीवन का हिस्सा है जो हमारी आत्मा को भटकाने का काम करता है। जीवन एक ऊर्जा है, प्रकाश का श्रोत है और अंधकार ठीक इसके विपरीत है। जबकि प्रकाश जीवन का निर्माण करता है।
बच्चों ने दी सांस्कृतिक प्रस्तुतियां
मंच संचालन हरिबाग सेवाकेंद्र संचालिका बीके सुमन बहन द्वारा किया गया। इस दौरान कुमारी आराधना ने स्वागत नृत्य ने अतिथियों का स्वागत किया और कुमारी हर्षिता, कुमारी स्वरा ने दीप डांस और कुमार सात्विक ने गणेश वंदना की प्रस्तुति दी। कार्यक्रम के पश्चात सबको ब्रह्माभोग वितरित किया गया। कार्यक्रम में काफी संख्या में बीके भाई बहनें व श्रद्धालु मौजूद रहे।