अनेक कृषि योजनाओं को किसानों के सामने रखा
कृषि मेले में कृषि उप निदेशक डॉ. वजीर ने कहा कि जल जैसे बहुमूल्य उपहार को सोच विचार कर इस्तेमाल करना चाहिये। सरकार ने मेरा पानी, मेरी विरासत योजना प्रारंभ की है जिसके तहत किसान धान की फसल को छोड़कर बाजरा, ज्वार, मूंग व कपास की खेती कर सकते हैं। उन्होंने इस मौके पर किसानों के लिए प्रारंभ की गई अनेक कृषि योजनाओं को किसानों के सामने रखा। मेले में जिले के बड़ी संख्या में किसानों को सम्मानित किया गया। सम्मानित होने वाले किसानों में महिला हरमीत कौर, महक के अलावा किसान सतेंद्र सिंह, संदीप रावल, नन्ही, जयपाल, राकेश, जोगिंद्र, विकास, प्रमोद, रितिक रावल, राजपाल रावल, शिवराज, गुरूलाल, मनिषा, बलवीर सिंह, प्रीतम सिंह,सुशील शर्मा,रणजीत,महल सिंह, जयपाल आदि के नाम प्रमुख हैं।
मेले में प्रमुख कंपनियों ने अपने बेहतरीन उत्पादों का प्रदर्शन किया
मेले में प्रमुख कंपनियों ने अपने बेहतरीन उत्पादों का प्रदर्शन किया। इनमें धान की प्रमुख किस्मों में पीबी 1847, पी बी 1885, पीबी 1886, पीबी 1692, पीबी 1718 के अलावा कई और किस्में थी। मेले में कृषि रसायन व नई मशीनरी को भी प्रदर्शित किया गया। इस मौके पर विभिन्न संबंधित विभागों के विभागाध्यक्षों के अलावा केवीके के कृषि वैज्ञानिक डॉ. सतपाल, डॉ. राजेंद्र, सुनील, कुलदीप, माहित, डॉ. सीमस दहिया,डॉ.आशीष ने भी किसानों के साथ अपने अनुभव साझा किये। मेले में पहुंचे किसानों ने फसल अवशेष प्रबंधन, प्राकृतिक खेती व अन्न उत्पादन और खपत विषय पर नई-नई जानकारी हासिल की।