शिक्षा मंत्री कंवर पाल गुर्जर ने जिला कष्ट निवारण समिति की बैठक में शिकायतें सुनते हुए।
Aaj Samaj (आज समाज),District Grievance Redressal Committee Meeting, पानीपत : हरियाणा के शिक्षा मंत्री कंवर पाल गुर्जर ने बुधवार को जिला सचिवालय के सभागार में जिला कष्ट निवारण समिति की बैठक की अध्यक्षता करते हुए पिछली बैठक की लंबित शिकायतें व नई शिकायतों की सुनवाई कर मौके पर अधिकारियों के सहयोग से समाधान किया। बैठक में कुल 19 शिकायतों में से 16 का मौके पर समाधान किया गया व 3 शिकायतों को आगामी बैठक के लिए लंबित रखा गया। शिक्षा मंत्री ने पहली शिकायत अंकित कुमार पुत्र राजेश की सुनी जिसमें एटीएम में धोखाधड़ी से पैसे निकलवाने का मामला था। इस शिकायत को आगामी बैठक के लिए लंबित रखा गया।
ज्यादातर समस्याओं का अधिकारियों के सहयोग से किया मौके पर समाधान
उचित कार्यवाही करने के निर्देश दिये
दूसरी शिकायत अजय कुमार पुत्र माई राम ने उत्तर हरियाणा बिजली वितरण निगम अधीक्षण अभियंता द्वारा गलत बिल दिए जाने से संबंधित थी जिसमें उपभोक्ता द्वारा उचित कार्रवाई की मांग की गई थी, जिसमें मंत्री ने विभाग के अधिकारियों को व्यवहार में सुधार करने के निर्देश दिये व बिल बाटने वाली संबंधित एजेंसी को 50 हजार की पेनल्टी लगाई व उचित कार्यवाही करने के निर्देश दिये। तीसरी शिकायत में शिकायतकर्ता राम प्रकाश चुघ ने ऋण से संबंधित शिकायत मंत्री के समक्ष रखी जिसमें मंत्री ने शिकायत का निपटान करने के लिए कमेटी का गठन करने व उचित कार्यवाही करने के निर्देश दिये। मंत्री को चौथी शिकायत प्रदीप आर्य द्वारा प्राप्त हुई, जिसमें एसएचओ ने जिलाधीश के अधिकार को इस्तेमाल करने का मामला था, इस पर मंत्री ने चेतावनी देने व कमेटी का गठन करने की बात कही। मंत्री ने कहा कि इस पर कार्यवाही की जा रही है।
जिला कष्ट निवारण समिति की बैठक में आया शिकायतकर्ता अपनी शिकायत से शिक्षा मंत्री कंवर पाल गुर्जर को अवगत करवाते हुए।
व्यवहार ठीक करने, रिकॉर्ड दुरुस्त करने के आदेश दिए
पांचवी शिकायत महिला एवं बाल विकास विभाग की आंगनबाड़ी वर्कर अनीता देवी ने राशन वितरण मामले को लेकर मंत्री के सामने रखी जिसमें मंत्री ने विभाग की अधिकारी को चेतावनी देते हुए अपना व्यवहार ठीक करने, रिकॉर्ड दुरुस्त करने के आदेश दिए। छठी शिकायत में शिकायतकर्ता दीपक कुमार पुत्र मदन लाल ने एक्सग्रेसिया पॉलिसी के तहत नौकरी न मिलने की नाराजगी जताई जिस पर मंत्री ने नियमानुसार कार्यवाही करने के निर्देश दिए। सातवीं शिकायत पंकज शर्मा पुत्र यशपाल शर्मा ने सेक्टर 13-17 में प्रवेश एवं निकासी के लिए रास्ता खोलने से संबंधित रखी जिस पर मंत्री को उपायुक्त ने स्थिति से अवगत कराया व बताया कि इस पर कार्य किया जा रहा है और खादी आश्रम के पास राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण की ओर से कट खोलने का प्रस्ताव आ चुका है। जिसके लिए शीघ्र ही टेंडर भी अलॉट कर दिया जाएगा। आठवीं शिकायत महाबीर पुत्र ज्ञासन राम ने भूमि से संबंधित रखी जिस पर मंत्री ने पूरी स्थिति को फिर से देखने के निर्देश दिए।
जेई के खिलाफ अनुशासनहीनता व ठेकेदार को ब्लैक लिस्ट करने के आदेश दिए
नौवीं शिकायत जयनारायण पुत्र भरत सिंह ने मंत्री के समक्ष रखी जिसमें पंचायत के रिकॉर्ड के संदर्भ में गबन बताया गया था। इस पर अनुशासनहीनता बरतने वाले अधिकारियों पर कार्यवाही करने के लिए मंत्री ने निर्देश दिए। दसवीं शिकायत संदीप पुत्र राममेहर ने नगरपालिका के कामकाज के प्रति असंतुष्ट जताते हुए कार्यवाही करने की मांग रखी। इस पर मंत्री ने ठेकेदार के विरुद्ध रिकवरी करवाने व कब्जे हटाने के निर्देश दिए। 11वीं शिकायत मनोज कुमार द्वारा रखी गई थी, लेकिन वे समय पर नहीं पहुंच पाए उनकी इस शिकायत पर उपायुक्त वीरेन्द्र कुमार दहिया ने स्थिति को स्पष्ट किया और बताया कि यह मामला विजिलेंस को दिया जाएगा। 12वीं शिकायत विकर्ण पुत्र विजयपाल ने रखी जिसमें उन्होंने सरकारी स्कूल में सरकार द्वारा दी गई ग्रांट का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया गया था। इसमें शिकायतकर्ता द्वारा अपनी शिकायत को वापिस लेने के कारण यह शिकायत निरस्त कर दी गई। 13वीं शिकायत में शिकायतकर्ता विनोद दुग्गल ने रखी जिसमें पार्क निर्माण में निम्न स्तर की सामग्री का उपयोग करने का आरोप लगाया गया था। इस पर मंत्री ने जेई के खिलाफ अनुशासनहीनता व ठेकेदार को ब्लैक लिस्ट करने के आदेश दिए।
आईओसीएल ऑयल रिफाइनरी से गाड़ी ना लगाने के प्रति नाराजगी जताई
14वीं शिकायत नरेन्द्र पाल रैलन पुत्र रामजी ने मंत्री के समक्ष रखी जिसमें एग्रीमेंट से संबंधित रजिस्ट्री को का मामला था इस समस्या को मंत्री ने न्यायालय में विचाराधीन होने की स्थिति में निरस्त कर दिया। 15वीं शिकायत में शिकायतकर्ता विजय कुमार ने प्रॉपर्टी से संबंधित रखी जिसकी सुनाई करते हुए मंत्री ने एफआईआर दर्ज कराने के निर्देश दिए। 16वीं शिकायत में शिकायतकर्ता रीना रानी पत्नी सतपाल सिंह ने पुलिस से संबंधित मुकदमे की ठोस कार्यवाही न करने पर असंतोष जताया था, मंत्री ने मामले की सुनवाई करते हुए इस पर निर्देश दिए कि इसको लेकर एएसपी की अध्यक्षता में कमेटी गठित कर इसकी जांच की जाए। 17वीं शिकायत काजल रानी पत्नी प्रदीप द्वारा की गई थी जिसमें ठोस सबूत ना होने के कारण इसे भी निरस्त कर दिया गया। 18वीं शिकायत में शिकायतकर्ता दिनेश पुत्र रवि दत्त ने आईओसीएल ऑयल रिफाइनरी से गाड़ी ना लगाने के प्रति नाराजगी जताई गई थी। इस पर मंत्री ने शिकायतकर्ता की गाड़ी को आईओसीएल में लगवाने के निर्देश दिए।
दोषियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाने के निर्देश दिए
उन्नीसवीं शिकायत में शिकायतकर्ता दीपक शर्मा सरपंच गवालड़ा ने पंचायत की जमीन से संबंधित रखी जिस पर निष्पक्ष जांच करने की मांग उनके द्वारा रखी गई। इसमें मंत्री ने दोषियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाने व उनके द्वारा भेजे गए प्रस्ताव को जमीन से संबंधित वापस भेजने के निर्देश दिए। इस पर उपायुक्त ने कहा कि इस समस्या को लेकर दोनों पक्षों को बुलाकर अति शीघ्र बैठक कर निर्णय लिया जाएगा। इस बैठक में पानीपत ग्रामीण विधायक महिपाल ढांडा, शहरी विधायक प्रमोद विज, मेयर अवनीत कौर, जिला परिषद चेयरमैन ज्योति शर्मा, जिला भाजपा अध्यक्ष अर्चना गुप्ता, पुलिस अधीक्षक अजीत सिंह शेखावत, अतिरिक्त उपायुक्त वीना हुडडा, नगराधीश राजेश सोनी, एसडीएम वीरेंद्र कुमार ढुल, एसडीएम समालखा अमित कुमार, जिला विकास एवं पंचायत अधिकारी सुमित चौधरी के अलावा अनेक गणमान्य अधिकारी व जिला कष्ट निवारण समिति सदस्य मौजूद रहे।