पानीपत। घर-घर से कूड़ा एकत्रित कर शहर की साफ-सुथरा रखने की व्यवस्था तीन-चार दिन में ही जेबीएम कम्पनी के सफाई कर्मियों के हड़ताल पर जाने से चरमरा गई है। जेबीएम कम्पनी के ठेकेदार तथा सफाई कर्मियों में भुगतान को लेकर विवाद के कारण ये समस्या पैदा हुई है। जगह-जगह कूड़े के ढेर लग गए हैं। शहर में विभिन्न जगह बनाए गए कूड़ा कलेक्शन प्वाइंटों पर फैली गंदगी से लोगों को परेशानी हो रही है। उल्लेखनीय है कि शहर में जीबीएम कम्पनी द्वारा घर-घर से कूड़ा एकत्रित किया जाता है। जिसे शहर में बनाए गए विभिन्न कूड़ा कलेक्शन प्वाइंट पर जमा किया जाता है। वहां से ट्रैक्टर-ट्रॉली की सहायता से गढ़ी छाज्जू रोड स्थित डम्पिंग ग्राउंड में डाला जाता है।
सफाई कर्मी हड़ताल पर चले गए
जेबीएम कम्पनी द्वारा शहर में सफाई व्यवस्था का कार्य आगे एक ठेकेदार को दिया गया है। 11 ट्रैक्टर-ट्रॉली, डोजर के साथ 20 कर्मी सफाई व्यवस्था का जिम्मा संभाले हुए थे। लेकिन गत तीन-चार दिनों से ठेकेदार तथा उसके सफाई कर्मियों में भुगतान को लेकर विवाद हो गया और सफाई कर्मी हड़ताल पर चले गए। इसके कारण ना तो घरों से कूड़ा एकत्रित हो रहा है और कलेक्शन प्वाइंट पर पहले से जमा कूड़ा भी समस्या बन गया है। लोग भी सफाई कर्मियों के नहीं आने पर गली, चौराहों पर कूड़ा फेंक रहे हैं। शहर में हर तरफ गंदगी का आलम हो गया है। सफाई नहीं होने के कारण आमजन में नपा के प्रति रोष फैल रहा है।
शहर की सफाई व्यवस्था चरमरा गई है
लोगों का कहना है कि नई सरकार बनते ही शहर की सफाई व्यवस्था चरमरा गई है। बदबू, मक्खी-मच्छरों के कारण जीना मुहाल हो गया है। नपा अधिकारियों को जेबीएम के खिलाफ सख्त कदम उठाना चाहिए। वहीं इस बारे में नपा चेयरमैन अशोक कुच्छल ने बताया कि जेबीएम के पदाधिकारी को समस्या के जल्द से जल्द समाधान के निर्देश दिए गए हैं। नपा के करीब 79 सफाई कर्मी भी सफाई व्यवस्था को दुरूस्त करने में लगे हैं। शहर के कई कलेक्शन प्वाइंट से कूड़ा उठवाया गया है।