आज समाज डिजिटल, पानीपत :
पानीपत। पानीपत रिफाइनरी एवं पेट्रोकेमिकल कॉम्पलेक्स (पीआरपीसी) द्वारा आग एवं गैस रिसाव जैसे खतरे से निपटने के लिए समय-समय पर मॉक ड्रिल किए जाते हैं। इसी कड़ी में आज दिनांक 28 दिसम्बर 2022 को, स्थापित दिशानिर्देशों के अनुसरण में आपातकालीन कार्य प्रणाली के सही आंकलन करने हेतु एक ऑनसाइट आपदा ड्रिल का सफलतापूर्वक आयोजन किया गया।
मेन फायर स्टेशन एवं सेटेलाइट फायर स्टेशन से दमकल गाड़ियाँ साइट पर पहुँची
इस आपदा ड्रिल का परिदृश्य एलपीजी होर्टन स्फीयर पम्प के सकशन वाल्व फ्लेंज से एलपीजी रिसाव के कारण ज्वलनशील वाष्प का बादल बन गया ओर स्पार्क होने से आग लग गई को दर्शाया गया था। सुबह 10:48 बजे जैसे ही फायर अलार्म बजा, मेन फायर स्टेशन एवं सेटेलाइट फायर स्टेशन से दमकल गाड़ियाँ साइट पर पहुँची और स्थिति का जायजा लेते हुए एलपीजी रिसाव वाले क्षेत्र मे तुरंत हवा की दिशा में वाटर कर्टन बनाना शुरू कर दिया। सभी दमकल कर्मियों ने कर्टन लगते समय स्वयं निहित श्वास उपकरण (एससीबीए) पहना हुआ था। अग्नि एवं सुरक्षा विभाग के पाली प्रभारी ने यूनिट के पाली प्रभारी से मिलकर स्थिति को देखते हुए 10:57 बजे इसे बड़ी आपात स्थिति घोषित कर दिया तथा L-1 सायरन भी बजाया गया।
परिणामस्वरूप संयंत्र के दो कर्मियों को चोटें आईं
तत्पश्चात सायरन सुनने के बाद उपमहाप्रबंधक (प्रभारी)- अग्नि एवं सुरक्षा, उपमहाप्रबंधक – अग्नि एवं सुरक्षा, साइट घटना नियंत्रक, मुख्य घटना नियंत्रक एवं अन्य आपातकालीन समन्वयक घटना स्थल पर पहुंचे। 11:11 बजे, अज्ञात प्रज्वलन स्रोत (संभवतः दोषपूर्ण एफएलपी विद्युत जेबी/डीबी फिटिंग) द्वारा लीक एलपीजी वाष्प प्रज्वलित हो गया और असंबद्ध वाष्प बादल में विस्फोट हुआ जिसके परिणामस्वरूप संयंत्र के दो कर्मियों को चोटें आईं और साथ ही साथ वाल्व फ्लेंज से जेट आग जारी रही।
निर्धारित स्थानों पर पहुंचने लगे और स्थिति को नियंत्रण करने मे लग गए
11:13 बजे साइट पर गंभीर स्थिति का आकलन करने पर, सीआईसी ने ईडी एंड आरएच को स्थिति से अवगत कराया और ईडी एंड आरएच के परामर्श से, सीआईसी ने ऑनसाइट डिजास्टर (एल-2) घोषित किया। उत्पादन कर्मियों ने फायर प्रॉक्सिमिटी सूट पहनकर सामान्य सक्शन हेडर को डिप्रेसराइज करने के लिए स्टैंडबाय पंप के डिप्रेसुराइजेशन वाल्व का संचालन किया। साइट पर आपदा प्रबंधन योजना को सक्रिय किया गया, और ईआरडीएमपी के अनुसार समन्वयक अपने निर्धारित स्थानों पर पहुंचने लगे और स्थिति को नियंत्रण करने मे लग गए।
12:23 बजे स्थिति पर पूरी तरह नियंत्रण करके स्थिति सामान्य होने की घोषणा की गई
सूचना मिलने पर, एम एल डहरिया, कार्यकारी निदेशक एवं रिफ़ाइनरी प्रमुख घटना स्थल पर पहुंचे और वरिष्ठ अधिकारियों के साथ स्थिति का आंकलन करके लगभग एक घंटे के अथक प्रयास के बाद 12:23 बजे स्थिति पर पूरी तरह नियंत्रण करके स्थिति सामान्य होने की घोषणा की गई। इस आपदा ड्रिल में विभिन्न आपातकालीन समन्वयकों नें अपनी भूमिकाओं को बखूबी निभाया। रिफ़ाइनरी के पारस्परिक सहायता भागीदार, पानीपत थर्मल पावर स्टेशन एवं नेशनल फ़र्टिलाइजर लिमिटेड की ओर से दमकल विभाग की गाडियाँ भी रिफ़ाइनरी परिसर में पहुंची।
आपदा ड्रिल के बाद एक आपातकालीन नियंत्रण केंद्र में समीक्षा बैठक की गई
इस आपदा ड्रिल के बाद एक आपातकालीन नियंत्रण केंद्र में समीक्षा बैठक की गई। इस बैठक में आपातकालीन तैयारी योजना में और सुधार के लिए प्रेक्षकों द्वारा दी गई रिपोर्ट की समीक्षा डहरिया तथा संबन्धित वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में की गई। यह डिब्रीफिंग सत्र रिफाइनरी मुख्यालय द्वारा निर्गत दिशानिर्देशों के अनुसार आयोजित किया गया जिसमे आग की रोकथाम के लिए और पूरी सावधानी के साथ-साथ तत्परता से कार्रवाई करने पर बल दिया गया। डहरिया ने इस मॉक ड्रिल के सफल आयोजन के लिए सभी की सराहना की तथा इसमें और अधिक सुधार लाने के लिए अपने मूल्यवान सुझाव भी दिए।