आज समाज डिजिटल, पानीपत :
पानीपत। आईबी स्नातकोत्तर महाविद्यालय पानीपत में दीक्षांत एवं वार्षिकोत्सव पुरस्कार वितरण समारोह बड़े ही धूमधाम व हर्षोल्लास से मनाया गया। प्रथम सत्र में दीक्षांत समारोह के मुख्य अतिथि प्रोफेसर सोमनाथ सचदेवा (कुलपति) कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय कुरुक्षेत्र ने शिरकत की और कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलित कर सरस्वती वंदना से किया गया। कॉलेज प्राचार्य डॉ. अजय कुमार के गर्ग ने मुख्य अतिथि का स्वागत करते हुए महाविद्यालय के शैक्षिक इतिहास एवं प्रस्तुत सत्र की उपलब्धियों का विवरण प्रस्तुत करते हुए कहा आज के युग में विद्यार्थियों को अब ऑलराउंडर होना पड़ेगा। जीवन में सपना चाहे कोई भी देखिए उस को साकार करने के लिए सीखने का प्रयास लगातार करते रहे। आपने जो मूल्य इस महाविद्यालय से सीखे हैं उनका सम्मान करें। भविष्य में आने वाली चुनौतियों का सामना करने में यह मूल्य आपकी मदद करेंगे।
लगातार नई-नई ऊंचाइयों को छू रहा है महाविद्यालय
प्राचार्य ने बताया कि पिछले कुछ वर्षों से महाविद्यालय लगातार नई-नई ऊंचाइयों को छू रहा है। कार्यक्रम मुख्य अतिथि प्रोफेसर सोमनाथ सचदेवा कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय कुरुक्षेत्र ने विद्यार्थियों को स्नातक व स्नातकोत्तर की डिग्रियां वितरित करते हुए अपने भाषण में कहा कि दीक्षांत समारोह प्रत्येक विद्यार्थी के जीवन का स्वप्न होता है। वास्तविक ज्ञान वह है, जो आचार व्यवहार में परिलक्षित होता है। विद्यार्थी का सर्वांगीण विकास और चरित्र निर्माण ही भारतीय शिक्षा का उद्देश्य है।
राष्ट्र सुधार की भावना के साथ समाज के अच्छे नागरिक बने
आज आजादी के अमृत काल में आप डिग्री लेने के साथ राष्ट्र सुधार की भावना के साथ समाज के अच्छे नागरिक बने। विद्यार्थियों को संस्कारी बनने के साथ-साथ अपनी सोच में परिवर्तन ककरे अपने आप को परिस्थितयों के अनुकूल बनाए। कार्यक्रम में कॉलेज प्राचार्य डॉ अजय कुमार गर्ग, प्रबंध समिति के प्रधान धर्मवीर बत्रा, महासचिव एलएन मिगलानी एवं प्रबंधन समिति सदस्यों द्वारा मुख्य अतिथि कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा को शॉल व स्मृति चिन्ह भेंट किया गया।
समाधान को समझने व धैर्य की जरूरत
कार्यक्रम के दूसरे सत्र में प्रबंध समिति के प्रधान श्रीयुत धर्मवीर बत्रा ने मुख्य अतिथि का स्वागत करते हुए कहा कि विद्यार्थी जीवन में बहुत समस्याएं हैं। चाहे समस्या कितनी भी बड़ी क्यों न हो वह समाधान साथ लेकर आती है। बस उस समाधान को समझने की व धैर्य की जरूरत होती है। इसी सत्र के मुख्य अतिथि उद्योगपति एवं समाजसेवी श्रीयुत पंकज बंसल ने कार्यक्रम में शिरकत करते हुए सांस्कृतिक कार्यक्रम, शिक्षा के क्षेत्र, खेलकूद के क्षेत्र, एन.सी.सी., एन.एस.एस. में योग्यता प्राप्त करने वाले छात्र-छात्राओं को पुरस्कृत किया।
लगभग हजार विद्यार्थियों को पुरस्कृत किया
विश्वविद्यालय में मेरिट सूची में स्थान प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को स्वर्ण पदक व ट्रॉफी प्रदान की गई। एमए हिंदी के 2019 से 2022 तक विश्वविद्यालय में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों में छात्र प्रदीप, छात्रा ज्योति, रीना रिंकी को स्वर्ण पदक प्रदान कर सम्मानित किया गया। बीसीए के छात्र रोहित एवं बीकॉम की छात्रा रीना को स्वर्ण पदक से सम्मानित किया गया। खेलकूद के क्षेत्र में सर्वश्रेष्ठ छात्रा खिलाड़ी कोमल एवं छात्र खिलाड़ी रोहित को पुरस्कृत किया गया। लगभग हजार विद्यार्थियों को पुरस्कृत किया गया। एनसीसी में छात्रा कीर्ति, अमन, सागर, कमलदीप को पुरस्कृत किया गया।
रंगारंग कार्यक्रमों ने सभी का मन मोह लिया
पदक पाने के बाद मेधावी विद्यार्थियों के चेहरे दमक उठे। इस अवसर पर नृत्य, वेस्टर्न ग्रुप सॉन्ग, कोरियोग्राफी, हरियाणवी डांस, पंजाबी गिद्दा, योगा आदि रंगारंग कार्यक्रमों ने सभी का मन मोह लिया। पारितोषिक वितरण समारोह में डॉ. शशि प्रभा मलिक, डॉ. निधान सिंह, डॉ. विक्रम ने मंच का संचालन किया। दीक्षांत समारोह में डॉ. किरण मदान, डॉ मधु शर्मा ने मंच का संचालन किया। उप प्राचार्य प्रोफेसर रंजना शर्मा ने सभी का धन्यवाद करते हुए कहा कि आज के समय में रचनात्मक विचार ही हमारी सबसे बड़ी पूंजी है। जिस देश के युवाओं के पास रचनात्मक विचार होंगे वह देश विकास की दिशा में आगे बढ़ेगा। इस अवसर पर प्रबंध समिति के सभी सदस्य एवं कॉलेज प्राध्यापक मौजूद रहे।