पानीपत मेयर के पिता के खिलाफ कांग्रेस महिलाध्यक्ष ने सीनियर डिप्टी मेयर को सौंपा ज्ञापन
Panipat News/Congress woman president submitted memorandum to senior deputy mayor against Panipat mayor's father
भूपेंद्र सिंह पर कार्रवाई की मांग
आज समाज डिजिटल, Panipat News :
पानीपत। शहर का बेसहारा पशुओं का मुद्दा अब लगातार राजनीतिक मुद्दा बनता जा रहा है। जहां सोमवार को सामाजिक संगठनों के साथ मेयर अवनीत कौर की अगुवाई में नगर निगम कमिश्रर के साथ इस मुद्दे पर वाद-विवाद हुआ और उसमें मेयर अवनीत कौर के पिता पूर्व मेयर भूपेंद्र सिंह भी शामिल हुए थे। जिन्होंने नगर निगम कमिश्नर यशेंद्र सिंह को चेतावनी दी थी कि अगर बेसहारा पशुओं का सड़कों से उठान शुरू नहीं हुआ तो वे आवारा सांड को लाकर कमिश्नर की कुर्सी के साथ बांधे देंगे। इस बात पर मंगलवार को आपत्ति जताते हुए कांग्रेस महिला जिला अध्यक्ष नीरजा बाहरी नगर निगम कार्यालय पहुंची। जिन्होंने सीनियर डिप्टी मेयर दुष्यंत भट्ट को शिकायत दी। शिकायत देकर उन पर कार्रवाई की मांग की है।
अधिकारी से इस तरह बात करने का उनके पास कोई संवैधानिक अधिकार नहीं
शिकायत ने लिखा है कि शहर में बढ़ते बेसहारा पशुओं का मुद्दा आपसे भी छिपा नहीं है। हम महिला कांग्रेस टीम आपके संज्ञान में यह मामला लाना चाहती हैं कि दिन-प्रतिदिन सड़कों पर पैदल चलना, वाहनों में चलना दूबर हो गया है। आपसे प्रार्थना है कि जल्द से जल्द इस मुद्दे का कोई समाधान करवाएं। भूपेंद्र सिंह ने आईएएस ऑफिसर के साथ अभद्र व्यवहार किया है, उसकी निंदा करती हूं। आपसे निवेदन करती हूं कि उसके ऊपर सख्त से सख्त एक्शन लिया जाए। उन्हें उनके अधिकार समझा दिए जाए। क्योंकि अधिकारी से इस तरह बात करने का उनके पास कोई संवैधानिक अधिकार नहीं है।
कमिश्नर ने भूपेंद्र सिंह को भाषा में संयम बरतने की सलाह दी
वहीं इस मामले में खुद कमिश्नर भी आपत्ति जता चुके हैं। समाज सेवियों से मीटिंग के दौरान पूर्व मेयर भूपेंद्र सिंह के तीखे तेवर देखने को मिले। उन्होंने ऊंची आवाज में नगर निगम कमिश्नर से पूरे मुद्दे पर बात की। उन्होंने कहा कि क्या हम जन प्रतिनिधि सिर्फ जनता की गालियां सुनने और उनके आगे हाथ जोड़ने के लिए हैं? आप लोग काम नहीं कर रहे? इस कुर्सी पर उसी को बैठने का अधिकार है, जो काम करेगा। अगर आप काम नहीं कर सकते तो कुर्सी पर बैठने का कोई अधिकार नहीं है? पूर्व मेयर भूपेंद्र सिंह ने कहा कि अगर निर्धारित समय में गोवंश सड़कों से नहीं हटाए गए तो वे सांड लाकर कमिश्नर की कुर्सी से बांधेंगे। इस पर कमिश्नर ने भूपेंद्र सिंह को भाषा में संयम बरतने की सलाह दी।