आज समाज डिजिटल, पानीपत :
पानीपत। हिडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट आने के बाद से अडानी के सम्राज्य को 10 लाख करोड़ का झटका लग चुका है, हालांकि यह रकम उनकी जेब से नहीं गई परंतु पिछले हफ्ते में उनकी कुल संपति की बाजार वैल्यू मे तेजी से कमी आ चुकी है। एक हफ्ते में ही वह दुनिया के अमीरों की लिस्ट में से तीसरे नंबर से खिसक के 17 वे नंबर पर आ गए है।
24 जनवरी को आई रिपोर्ट के बाद अडानी ग्रुप के शेयरों में रकम लगाने वाले निवेशक मे एसबीआई व एलआईसी भी शामिल है, जिनके शेयर प्राइज मे भी गिरावट देखने को मिल रही है।
कांग्रेस के द्वारा सड़को पर प्रदर्शन किया जा रहा है
अडानी की कंपनी के गिरते शेयर को लेकर व हिडनबर्ग रिपोर्ट आने के बाद भारत सरकार पर कोई कार्यवाही न करने का आरोप लगाते हुए कांग्रेस ने भाजपा को संसद से सड़क तक घेरने की तैयारी की है, जहां संसद में कांग्रेस नेता जय राम रमेश हर रोज तीन सवाल पूछने की बात कर रहे है, वहीं कांग्रेस के द्वारा सड़को पर प्रदर्शन किया जा रहा है। इसी श्रंखला में आज पानीपत के एसबीआई बैंक की मुख्य शाखा के बाहर कांग्रेस द्वारा प्रदर्शन किया गया। पानीपत कांग्रेस के वरिष्ठ नेता वरिंदर (बुल्ले) शाह के नेतृत्व मे शहर के लोगो के साथ एसबीआई बैंक के बाहर इक्कठे हुए व भाजपा के खिलाफ नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया गया।
जांच न करवाई तो निवेशकों का पैसा डूबने का अंदेशा बना रहेगा
कांग्रेस के नेताओं का कहना है की विदेशी कंपनी ने अडानी के द्वारा किए गए लेनदेन को सबसे बड़ा फ्राड बताया है। अब तक भारत सरकार ने अडानी की कंपनियों की जांच तक नही करवाई और न ही ऐसी की स्टेटमेंट दी है की जिसमे अडानी के शेयर खरीदने वाले निवेशकों को राहत मिल सके। स्थानीय युवा नेता विपुल शाह का कहना है कि बेरोजगारी, महंगाई, किसानो की आय के मुद्दों पर फैल हो चुकी है, अडानी ग्रुप की कंपनियों पर सरकार को शिकंजा न कसा व जांच न करवाई तो निवेशकों का पैसा डूबने का अंदेशा बना रहेगा। इस मौके पर पानीपत के तमाम कांग्रेसी कार्यकर्ता मौजूद रहे।
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