पानीपत। एसडी पीजी कॉलेज में किताबों की दुनिया फिर आएगी अगले साल के वायदे के साथ 7 दिवसीय पुस्तक मेले का समापन हुआ। यहां 40 हजार किताबें प्रदर्शित की गई थी। इन 7 दिनों में करीबन 12 लाख रुपए की पुस्तकें बेची गई। समारोह में आयुष विभाग के महानिदेशक डॉ. अंशज सिंह, राजकीय मेडिकल डिस्पेंसरी पंचकूला से डॉ. सांत्वना शर्मा और राजकीय अस्पताल पंचकूला से डॉ. यामिनी गुप्ता मुख्यातिथि रहीं। वहीं सांयकालीन सत्र में नगर निगम कमिश्नर जितेंद्र छिल्लर पहुंचे।
उनकी देखरेख में नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति पानीपत द्वारा कवि गोष्ठी आयोजित की गई। मुख्य अतिथि आईओसीएल के जनरल मैनेजर विवेक नारायण रहे। कवि सम्मेलन में मनु बदाऊंनी ने कहा कि दौलत तो बढ़ी पर मेरा घाटा नहीं गया, चीखों से मेरे घर का सत्राटा नहीं गया। इस तरह अनुपिंदर सिंह अनूप ने गाया। कि गजल अपनी तुमको सुनाने से पहले, इजाजत तो ले लूं जमाने से पहले। अरविंद भास्कर ने अपनी कविता ‘आवाज’ में लिखा ‘खुदा यूं हमें जब देखता होगा, सच में, वह, कितना रोता होगा। मनु बदाऊंनी ने गाया ‘गमों को अब कोई ऐसे छुपाने लगता है, हो जब भी भीड़ में कुछ गुनगुनाने लगता है। उनके अलावा नरेश लाभ, राजेश कुमार ने कविता पढ़ी। कॉलेजों में आने वाले मेहमानों का स्वागत श्री एसडी एजुकेशन सोसाइटी नरेश कुमार, कॉलेज प्रधान दिनेश गोयल, कोषाध्यक्ष विशाल गोयल प्राचार्य डॉ. अनुपम अरोड़ा, डॉ. संगीता गुप्ता, डॉ. संतोष कुमारी और डॉ. राकेश गर्ग ने पौधारोपित गमले और पुस्तकें भेंट करके किया।