पानीपत। स्थानीय पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस में प्रत्येक शुक्रवार को आयोजित होने वाली सीएम विंडो निगरानी कमेटी की एक बैठक संपन्न हुई, जिसमें एमिनेंट सिटीजंस सुरेश गुंबर, अनिल मदान, तेजवीर वड़ैच, प्राण रत्नाकर, रविंद्र कादियान व सुखेंद्र सुरा शामिल रहे। उल्लेखनीय है कि हरि सिंह कॉलोनी निवासी गुलाब सिंह का बिजली का बिल 4 लाख 66 हजार 217 रुपए आया था। जिसके विरोध में गुलाब सिंह ने सीएम विंडो पर शिकायत लगाई। एमिनेंट सिटीजन सुरेश गुंबर व तेजवीर वड़ैच के प्रयासों से बिजली महकमे को अपनी गलती को मानना पड़ा और अब यह बिल बिजली विभाग ने कम करके मात्र 3944 भेजा है।
एमिनेंट सिटीजंस हर शिकायत के प्रति पूरी गंभीरता व सतर्कता से कार्य करते हैं
इसी प्रकार मनजीत सिंह का बिल पहले 49079 आया था, जो अब घटकर 26081 हो गया। महेंद्र सिंह बाबरपुर मंडी का बिल 44778 आया था जो अब घटकर मात्र 3205 हो गया है। एमिनेंट सिटीजन प्राण रत्नाकर ने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल की सोच का ही परिणाम है कि सीएम विंडो पर शिकायत आते ही उसका उचित समाधान किया जाता है। प्राण रत्नाकर ने कहा कि कुछ लोग सीएम विंडो का गलत इस्तेमाल करने की फिराक में भी रहते हैं, लेकिन एमिनेंट सिटीजंस हर शिकायत के प्रति पूरी गंभीरता व सतर्कता से कार्य करते हैं।
भ्रष्टाचार या अनियमितता की कोई भी घटना सहन नहीं की जाएगी
उन्होंने बताया कि जनहित में एक शिकायत फूड सप्लाई विभाग के विरुद्ध आई थी, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की गरीब कल्याण योजना के तहत कोरोना कॉल में जरूरतमंदों को मुफ्त राशन वितरण में अनियमितता की शिकायत की गई थी। जिसमें फूड सप्लाई के कुछ अधिकारी भी शामिल बताए गए हैं। इस विषय पर सभी एमिनेंट सिटीजंस ने मुख्यमन्त्री मनोहर लाल से अनुरोध किया है कि विषय की जांच विजिलेंस से कराई जाए। प्राण रत्नाकर ने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल, सांसद संजय भाटिया व पानीपत के दोनों विधायक पूरी तरह से ईमानदार हैं, इसलिए भ्रष्टाचार या अनियमितता की कोई भी घटना सहन नहीं की जाएगी।