पानीपत। सीएम फ्लाइंग करनाल की टीम ने गुरुवार सुबह नौ बजे पानीपत नगर निगम के ताऊ देवी लाल कांप्लेक्स और पालिका बाजार कार्यालय में ज्वाइंट रेड की। सीएम फ्लाइंग की टीम में करीब 35- 40 अफसर शामिल रहे। जिनका नेतृत्व सीएम फ्लाइंग के डीएसपी अजित सिंह ने किया। इस दौरान सीएम फ्लाइंग टीम ने सबसे पहले हाजिरी चेक करते हुए नगर निगम अधिकारियों, कर्मचारियों समेत निगम में आने वाले लोगों से भी पूछताछ की। सुबह नौ बजे दोनों निगम कार्यालय में पहुंची टीम के 35- 40 अफसरों में से आधे देवी लाल कंपलेक्स के बाहर बैठे और बाकी ने पालिका बाजार निगम कार्यालय में डेरा डाला। टीम के सदस्यों ने दोनों कार्यों के मेन गेट पर बैठकर हाजिरी चेक की। यहीं से निगम अधिकारियों को पूछताछ के बाद जाने दिया। इसके बाद आने जाने वालों का रिकॉर्ड रजिस्टर में दर्ज करवाया।। बता दें कि पिछले 12 साल में नगर निगम पर सीएम फ्लाइंग करनाल की यह अब तक की सबसे बड़ी रेड है।
लापरवाही व अनियमितताएं आई सामने
टीम यहां लगातार हर दस्तावेज को चेक कर रही है। संबंधित अधिकारियों एवं कर्मचारियों से जानकारी जुटा रही है। जिस शिकायतों पर टीम यहां पहुंची है, उन शिकायतों की फाइलें भी खुलवाई गई हैं। जिस दौरान टीम के सामने बहुत सी लापरवाही, अनियमितताएं और खामियां सामने आई है। टीमों ने एक और जहां नगर निगम के अधिकारी और कर्मचारियों के कार्यालय को खंगाला है, वहीं दूसरी ओर जनप्रतिनिधि के कार्यालयों में भी दस्तक दी है। नगर निगम के कामों से जुड़े हर एक कागज को बारीकी से चेक किया जा रहा है।
हर दस्तावेज व हर शिकायत की होगी चांज
मामले की जानकारी देते हुए सीएम फ्लाइंग करनाल रेंज डीएसपी अजीत सिंह ने बताया कि जांच पड़ताल गुरुवार सुबह 9 बजे से चल रही है। जब तक हर दस्तावेज, हर शिकायत की पड़ताल नहीं हो जाएगी, तब तक वह नगर निगम में अपना डेरा डाले रहेंगे। इस प्रक्रिया में चाहे 1 दिन लगे या 3 दिन लगे। डीएसपी ने कहा कि उनके पास काफी समय से लगातार शिकायतें आ रही थी। इसके अलावा उन्हें लगातार समाचार पत्रों, समाचार चैनलों और सोशल मीडिया के माध्यम से पानीपत नगर निगम की ढुलमुल कार्यशैली का पता लग रहा था। जिसके चलते आज रेड की की गई है।
कर्मचारी बिना किसी सिफारिश के नहीं निकालते फाइल
जानकारी देते हुए सीएम फ्लाइंग एवं सीआईडी डीएसपी अजीत सिंह ने बताया कि उनके पास काफी पुरानी शिकायतें आई हुई हैं शिकायत 2016 तक की भी आई हुई है। प्रॉपर्टी आईडी, एनडीसीए, जन्म एवं मृत्यु प्रमाण पत्र, लेवल-2 की फाइल, साफ-सफाई समेत अनेकों तरह के कामों की शिकायतें आई हुई है। अधिकारी-कर्मचारी चक्कर लगवा रहे हैं, मगर उनके काम नहीं हो रहे हैं। अक्सर उनकी फाइलों को किसी न किसी तरह की कमियां बता कर फेंक दिया जाता है। अगर कोई फाइल जमा कर ली गई, तो उस फाइल को कर्मचारी बिना किसी सिफारिश के नहीं निकालते हैं। जिन लोगों की सिफारिशें नहीं है, उनकी फाइलें अपने पास जमा कर ली जाती है।
कोई लेट तो कोई ड्यूटी से मिला नदारद
डीएसपी के मुताबिक उनके पास अधिकारी और कर्मचारियों के लेट आने की भी शिकायतें हैं। इन्हीं शिकायतों के आधार पर आज सुबह जब ठीक 9 बजे वे कार्यालय पहुंचे। तो यहां कई कर्मचारी और अधिकारी समय पर उपस्थित नहीं मिले। इतना ही नहीं एक्सईएन प्रदीप कल्याण बिना बताए ड्यूटी से अनुपस्थित मिले। डयूटी के वक्त 9 बजे अधिकांश तक नहीं पहुंचा। नगर निगम कमीश्नर किसी काम से बाहर गए हुए हैं, उनसे फोन पर संपर्क साध लिया गया है।