अपनी वकालत के प्रति समर्पित होना पड़ता है तभी वकील न्याय दिला सकता है : दिनेश महेशवरी
आज समाज डिजिटल, पानीपत :
पानीपत। गीता इंस्टिट्यूट ऑफ़ लॉ में आयोजित 13 वें राष्ट्रीय मूट कोर्ट प्रतियोगिता के समापन समारोह में बतौर मुख्यतिथि पहुंचे न्यायाधीश सर्वोच्च न्यायालय दिल्ली दिनेश महेशवरी ने कहा कि अपनी वकालत के प्रति समर्पित होना पड़ता है, तभी वकील न्याय दिला सकता है। समापन समारोह में न्यायाधीश ने विजेता टीमों व प्रतिभागियों को सम्मानित किया। दो दिवसीय मूट कोर्ट प्रतियोगिता मे देश भर से पहुंची 67 टीमों ने अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया।
केस की पैरवी के दौरान केस के हर पहलू का ध्यान रखना चाहिए
न्यायाधीश दिनेश महेशवरी ने कहा कि एक अच्छे वकील को केस की पैरवी के दौरान केस के हर पहलू का ध्यान रखना चाहिए। अपनी वकालत के प्रति समर्पित होना पड़ेगा तभी वकील न्याय दिला सकता है। केस की पैरवी के दौरान सही तथ्यों के आधार पर निर्णय को प्रभावित कर सकते है। इसी से समाज मे एक अच्छे वकील की पहचान बनती है। मूट कोर्ट प्रतियोगिताओं के माध्यम से न्यायायिक प्रक्रिया से रूबरू होने का अवसर मिल रहा है।
वीएम सलगावकर लॉ कॉलेज गोवा की टीम ने मारी बाजी
गीता इंस्टिट्यूट ऑफ लॉ मे आयोजित दो दिवसीय 13 वें राष्ट्रीय मूट कोर्ट प्रतियोगिता मे देश भर से आई 67 टीमों ने भाग लिया। फाइनल राउंड मे वीएम सलगावकर लॉ कॉलेज गोवा की टीम ने एमेटी यूनिवर्सिटी हरियाणा को हरा कर प्रतियोगिता मे जीत दर्ज की। बतौर मुख्यतिथि पहुंचे न्यायाधीश दिनेश महेशवरी, गीता यूनिवर्सिटी के चांसलर एसपी बंसल व अतिथियों ने प्रथम स्थान पर रही टीम को 31 हजार रुपए कैश व ट्राफी वहीं द्वितीय रहने वाली टीम को 15 हजार रुपए कैश व एक ट्राफी देकर सम्मानित किया।
ये रहे मौजूद
आयोजित मूट कोर्ट प्रतियोगिता के फाइनल राउंड में न्यायायधीश त्रिभुवन दहिया, वरिष्ठ अधिवक्ता डॉ विकास रूहल व प्रो. देवेंद्र सिंह ने निर्णायक भूमिका निभाई। इसके अलावा गेस्ट ऑफ़ ऑनर के रूप में न्यायाधीश, त्रिभुवन दहिया, पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय, चंडीगढ़, प्रदीप राय वरिष्ठ अधिवक्ता और वाइस प्रेसिडेंट सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन दिल्ली, जीयू चांसलर एसपी बंसल, प्रो चांसलर निशांत बंसल, अंकुश बंसल, डीन धर्मेंद्र पटियाला, प्रिंसिपल डॉ सुभाष मित्तल, डॉ संदीप सैनी, शिल्पा सरदाना, निखिल शाह व डॉ विकास नांदल भी उपस्थित रहे।