आवारा पशुओं से लापरवाह नगर निगम अधिकारियों की आंख खोलने के लिए चुना अनूठा तरीका
आवारा पशुओं के आतंक से बचाने के लिए नगर निगम में लेकर पहुंचे सांड
आज समाज डिजिटल, पानीपत :
पानीपत। आवारा पशुओं के आतंक से तंग लोगों ने अपना अनूठा तरीका नगर निगम अधिकारियों की आंख खोलने के लिए सांड लेकर पहुंचे नगर निगम कार्यालय और पंडित पूर्ण चंद महाराज के मंत्रोच्चारण के साथ ही नगर निगम से करवा डाली शादी। यह अजीबोगरीब तरीका सामाजिक कार्यकर्ता एवं पूर्व जिला पार्षद जोगिंदर स्वामी द्वारा अपने टीम और शहर वासियों के साथ मिलकर कियाा। काफी समय से पानीपत में आवारा पशुओं से दुर्घटनाएं हो रही हैंं। पिछले साल एक 22 वर्षीय नौजवान मनप्रीत सिंह पुत्र सरदार भूपेंद्र सिंह की गोवंश से टकराकर मृत्यु हो गई थी जिस पर कुछ समय के लिए आवारा पशुओं को उठाने का कार्य किया गया, लेकिन उसके बाद वही पशु पानीपत के राष्ट्रीय राजमार्ग सेक्टर और कालोनियों में घूमते दिखाई दिए जिनका अब भी पूरी तरीके से शहर की हर गली चौराहों पर कब्जा नजर आता है।
आवारा पशुओं के नाम पर करोड़ों रुपए खर्च किए जा चुके हैं
जोगिंदर स्वामी ने आरोप लगाते हुए कहा कि 10 मार्च को मुख्यमंत्री के आगमन को लेकर नगर निगम सेनेटरी अधिकारी और उनकी टीम सेक्टर 13-17 हेलीपैड पर आवारा पशुओं को क्रूरता के साथ मारपीट कर भगा रहे थे, जिसकी चपेट में 19 वर्षीय जगप्रीत पुत्र सरदार हरदीप सिंह आ गया और इस दुर्घटना में वह गंभीर रूप से घायल हो गया जो अब भी एक निजी अस्पताल में कोमा में है और अपने जीवन की लड़ाई लड़ रहा है। उन्होंने कहा कि जिन नगर निगम के अधिकारियों के चलते यह हादसा हुआ उन कर्मचारियों द्वारा बच्चे को अस्पताल पहुंचाना तो दूर उल्टा मौके से भाग गए वहां के स्थानीय लोगों द्वारा उस बच्चे को गंभीर अवस्था में अस्पताल में दाखिल कराया गया। उन्होंने कहा कि 2018 से अब तक नगर निगम और एसपीसीए द्वारा लगभग 10- 12 हजार पशुओं को नैन गौशाला में शिफ्ट किया जा चुका है और अब तक आवारा पशुओं के नाम पर करोड़ों रुपए खर्च किए जा चुके हैं लेकिन उस गौशाला में अब भी तीन चार हजार ही गोवंश है बाकी सभी पानीपत की सड़कों पर घूम रहे हैं।
पीड़ित परिवारों को मेडिकल खर्च एवं मुआवजा देना सुनिश्चित होना चाहिए
उन्होंने आयुक्त नगर निगम को ज्ञापन देते हुए कहा कि आवारा पशुओं से होने वाले हादसों की जिम्मेदारी नगर निगम अधिकारियों को अपने ऊपर लेनी चाहिए और हादसे के शिकार पीड़ित परिवारों को मेडिकल खर्च एवं मुआवजा देना सुनिश्चित होना चाहिए और इसका आपराधिक मामला भी नगर निगम अधिकारियों पर ही निश्चित किया जाना चाहिए। तभी जाकर इस पर अंकुश लगाया जा सकता है नहीं तो यह आवारा पशु इन अधिकारियों की कमाई का ही साधन बने रहेंगे। उन्होंने जनप्रतिनिधियों को चेतावनी देते हुए कहा कि एक महीने के अंदर अगर उनका कोई समाधान नहीं निकला तो विधायकों और पार्षदों के निवास पर पहुंचकर प्रदर्शन करेंगे और उनके घर दो दो सांडों को बांध कर आएंगे।
स्वामी और दुष्यंत भट्ट के बीच बेसहारा गोवंश को लेकर काफी तीखी नोकझोंक हुई
इस मौके पर नगर निगम में सीनियर डिप्टी मेयर दुष्यंत भट्ट को प्रदर्शनकारियों के सवालों का सामना करना पड़ा इस अवसर पर जोगिंदर स्वामी और दुष्यंत भट्ट के बीच बेसहारा गोवंश को लेकर काफी तीखी नोकझोंक भी हुई उसके बाद पत्रकारों के सवालों के सामने बे खुद को काफी असहज महसूस कर रहे थे। इस अवसर पर रणजीत भोला, सरदार कवलजीत सिंह, गोविंद सैनी, ईश्वर बैरागी, कुलदीप शर्मा, राजेश शर्मा, सरदार बलबीर सिंह, अमित श्रीवास्तव, उदय शर्मा, सुनील धीमान, सुनील डावर, सुमित भारद्वाज, विकास सिंगल सहित काफी लोग उपस्थित थे।
प्रशासन और मेयर नगर निगम अलर्ट मोड पर
नगर निगम में प्रदर्शन से पहले ही पूरा प्रशासन और मेयर नगर निगम अलर्ट मोड पर दिखाई दिए। मंगलवार सुबह लगभग 10:15 बजे उपायुक्त पानीपत सांड द्वारा दुर्घटना में घायल जगप्रीत को अस्पताल देखने पहुंचे और परिवार जनों को इलाज का खर्चा प्रशासन द्वारा वहन करने का आश्वासन दिया थोड़ी देर में ही मेयर अवनीत कौर भी अस्पताल में पहुंचकर परिजनों को आश्वस्त करती दिखाई दी। उधर नगर निगम में प्रदर्शन के समय सीनियर डिप्टी मेयर दुष्यंत भट्ट द्वारा सीकरी समस्या का समाधान करने का आश्वासन देते नजर आए।