- कालखा के सरकारी स्कूल में विद्यार्थियों को किया जागरूक
आज समाज डिजिटल, पानीपत :
पानीपत। गांव कालखा राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में विद्यार्थियों ने भी संकल्प लिया कि वे अपने किसान अभिभावकों को इस बात के लिए जागरूक करेंगे कि धान की कटाई के उपरांत पराली को नहीं जलाएं। फसल अवशेष प्रबंधन योजना के तहत कृषि एवं किसान कल्याण विभाग पानीपत की ओर से चलाए जा रहे विशेष जागरूकता कार्यक्रम के तहत खंड तकनीकी प्रबंधक (बीटीएम) जगपाल ने विद्यार्थियों को समझाया कि पराली जलाने से न केवल पर्यावरण प्रदूषित होता है, बल्कि हमारी भूमि की उर्वरा शक्ति पर भी दुष्प्रभाव पड़ता है।
बच्चों का भी फर्ज बनता है कि वे अपने किसान माता-पिता को समझाएं
इसलिए बच्चों का भी फर्ज बनता है कि वे अपने किसान माता-पिता को समझाएं और पराली न जलाने के लिए सचेत करें, क्योंकि पराली को बेचकर भी लाभ कमाया जा सकता है या इसे मशीनों के जरिये खेत में ही नष्ट करके खाद के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है। इस पर बच्चों ने भी हाथ उठाकर विश्वास दिलाया कि वे भी अपने अभिभावकों को इस पराली जलाने से होने वाले नुकसान के बारे में जागरूक करेंगे।
खंड मडलौडा के कई गांवों में पहुंची प्रचारक वैन
वहीं उप कृषि निदेशक डॉ. वजीर सिंह व उपमंडल कृषि अधिकारी अनिल नरवाल ने संयुक्त रूप से बताया कि कृषि एवं किसान कल्याण विभाग पानीपत की विशेष प्रचारक वैन मंगलवार को खंड मडलौडा के गरंव वैसर, भंडारी, नैन, कालखा, लोहारी, सुताना आदि में पहुंची और स्लोगनों के माध्यम से किसानों को पराली जलाने से होने वाले नुकसान के प्रति जागरूक किया। इस दौरान क्षेत्र के किसानों राजपाल, दीपचंद, विनोद, प्रदीप, सतबीर, कंवरभान, नरेन्द्र आदि ने भी विश्वास दिलाया कि पराली नहीं जलाएंगे और अन्य किसानों को भी इसके बारे में समझाएंगे।
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