Aaj Samaj (आज समाज), Chief Minister Antyodaya Family Upliftment Scheme, पानीपत : डीसी वीरेन्द्र कुमार दहिया ने सोमवार को लघु सचिवालय में मुख्यमंत्री अंत्योदय परिवार उत्थान योजना के तहत विभिन्न बैंक प्रतिनिधियों की बैठक को सम्बोधित करते हुए कहा कि गत समय में आयोजित मेलों में जितने भी लोन स्वीकृत किए गए हैं, उनमें से लंबित लोन जल्द से जल्द या तो स्वीकृत किए जाएं या अस्वीकृत करने के कारण बताएं जाएं। उन्होंने कहा कि ऐसा करने के लिए सभी बैंकों को एक महीने का तय समय दिया गया है। अगर इसके बाद किसी बैंक द्वारा इसमें कोई कोताही बरती गई तो विकास कार्यो के लिए सरकार की ओर से खोले गए बैंक खातों को अच्छी परफॉर्मेंस वाले बैंकों में शिफ्ट किया जाएगा।

 

1261 ऐसी फाइलें हैं जो लोन से संबंधित लंबित पड़ी हुई हैं

डीसी वीरेन्द्र कुमार दहिया ने बैंकों को सीधे तौर पर इस मामले में गम्भीरता दिखाने के निर्देश देते हुए कहा कि 1261 ऐसी फाइलें हैं जो लोन से संबंधित लंबित पड़ी हुई हैं। इनमें से सबसे ज्यादा एक्सिस बैंक की 287 फाईल, एचडीएफसी की 174 फाईल, पंजाब नैशनल बैंक की 162 फाईल, सर्व हरियाणा ग्रामीण बैंक की 126, एसबीआई की 257, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया की 80 व अन्य बैंकों जिनमें बैंक ऑफ बडौदा, बैंक ऑफ इंडिया, बैंक ऑफ महाराष्ट्र, केनरा बैंक, सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया, इंडियन बैंक, इंडियन ओवरसीज बैंक, इंडस बैंक, कर्नाटका बैंक, कोटेक महिन्द्रा, लक्ष्मी विलास, यूको बैंक, उत्कर्ष स्मॉल फाइनेंस लिमिटेड और यस बैंक इत्यादि की भी कुछ फाइलें लंबित पड़ी हुई हैं।

समस्याएं दूर कर उन्हें तुरंत प्रभाव से लोन स्वीकृत कर लोन की राशि दें

उन्होंने कहा कि आजादी के अमृत महोत्सव की श्रृंखला में प्रदेश सरकार चौथे चरण के अंत्योदय मेले शुरू करने का कार्यक्रम चला रही है। इन मेलों को शुरु करने से पहले जिला के सभी 1261 पात्र परिवारों के घर बैंकों के प्रतिनिधि पंहुचेंगे। एडीसी वीना हुड्डा ने बताया कि जिन आवेदकों के लोन स्वीकृत हुए हैं और उनकी फाइल लंबित पड़ी हुई हैं। ऐसे में यदि कोई आवेदक लोन नहीं लेना चाहता है तो सभी बैंकों के प्रतिनिधि उन आवेदकों से लिखवा कर लें कि वे लोन नहीं लेना चाहते हैं। अगर वे लोन लेना चाहते हैं तो उनकी समस्याएं दूर कर उन्हें तुरंत प्रभाव से लोन स्वीकृत कर लोन की राशि दें। उन्होंने कहा कि सभी बैंक लोन स्वीकृत करें और नहीं तो उसका वैध कारण भी बताएं कि वह लोन क्यों नहीं दिया गया। बैठक में एलडीएम तुलाराम सहित विभिन्न बैंकों के प्रतिनिधि भी उपस्थित रहे।