आज समाज डिजिटल, पानीपत :
पानीपत। गांव गगसीना काफी बड़ा गांव है, पर सेकेंडरी शिक्षा के बाद सामान्य परिवार की बेटियों को आत्मनिर्भर होने के लिए कोई काम सीखने की कोई व्यवस्था नहीं है। इसी बात को ध्यान में रखते हुए चेतना परिवार ने वहां एक सिलाई केंद्र चलाने की व्यवस्था कर दी है। उद्घाटन कार्यक्रम की अध्यक्षता समाजसेवी सत्य प्रिय ने की। मुख्य अतिथि के रूप में डॉ. विजय उपस्थित रहे। चेतना परिवार की न्यासी कमला आर्य ने चेतना सिलाई केंद्र का उद्घाटन करते हुए सिलाई सीखने वाली बेटियों को संबोधित करते हुए कहा कि किसी भी परिवार की सुख-समृद्धि का आधार उसकी आर्थिक स्थिति का मजबूत होना जरूरी है, उसके लिए परिवार के हर सदस्य को कोई ना कोई काम धंधा करते रहना जरूरी है।
पहले सत्र में 17 बेटियां सिलाई सीख रही हैं
बेटियों के लिए आत्मनिर्भर होना और भी जरूरी है। छोटे-मोटे खर्चों के लिए उन्हें किसी का सहारा ढूंढने की जरूरत नहीं रहती। सत्य प्रिय ने बेटियों को उत्साहित करते हुए बताया कि हाथ से बुने बच्चों के कपड़ों को ग्राहक ज्यादा पसंद करते हैं। आप अच्छे कपड़े तैयार करें तो उन्हें ऑनलाइन बेचने की व्यवस्था की जा सकती है। सिलाई सीख रही बेटियों ने अपने द्वारा तैयार किए हुए है कपड़े सभी को दिखाए। पहले सत्र में 17 बेटियां सिलाई सीख रही हैं। दिव्यांशु ने सभी को प्रसाद वितरित किया। बैठने के लिए उन्हें टाट पटि्टया भी दी। सत्य प्रिय के बेटे दिव्यांशु और बिटिया निहारिका ने अपनी मां सुशीला शर्मा की स्मृति में इस स्कूल के संचालन का दायित्व लिया है। इस चेतना सिलाई स्कूल में सिलाई सिखाने वाली बेटी पिंकी आईटीआई से प्रशिक्षित है। इस अवसर पर कमलेश, विजय संधू, दीपचंद्र निर्मोही और अयांश विशेष रूप से उपस्थित रहे।
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