Panipat News : ब्रह्माकुमारी बहनों ने जिला कारागार में कैदियों को बांधी राखी

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Brahma Kumari sisters tied Rakhi to prisoners in the district jail

(Panipat News) पानीपत। प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय द्वारा सिवाह स्थित जिला कारागार में रक्षाबंधन कार्यक्रम का आयोजन किया। कार्यक्रम में ब्रह्माकुमारी बहनों ने जेल कर्मचारियों सहित तमाम कैदियों को भी राखी बांधी। इस अवसर पर ब्रह्माकुमारीज़ से पानीपत सर्कल इंचार्ज राजयोगिनी बीके सरला दीदी के साथ ममता दीदी, मोनिका दीदी और नीतू दीदी जिला कारगर में पहुंची और सर्व प्रथम कारागार अधीक्षक देवी दयाल, उपअधीक्षक गीता रानी, उपअधीक्षक दीपक हुडा, उपअधीक्षक संदीप कुमार सहित कार्यक्रम में मौजूद तमाम पुलिस अधिकारीयों एवं कर्मचरियों को राखी बांधी एवं मिठाई खिलाकर मुंह मीठा कराया। इसके साथ ही जिला कारागार हाल में उपस्थित करीब 200 कैदियों को राखी बांधी। कारागार सभा को संबोधित करते हुए बीके ममता दीदी ने संस्थान का परिचय देते हुए कहा कि संस्था निःशुल्क राजयोग मेडिटेशन सिखाती है, जिसके द्वारा हम अपने जीवन में सशक्त होकर आंतरिक विकारों से अपने को मुक्त कर सकते हैं और जीवन में सुख एवं शांति का अनुभव कर सकते हैं।

राजयोगिनी बीके सरला दीदी ने कैदियों से कहा कि आप बहुत सारी संभावनाओं के बीच में जी रहे हो। भले किसी भी कारणवश आपको इस स्थान पर आना पड़ा, परंतु यहां आपको वह समय और स्थान मिला है जब आप स्व चिंतन करके अपने को परिवर्तन कर सकते हैं। आज कोई कहता है ऊपर वाले सुधर जाएं तो समाज सुधर जाए, कोई कहता नीचे वाले सुधर जाएं तो समाज सुधर जाए, वास्तव में सुधरना किसको है ? हमें अपने आप को ही सुधारना है। अपने को आत्मा समझना भूल और देह-भान में अत्यधिक खो जाने के कारण ही हम विषय विकारों के अधीन होकर निकृष्ट कर्म करते हैं। परिणाम स्वरूप हमें जीवन में दुखों को भोगना पड़ता है। उन्होंने कहा इस कारागार से तो आपका परिवार लड़ रहा है, परन्तु आप अंदर के कारागार से लड़ो और मुक्त बनो। जब तक विकारों की गुलामी से आजाद नहीं हुए तब तक हम वास्तव में आजाद हो ही नहीं सकते। सरला दीदी ने मन की शांति के लिए योगाभ्यास भी कराया। वहीं गांव सिवाह सेवाकेंद्र की संचालिका बीके मोनिका दीदी ने रक्षाबन्धन के रहस्य और महत्व पर अपने विचार रखे। उन्होंने समाज की रक्षा और मानवता की रक्षा की प्रतिज्ञा कराई। कारागार अधीक्षक देवी दया ने बीके बहनों का धन्यवाद दिया।