- पिछले 9 महीने में गौशालाओं को 45 करोड़ की अनुदान राशि प्रदान की गई
आज समाज डिजिटल, पानीपत :
पानीपत। जिले के गौशाला संचालकों की एक महत्त्वपूर्ण बैठक यहां लघु सचिवालय के द्वितीय तल पर स्थित कान्फ्रैंस हाल में संपन्न हुई। बैठक में हरियाणा गौ सेवा आयोग के चेयरमैन श्रवण कुमार गर्ग ने गौशाला संचालकों को संबोधित किया व उनके सामने आ रही समस्याओं को ध्यानपूर्व सुन। उन्होंने गौशाला संचालकों की समस्याओं का प्रशासन से निदान करवाने का आश्वासन दिया। आयोग के चेयरमैन श्रवण कुमार गर्ग ने बताया कि आयोग गौवंश की तस्करी व गौ मांस पर रोक लगाने को कटिबद्ध है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल की इच्छा है की प्रदेश में किसी भी सडक़ पर गौवंश दुर्बल ना दिखाई दे। इस दिशा में भरसक प्रयास किए जा रहे हैं। आयोग ने 3 लाख गौवंश को सडक़ों से गौशाला तक पंहुचाया।
आयोग का प्रयास है कि सभी पंजीकृत गौशालाओं को ग्रांट मिले
आयोग के चेयरमैन ने बताया कि प्रदेश के हर जिले में एक बड़ा गौवन बनाया जाना है इस पर विचार विमर्श हो रहा है। गौवन ऐसा हो जो प्राकृतिक की झलक दिखाता हो व गौवंश के हिसाब से सक्षम व सबल दिखाई पड़ता हो। इसके लिए सर्वे कर जमीन तलाशी जा रही है। पंचकूला में गौवन बनाया जा चुका है, झज्जर में जमीन का चयन हो चुका है। आयोग शेष 20 जिलों में एक -एक बड़ा गौवन बनाएगा जो करीब 100 से ज्यादा एकड़ में आधुनिक सुविधाओं से परिपूर्ण होगा। पूरे प्रदेश में बीते 9 महीनों में गौशालाओं को आधुनिक बनाने को लेकर 45 करोड़ की अनुदान राशि प्रदान की जा चुकी है। आयोग का प्रयास है कि सभी पंजीकृत गौशालाओं को ग्रांट मिले। उन्होंने सभी गौशालाओं के संचालकों से जिले की सामाजिक संस्थाओं को जोडऩे का आह्वान किया।
पंजीकृत गौशााओं को आधुनिक रूप प्रदान किया जा रहा है
चेयरमैन श्रवण कुमार गर्ग ने बताया कि वर्ष 2014 में प्रदेश में मात्र 215 गौशालाएं व 1 लाख 75 हजार गौवंश था, अब स्थिति बदल चुकी है। अब प्रदेश में 624 पंजीकृत गौशालाएं हैं जिनमें 4 लाख 75 हजार गौवंश है। उन्होंने बताया कि गौवंश की स्थिति को देखते हुए हर खंड में एक गोवन बनाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि अगर आयोग हर गौशाला से 100 नंदी को ले ले तो क्या वे 50 गौवंश को लेने के लिए तैयार हैं तो जिली की 29 पंजीकृ त गौशालाओं के संचालकों ने इसमें सहयोग देने की बात कही। चेयरमैन श्रवण कुमार गर्ग ने बताया कि प्रदेश में पंजीकृत गौशााओं को आधुनिक रूप प्रदान किया जा रहा है। पूरे प्रदेश में पंजीकृत 634 गौशालाओं में से 330 गौशालाओं में सोलर पैनल के साथ जोड़ा गया है। शेष बची गौशलाओ में सोलर लगाने को लेकर कार्य जारी है।
निगम व पंचायतों की जिम्मेदारी है कि वो छोटे-छोटे गोवंश को सड़कों पर ना घूमने दे
चेयरमैन श्रवण कुमार ने बताया कि पानीपत में गोवंश को बढ़ावा देने के जमीन तलाशी जा रही है। आयोग ऐसे स्थान पर गौवन बनाना चाहता है जिसमें पानी, चारे की सुविधा हो गौवंश सुखद महसूस कर सके। उन्होंने संचालकों से सुझाव मांगे तो जिले के छाजपुर, ब्रहपुर, कुराना, भैसवान में गौवन बनाने की संभावना दिखाई दी। उन्होंने बताया कि बड़े गौवन को बनाने के लिए वे पंचकूला, झज्जर व गुरूग्राम का दौरा कर चुके हैं व शेष जिलों का कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि पूरे प्रदेश में 75 हजार एकड़ ज़मीन ऐसी है जिसमें पानीपत में 10 हजार एकड़ है जो गौचरान के लिए प्रयाप्त है। उन्होंने कहा कि नगर निगम व पंचायतों की जिम्मेदारी बनती है कि वो छोटे-छोटे गोवंश को सड़कों पर ना घूमने दे। इससे दुर्घटना का खतरा बनता है।
गौशाला संचालकों से सुझाव भी मांगे
चेयरमैन श्रवण कुमार गर्ग ने प्रशासनिक अधिकारियों से हर महीने गौ टास्क फार्स की बैठक करने को कहा। उन्होंने गौ टास्क फार्स के सदस्यों से अनुरोध किया कि वे कानून को अपने हाथ में ना लें। सहयोग के लिए पुलिस को इसके बारे में सूचित करें प्रशासन इसमें उनकी पूरी मदद करेगा। उन्होंने हर महीने बैठक की रिपोर्ट आयोग को भेजने के भी निर्देश दिए। उन्होंने सभी खंड एवं विकास पंचायत अधिकारियों व सचिवों से ज्यादा से ज्यादा मात्रा में गौशालाओं के लिए पुराली संग्रह करने को कहा। उन्होंने कहा कि गौशाला के कुछ नियमों में संशोधन किया गया है जल्दी ही उनको सार्वजनिक किया जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रत्येक गौशाला में 2 रुपए यूनिट के हिसाब से बिजली का बिल चार्ज किया जाता है। अगर कहीं भी ज्यादा का बिल आता है तो उनका वह जमा हुआ बाद में बिल के साथ एडजेस्ट होगा। इस दौरान उन्होंने गौशाला संचालकों से सुझाव भी मांगे।
गौशाला में आ रही समस्याओं को दूर करने का आश्वासन दिया
इस मौके पर जिला परिषद के सीईओ विवेक चौधरी ने कहा कि प्रशासन को गौशालाओं को हर समस्या के निदान के लिए तैयार है। उन्होंने बताया कि कई गांव में प्रशासन ने नरेगा के तहत गौवंश के लिए शैड बनवाए गए हैं। सीटीम राजेश ने कहा कि गौ टास्क फोरस की हर महीने बैठक होनी चाहिये ताकि उनकी समस्याओं का बारिकी से समाधान किया जा सके। उन्होंने इन बैठकों में सभी खंड विकास पंचायत अधिकारियों को भी शामिल करने का सुझाव दिया। उन्होंने आश्वासन दिया कि वे गोवंश को बढ़ावा देने के लिए उनका हर संभव सहयोग करेंगे। इस मौके पर उनके साथ आयोग के सदस्य राकेश मलिक, जिला पशुपालन विभाग के उप निदेशक संजय आंतिल, वीरेंद्र सिंह के अलावा 29 गौशालाओं के प्रतिनिधि साथ थे। हरियाणा गौ सेवा आयोग के चेयरमैन श्रवण कुमार गर्ग ने आज इसराना खंड के गांव शाहपुर की गौशाला का निरीक्षण भी किया व गौशाला में आ रही समस्याओं को दूर करने का आश्वासन दिया।