अंसल मालिकों और डीटीपी अधिकारियों द्वारा किए गए सैकड़ों करोड़ के घोटाले को दबाने का किया जा रहा है प्रयास : स्वामी 

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Panipat News/Attempts are being made to suppress scams worth hundreds of crores by Ansal owners and DTP officials: Swami
Panipat News/Attempts are being made to suppress scams worth hundreds of crores by Ansal owners and DTP officials: Swami
आज समाज डिजिटल, पानीपत :
पानीपत। अंसल मालिकों और डीटीपी अधिकारियों द्वारा किए गए सैकड़ों करोड़ के घोटाले को दबाने का प्रयास किया जा रहा है। यह आरोप जोगेंद्र स्वामी पूर्व जिला पार्षद ने लगाए हैं। उक्त बात उन्होंने शिवम वेलफेयर एसोसिएशन के प्रधान रमेश मलिक के साथ अंसल में डीटीपी विभाग और अंसल मालिकों द्वारा सरकारी गौहर और यूडीलैंड को बेचकर सरकार को करोड़ों रुपए का चूना लगाए जाने पर 8 नवंबर को उपायुक्त कार्यालय के बाहर प्रदर्शन में शामिल होने के लिए डोर टू डोर अभियान के दौरान कही।

मामले को लटकाने का प्रयास

उन्होंने कहा कि उनके द्वारा लगातार डीटीपी पानीपत डीटीपी, हेड क्वार्टर चंडीगढ़, चीफ टाउन प्लानर और महानिदेशक कंट्री एंड टाउन प्लानिंग डिपार्टमेंट चंडीगढ़ को ज्ञापन दिए गए हैं, लेकिन उच्च अधिकारी अपने मातहत अधिकारियों द्वारा किए गए इस भ्रष्टाचार के मामले को दबाने में लगे हुए हैं। जबकि उनके द्वारा यूडीलैंड की अवैध तरीके से कराई रजिस्ट्रियों की कॉपियां और उसमें अवैध तरीके से बनाई गई कोठियों तक का ब्यौरा सभी अधिकारियों को दे दिया गया। उसके बावजूद भी कोई कार्रवाई नहीं की गई। जबकि तोड़फोड़ करने की कार्रवाई खुद डीटीपी विभाग द्वारा की जानी होती है, लेकिन अपने अधिकारियों पर कोई गाज ना पड़ जाए इसको लेकर मामले को लटकाने का प्रयास किया जा रहा है।

रजिस्ट्रियों को रद्द करने की मांग की जाएगी

उन्होंने कहा कि 5 नवंबर तक पंचायत चुनाव की प्रक्रिया चलेगी। जिसको देखते हुए 8 नवंबर को उपायुक्त कार्यालय के बाहर प्रदर्शन करके मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा जाएगा और गलत तरीके से सरकारी गोहर, यूडीलैंड की प्लानिंग करने वाले अधिकारियों और अंसल मालिकों पर अपराधिक मामला दर्ज करवाने अवैध तरीके से बने भवनों को तत्काल प्रभाव से ध्वस्त करने और इनकी रजिस्ट्रियों को रद्द करने की मांग की जाएगी। उन्होंने कहा कि गेट नंबर 2 गैलेक्सी कोर्ट लाइसेंस नंबर 17 -28 में सैकड़ों दुकानदारों के साथ अंसल मालिकों और डीटीपी अधिकारियों द्वारा प्रताड़ना दी जा रही है, जो ईडीसी चार्ज अंसल मालिकों को जमा करना था उस ईडीसी चार्ज को दुकानदारों द्वारा अंसल मालिकों को दे दिया गया।

उच्च स्तरीय जांच करवाने की मांग की जाएगी

उसके बावजूद भी इन दुकानदारों को मालिकाना हक ना मिलना दर्शाता है कि अंसल मालिक और डीटीपी विभाग के अधिकारी मिलीभगत के तहत छोटे छोटे दुकानदारों को सीलिंग का भय दिखाकर दोनों हाथों से लूटने का कार्य कर रहे हैं। जो की पूरी तरीके से गलत है इन दुकानदारों की तत्काल प्रभाव से कंप्लीशन  देने की मांग की जाएगी। इसी प्रकार सतै सत्येंजा (लारेजिशिया ) में बिल्डर द्वारा जे टावर बनाया ही नहीं उसके बावजूद भी सब्जबाग दिखाकर बहुत से लोगों द्वारा उसमें फ्लैटों के पैसे तक जमा करा लिए गए। उसके बाद उनको पैसे लौटाए बिना ही यहां पर सभी नियमों को ताक पर रखकर किसी अन्य बिल्डर को जगह बेच दी गई। जिसमें डीटीपी अधिकारियों ने मिलीभगत करके 5 एकड़ भूमि पूरी करने के लिए सरकारी रास्ते तक को बंद करवा दिया गया, जोकि सीधे-सीधे उपभोक्ताओं के साथ खुले रूप से खिलवाड़ है, इसकी उच्च स्तरीय जांच करवाने की मांग की जाएगी।
अपने हकों के लिए अब हमें एकजुट होकर खड़े होना चाहिए
इस अवसर पर रमेश मलिक ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी किसी भी तरीके से हुए भ्रष्टाचार को किसी भी सूरत में सहन नहीं करेगी और हम खुद इस मामले में सहयोगी के रूप में खड़े हैं और इसकी उच्च स्तरीय जांच कराने की मांग करते हैं। उन्होंने अंसल वासियों से अपील करते हुए कहा कि अपने हकों के लिए अब हमें एकजुट होकर खड़े होना चाहिए और 8 नवंबर को अधिक से अधिक संख्या में उपायुक्त कार्यालय में पहुंचे। इस अवसर पर राज शर्मा, लाल सिंह, सतवीर शर्मा, अश्वनी जिंदल, एसके बंसल विक्की शर्मा, रणजीत भोला, कवलजीत सिंह उपस्थित रहे।