- अधर्म पर धर्म की विजय, बुराई पर अच्छाई की विजय का प्रतीक विजयदशमी पर्व दशहरा कमेटी
(Panipat News) पानीपत। सनौली रोड के तत्वावधान में हुडा सेक्टर -25, पाईट स्कूल के सामने विजयदशमी पर्व हर्षोल्लास के साथ कड़ी सुरक्षा में धूमधाम के साथ मनाया गया। 5 बजकर 51 मिनट पर मर्यादा पुरूषोत्तम श्री राम के अग्निबाण से अहंकारी दशानन रावण अपने कुनबे सहित धू-धू कर जल उठा। रावण के धाराशायी होते ही उपस्थित लाखों लोगों ने भगवान जय श्री राम की जयघोषों से वातावरण गुंजा दिया ।
अधर्म पर धर्म की विजय के लाखों लोग साक्षी बने इससे पूर्व हनुमान चालीसा का सामूहिक पाठ हुआ जिसे सभी ने साथ मिलकर ताली बजाते हुए बोला तथा जिसे लाखों की संख्या में उपस्थित जनसमूह ने एक साथ भक्तिभाव से झूम उठा। इससे पूर्व रावण परिवारके आकर्षक पुतलों को देखने के लिए पिछले 2 दिनो से लोग मैदान पर उमड़ रहे थे। पुतलों पर लगी लाईटों से वे और अधिक रोमांचकारी लग रहे थे। आज भी पूरा दिन लोगों ने रावण परिवार के दर्शन और पूजा की और लाईन लगाकर प्रसाद भी ग्रहण किया।
शाम होते-होते लाखों लोगों का हुजूम दशहरा स्थल पर उमड़ पड़ा
शनिवार को हुडा सेक्टर-25 के मैदान में नगर का सबसे बड़ा दशहरा उत्सव दशहरा कमेटी सनौली रोड के तत्वावधान में मनाया गया। पिछले विजयदशमी पर्व को लेकर इस बार भी हनुमान स्वरूपों व हनुमान सेवकों का उत्साह चरम सीमा पर था और लोगों में सुबह से उत्साह बना हुआ था। शाम होते-होते लाखों लोगों का हुजूम दशहरा स्थल पर उमड़ पड़ा। जिसमें पुलिस बल, सेवादारों और निजी सुरक्षा कर्मियों को काफी मशक्कत करनी पड़ी।
जगन्नाथ धाम हरिद्वार से पधारे अरूणदास जी महाराज, जगदगुरू रामानुजाचार्य स्वामी अनंताचार्य जी महाराज, वृंदावन, आचार्य शुभेश जी महाराज, श्री रामशक्तिपीठ दिल्ली, महीपाल ढांडा विधायक ग्रामीण, प्रमोद विज, शहरी विधायक, उपायुक्त वीरेन्द्र दहिया, पूर्व लोकसभा सांसद संजय भाटिया, पूर्व मेयर अवनीत कौर, सुरेन्द्र रेवड़ी, कमल अग्रवाल, एस.पी. बंसल, सियाराम गुप्ता, कमल अग्रवाल, चन्द्रशेखर शर्मा, अश्विनी जैन, डीएसपी सुरेश सैनी ने, एस.एच.ओ. थाना चांदनी बाग राकेश शर्मा ने फीता काटकर विधि विधान पूर्वक पूजन करवाकर दशहरा पर्व का उद्घाटन किया।
सभी अतिथियों ने दशहरा कमेटी द्वारा करवाये जा रहे धार्मिक एवं सामाजिक कार्यों की खुले दिल से प्रशंसा करते हुए हर संभव सहयोग का प्रधान रमेश माटा को आश्वासन दिया। इससे पूर्व दशहरा कमेटी के प्रधान रमेश माटा, तिलक राज छाबड़ा, सूरज दुरेजा, विरेन्द्र सोनी, हरबंस लाल अरोड़ा, बसंत लाल रामदेव, अशोक नारंग, डा. रमेश चुघ, पुरूषोत्तम शर्मा, चिमन सेठी, विजय चौधरी, स्वप्निल जुनेजा, अमित तनेजा, गजेन्द्र सलूजा, राजकुमार छाबड़ा समेत कई पदाधिकारियों ने मुख्य अतिथियों का माल्यार्पण कर स्वागत किया तथा सभी अतिथियों को दशहरा कमेटी की ओर से हनुमान जी की गदा भेंटकर सम्मानित किया।
सभी विशिष्ट अतिथियों ने आसमान में शान्ति के प्रतीक गुब्बारे छोड़े व उपस्थित लोगों को भगवान श्रीराम के आदर्शों को जीवन में अपनाने का आवाह्न किया। जैसे जैसे सूरज अस्त हो रहा था वैसे वैसे ही लोगों में उत्साह बढ़ता जा रहा था। नाचते-गाते हनुमान स्वरूप व श्रीराम लक्ष्मण स्वरूप रावण परिवार के पुतलों के चारों ओर चक्कर लगाते हुए बाण चला रहे थे। हर तरफ भारी संख्या में जनसमूह श्री राम के जयघोष से गूंज रहा था।
हलांकि दशहरा कमेटी ने दशहरा स्थल पर सुरक्षा के चाक-चौबंद बंदोबस्त किए थे और दशहरा स्थल के चारों ओर सी.सी.टी.वी. कैमरे लगाए गए थे जो कि दशहरा स्थल के चप्पे-चप्पे की निगरानी कर रहे थे। तो वही जिला प्रशासन ने सुरक्षा की दृष्टि से भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया था। दशहरा कमेटी ने श्रद्धालुओं की सुरक्षा, सफाई, पानी के साथ-साथ किसी अप्रिय दुर्घटना से निपटने हेतु सभी सुविधाओं से लैस एम्बुलैन्स, फायर ब्रिगेड व चिकित्सकों का एक दल भी मौजूद था। ठीक 5 बजकर 51 मिनट पर भगवान श्री राम स्वरूपों ने रावण पर अग्नि बाण चला दिया।
रावण को अग्निबाण लगते ही अहंकारी रावण, कुम्भकर्ण व मेघनाद के विशाल पुतले धू-धू कर जल उठे और पुतलों में लगी आतिशबाजी व दशहरा स्थल पर चले स्काई शॉट ने लोगों का मन मोह लिया। अधर्म के प्रतीक दशानन पर भगवान राम की विजय से ही सारा वातवारण जयघोषों से गूंज उठा।
मिनी हैलीकॉप्टर से समस्त जनसमूह पर पूष्प वर्षा की गई। दशहरा स्थल पर दशहरे का आंखों देखा हाल वेद बांगा, कैलाश नारंग, देवेन्द्र रेवड़ी, पंकज आहुजा ने माईक के माध्यम से लोगों को सुना रहे थे। रावण दहन के पश्चात दशहरा कमेटी के प्रधान रमेश माटा ने सभी अतिथियों, धार्मिक व सामाजिक संस्थाओं, मीडिया, जिला प्रशासन, हुडा, पुलिस प्रशासन, विद्युत विभाग, नगर निगम का सहयोग के लिए आभार व्यक्त किया।दशहरा स्थल पर रावण दहन के पश्चात दशहरा कमेटी के सभी सेवादार श्री राम जी की जयजयकार करते हुए मंच पर एक दूसरे के गले लगकर विजयदशमी की शुभकामनाएं दी।
रएवं दहन से 5.40 पर हनुमान चालीसा का पाठ हुआ। जो 10 मिनट चला जैसे जैसे वक्त कम होता गया लोगों में उत्सुकता बढ़ती गई। रावण दहन के साथ ही सबका उत्साह चरम पर पहुँच गया।
रावण दहन के बाद आतिशबाजी की गई। अंत के क्षणों में दशहरा स्थल का पूरा घेरा हनुमत स्वरूपों एवं उनके साथ आए सेवादारों से भर गया जिनकी रावण परिवार के चारों तरफ लगाई गई परिक्रमा से पूरा आकाश धूल से भर गया।
इस बार रावण दहन इंटरलाकिंग टाईलों पर हुआ जिससे रावण दहन वाले स्थान पर इस बार धूल नहीं उड़ी तथा हनुमान स्वरूपों को चलने में सुविधा हुई।
इस अवसर पर डा. जगजीत आहुजा, जयदयाल तनेजा, कृष्ण गोपाल सेठी, अजय आहूजा, दर्शन रामदेव, किशोर रामदेव, महेन्द्र पसरीचा, रमन पाहवा, तरूण छौक्करा, डिम्पी अरोड़ा, सोहन रेवड़ी, चूनी लाल लखीना, चूनी लाल चुघ, राजकुमार छाबड़ा, किशन लाल शर्मा, लीला कृष्ण भाटिया, अशोक नारंग, कृष्ण वधवा, रोहित अग्घी, जोगेन्द्र नरूला, किशोर अरोड़ा, डिम्पी अरोड़ा, चरणजीत ढींगड़ा, राघव रामदेव, ओमप्रकाश रेवड़ी, महेश पाहूजा, सागर रेवड़ी, कैलाश लूथरा, सुरेन्द्र जुनेजा, फतेह चन्द गुलाटी, राहुल खुराना, दीपक मल्होत्रा, के कई सदस्यों समेत कई गणमान्य लोग उपस्थित थे।