साइंस एंड टेक्नोलॉजी फॉर नेशन डेवलपमेंट : अपॉर्चुनिटी एंड ग्लोबल चैलेंजिस” विषय पर 8वीं नेशनल कांफ्रेंस का हुआ शानदार आयोजन 

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Panipat News/Arya PG College Panipat
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  • शोधार्थियों को और ज्यादा मेहनत करने की जरूरत है : प्रो.अमलेन्दु पाल
  • राज्यस्तरीय साइंस मॉडल प्रदर्शनी का भी हुआ आयोजन
आज समाज डिजिटल, पानीपत :
पानीपत। आर्य स्नातकोत्तर महाविद्यालय के रसायन विभाग द्वारा  मंगलवार को “साइंस एंड टेक्नोलॉजी फॉर नेशन डेवलपमेंट : अपॉर्चुनिटी एंड ग्लोबल चैलेंजिस” विषय पर 8वीं नेशनल कांफ्रेंस का आयोजन उच्चतर शिक्षा निदेशालय हरियाणा व इंडियन सांइस कांग्रेस रोहतक चैप्टर एमडीयु रोहतक व रॉयल सोयायटी ऑफ कैमेस्ट्री लंदन के संयुक्त  तत्वावधान में किया गया। कॉन्फ्रेंस में लगभग 350 शोधार्थियों ने अपने शोध प्रस्तुत किए।

सभी अतिथियों का भव्य स्वागत

कॉफ्रेंस में बतौर मुख्य अतिथि सीआरएसयू जींद के कुलपति डॉ.रणपाल सिंह ने शिरकत की। कॉन्फ्रेंस की अध्यक्षता महाविद्यालय प्रबंधन समिति के अध्यक्ष सुरेंद्र सिंगला द्वारा की गई। कॉलेज प्रबंधक समिति के सदस्यों व प्राचार्य डॉ.जगदीश गुप्ता ने महाविद्यालय प्रांगण में पहुंचे सभी अतिथियों का भव्य स्वागत किया व कॉन्फ्रेंस आयोजक व रसायन विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. अनिल कुमार व अन्य स्टाफ सदस्यों को इस शानदार व सफल आयोजन के लिए बधाई दी। मंच संचालन प्रो. रजनी शर्मा ने किया।

कॉफ्रेंस व वैज्ञानिक प्रदर्शनी से विद्यार्थियों में जागरूकता आती है

कॉन्फ्रेंस के प्रथम सत्र का शुभारंभ जींद विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. रणपाल सिंह ने दीप प्रज्वलन के साथ किया। कॉलेज प्राचार्य डॉ. जगदीश गुप्ता ने बताया कि महाविद्यालय में 75 वां आजादी अमृतमहोत्सव मनाया जा रहा है। राष्ट्रीय सांइस दिवस का सेलिब्रेशन इस अमृतमहोत्सव की एक कडी है। राष्ट्रीय स्तर की कॉफ्रेंस व वैज्ञानिक प्रदर्शनी से विद्यार्थियों में विज्ञान के प्रति जागरूकता आती है और सांइटीफिक टैंपर का विकास होता है।

ऐसे विषयों पर शोध करने की भी जरूरत है जो समाज के लिए लाभकारी हो

कॉन्फ्रेंस के मुख्य वक्ता कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय, कुरुक्षेत्र के रसायन विभाग के प्रो.अमलेन्दु पाल ने पॉली इलैक्ट्रोलाईट आयोनिक लिक्विड सिस्टम पर अपना वक्तव्य दिया, और कहा कि इस क्षेत्र में आज नए नए शोध हो रहे हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि रसायन के क्षेत्र में जो शोधार्थी शोध कर रहे हैं उन्हें और भी ज्यादा मेहनत करने की जरूरत है साथ ही ऐसे विषयों पर शोध करने की भी जरूरत है जो समाज के लिए लाभकारी हो। रॉयल सोसायटी ऑफ केमिस्ट्री लंदन नॉर्थ इंडिया सेक्शन, रसायन विभाग दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रो. आरके शर्मा ने ग्रीन केमिस्ट्री नेटवर्क सेंटर इंटेग्राटिंग सस्टेनेबल प्रैक्टिसेज इनटू टीचिंग एंड रिसर्च विषय पर अपना वक्तव्य दिया। कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय कुरुक्षेत्र के रसायन विभाग से प्रो. संजीव अरोड़ा ने ग्रीन अल्टरनेटिव सटुबल बर्निंग विषय पर अपना वक्तव्य दिया।

पोस्टर प्रस्तुति के साथ-साथ मॉडल बनाकर भी प्रदर्शित किए गए

समापन सत्र के मुख्य अतिथि द इंडियन साइंस कांग्रेस एसोसिएशन रोहतक चैप्टर, एमडीयू रोहतक के रसायन विभाग के प्रो.एस.पी खटकड़ ने शिरकत की। उन्होंने अपने वक्तव्य में कहा कि इस तरह की कॉन्फ्रेंस और सेमीनारों का उदेश्य यही होता है कि साइंस को ज्यादा से ज्यादा लोगों के साथ जोडा जाए व समाज को विज्ञान के प्रति जागरूक किया जाए ताकि देश उन्नति में युवा वैज्ञानिक अपना योगदान दे सकें। कॉन्फ्रेंस के दौरान मौखिक प्रस्तुति, पोस्टर प्रस्तुति के साथ-साथ मॉडल बनाकर भी प्रदर्शित किए गए।
मॉडल प्रदर्शनी के परिणाम इस प्रकार रहे 
राज्यस्तरीय विज्ञान मॉडल प्रदर्शनी में मार्कंडेश्वर कॉलेज शहाबाद की टीम ने प्रथम स्थान, आर्य पीजी कॉलेज की टीम ने द्वितिय स्थान, डॉ. एम.के.के स्कूल की टीम ने तृतीय स्थान, एसडी पीजी कॉलेज की टीम ने चतुर्थ व आर्य पीजी कॉलेज की टीम ने पांचवां स्थान हासिल किया। मौखिक प्रेसेंटेशन में राहुल सिंह ने प्रथम स्थान वहीं पोस्टर प्रेसेंटेशन में प्रतिभा अहलावत ने प्रथम स्थान, चेतन कुमार ने द्वितीय स्थान, तृतीय स्थान नेहा बंसल, चतुर्थ स्थान राहुल व पांचवां स्थान मोनिका एटोनि ने हासिल किया कॉन्फ्रेंस संयोजक व रसायन विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ.अनिल कुमार ने बताया कि 260 शोध पत्र व 350 शोधार्थियों ने कांफ्रेंस भाग लिया। कांफ्रेंस के समापन पर उन्होंने सभी अतिथियों, मुख्य वक्ताओं  व शोधार्थियों का कॉन्फ्रेंस में पहुंचने पर आभार व्यक्त किया। कॉन्फ्रेंस में डॉ. गीताजंली धवन, प्रो शिखा गर्ग, प्रो. सुदेश, प्रो. अदीति मित्तल, प्राध्यापिका साक्षी, वंदना, डॉ. सत्याश्री, वंदना सैनी, निशा, कोमल, यामिन, आरती, रामकुमार व सुखबीर सिहं,  विकास काठपाल, प्रिया शर्मा समेत सभी स्टाफ सदस्य मौजूद रहे।

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