आज समाज डिजिटल, पानीपत :
पानीपत। जिला के गांव काबड़ी के आर्य समाज मंदिर में आर्य समाज काबड़ी का वार्षिक समारोह और स्वामी दयानंद के अनन्य भक्त एम डी एच के मालिक महाशय धर्मपाल आर्य की जयंती समारोह का आयोजन किया गया। समारोह के मुख्य अतिथि पानीपत जिला परिषद के सदस्य एवं आर्य समाज के प्रखर वक्ता पूर्व चीफ आयुर्वेदिक फार्मासिस्ट जगबीर आर्य रहे। आर्य समाज काबड़ी के प्रधान अजब सिंह आर्य वशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। गांव के सरपंच सोनू सिंह आर्य ने समारोह की अध्यक्षता की। आर्य समाज के भजन उपदेशक रामनिवास आर्य और उप प्रधान ओम दत्त आर्य तथा आर्य समाज हुड्डा वरिष्ठ सदस्य के आर छोक्कर मुख्य वक्ता के रूप में मौजूद रहे, जबकि अजब सिंह आर्य ने मुख्य यजमान की भूमिका निभाई।
वर्तमान युग डिजिटल क्रांति का युग
रमेश आर्य और रमेश चौहान ने वैदिक गीतों के माध्यम से सभी को भाव विभोर कर दिया। मुख्य अतिथि जगबीर सिंह ने कहा कि समाज से अंधविश्वास अज्ञानता और अशिक्षा का अंधकार मिटाने के लिए ही स्वामी दयानंद ने आर्य समाज की स्थापना की थी। उन्होंने कहा कि वर्तमान युग डिजिटल क्रांति का युग है, लेकिन हमारा युवा वर्ग भौतिक वाद के चलते अपनी यह जिम्मेदारी नही निभा पा रहा है ऐसे समय में सभी वैदिक धर्म प्रेमियों को भारत के सभी गांव और शहरों के सभी वार्डों में जा कर वैदिक धर्म का और अधिक प्रचार प्रसार करना चाहिए, ताकि वे वेद के संदेश को घर घर तक पहुंचाया जा सके।
तर्क वितर्क भारतीय संस्कृति की मुख्य विशेषता
उन्होंने कहा कि वाद विवाद और तर्क वितर्क भारतीय संस्कृति की मुख्य विशेषता रही है। हिंदू संस्कृति विश्व की प्राचीनतम संस्कृति है हमारे ऋग्वेद,यजुर्वेद,सामवेद और अथर्ववेद है वेदों में ही नहीं गीता, महाभारत, रामायण और मनुस्मृति तक सांस्कृतिक निरंतरता समाहित है। इस अवसर पर गांव के प्रतिभाशाली छात्र छात्राओं को प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया समारोह को नरेंद्र आर्य, अजब सिंह आर्य, सोनू सरपंच और ओम प्रकाश आर्य ने भी संबोधित किया।
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