पानीपत। डॉ. एमकेके आर्य मॉडल स्कूल पानीपत में मंगलवार को कक्षा तीसरी ‘डी’ के विद्यार्थियों ने देर होने से पहले अपनी बुरी आदतों को छोडो’ विषय पर विभिन्न क्रियाकलापों द्वारा अपनी-अपनी भूमिका निभाई। इस कार्यक्रम के आयोजन में प्रिया ने अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया। कार्यक्रम का शुभारंभ प्रार्थना की मधुर गूंज से किया गया। जिसने वातावरण को पवित्र बना दिया। मंच संचालन वंश और गौरांग द्वारा किया गया।
अच्छी आदतें अपनाएं जो हमारे व्यक्तित्व निर्माण में सबसे बड़ी सहायक होती हैं
इसके उपरांत वासु, प्रथम, निथिला, आर्यन, अरनव, पलक, गौरांग, यशिका और वंश ने अपने भाषणों में बताया कि बुरी आदतों के कारण व्यक्ति समाज में अधिक समय तक टिक नहीं सकता जीवन में सफलता के लिए बहुत जरूरी है, हम अच्छी आदतें अपनाएं जो हमारे व्यक्तित्व निर्माण में सबसे बड़ी सहायक होती हैं। अच्छी आदतों वाला व्यक्ति समाज को हमेशा अपने साथ पाता है। वहीं दूसरी तरफ व्यक्ति की आदत बुरी हो तो वह एक दिन सभी का साथ हमेशा के लिए खो देता है और अपना लक्ष्य भी नहीं प्राप्त कर पाता है।
गलत आदतों को शुरुआत में ही छोड़ देना चाहिए
जीवन को सफल बनाने के लिए अच्छी आदतों का होना बहुत ही महत्वपूर्ण होता हैं अच्छी आदतें किसी भी व्यक्ति को उसकी पढ़ाई ,कैरियर और निजी जीवन को निरंतर अच्छा बनाने में मदद करती हैं वहीं दूसरी तरफ कोई अन्य व्यक्ति बुरी आदतों के साथ चाहे वह कितना भी प्रभावी हो, निराशा को प्राप्त करता है। इसके उपरांत सीरत, आदर्श, रियाना, प्रथम, वंश और अर्जुन ने अपनी कविताओं की प्रस्तुतियों के माध्यम से बताया कि बुरी आदतों की वजह से किसी भी व्यक्ति का जीवन बर्बाद हो सकता है। इसलिए गलत आदतों को शुरुआत में ही छोड़ देना चाहिए। क्योंकि ज्यादा समय होने के बाद ऐसी आदतों को छोड़ना बहुत मुश्किल हो जाता है।
गलत आदतें हमें अपने लक्ष्य से भटका देती हैं
कक्षा के विद्यार्थियों द्वारा विषय से संबंधित सामूहिक गान व नृत्य की सुंदर प्रस्तुति दी गई। जो सभी को मंत्रमुग्ध करने वाली थी।अंत में बच्चों द्वारा प्रस्तुत प्रश्नोत्तरी ज्ञानवर्धक रही। विद्यालय के निदेशक रोशन लाल सैनी, प्रधानाचार्य मधुप परासर, मीरा मारवाह एवं विद्यालय की शैक्षिक सलाहकार मती मंजू सेतिया ने विद्यालय के विद्यार्थियों को प्रोत्साहित करते हुए संदेश दिया कि बुरी आदतों की वजह से आदमी को अपने घर परिवार और समाज में अपमानित होना पड़ सकता है, गलत आदतें हमें अपने लक्ष्य से भटका देती हैं। इसलिए इन आदतों को जल्दी से जल्दी छोड़ देना चाहिए। जीवन में आदर्श बनने के लिए अच्छी आदतों को ग्रहण कर बुरी आदतों का त्याग करना चाहिए।