डॉ. एमकेके आर्य मॉडल स्कूल में अंतरसदनीय विज्ञान प्रतियोगिता में दिखाया सभी सदनों ने अपना बौद्धिक कौशल

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Panipat News/All the houses showed their intellectual prowess in the inter-house science competition at Dr. MKK Arya Model School
Panipat News/All the houses showed their intellectual prowess in the inter-house science competition at Dr. MKK Arya Model School
आज समाज डिजिटल, Panipat News :
पानीपत। डॉ. एमकेके आर्य मॉडल स्कूल में  अंतरसदनीय विज्ञान प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, जिसमें विद्यालय के चारों सदनों के विद्यार्थियों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया। इस प्रतियोगिता का संचालन विद्यालय के विज्ञान विभाग के वरिष्ठ वर्ग के अध्यापकों द्वारा किया गया। मंच संचालन का कार्य जतिन वर्मा व सोनल द्वारा किया गया। इस प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता में कक्षा नौवीं से बाहरवीं तक के विद्यार्थियों ने अपनी बौद्धिक कुशलता का परिचय दिया। विज्ञान प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता का उद्देश्य युवा छात्रों के मन में वैज्ञानिक जांच, विश्लेषणात्मक सोच की भावना पैदा करना और नवोदित वैज्ञानिकों के विचारों के आदान-प्रदान के लिए एक मंच प्रदान करना था।

प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेने से बढ़ता है विद्यार्थियों का आत्मविश्वास 

विज्ञान प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेने से विद्यार्थियों का ज्ञानवर्धन होता है और उनका आत्मविश्वास बढ़ता है। इन विज्ञान प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिताओं को देखकर अन्य विद्यार्थी भी प्रेरित होते हैं । विज्ञान के प्रति उनकी रुचि बढ़ती है और विद्यार्थी विज्ञान प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिताओं में भाग लेते हैं। इन प्रतिभागियों में से एक दिन देश को सर्वश्रेष्ठ वैज्ञानिक मिलता है। विज्ञान प्रतियोगिता में विद्यालय के चारों सदनों अहिंसा, आस्था, शक्ति और निष्ठा के विद्यार्थियों ने एक -एक टीम के रूप में भाग लिया। इन विद्यार्थियों का चयन पूर्व परीक्षा के आधार पर किया गया था। चारों सदनों के सदस्य कक्षा नौवीं, दसवीं, ग्यारहवीं और बारहवीं से चयनित किए गए थे। विज्ञान पर आधारित एक सामान्य ज्ञान के रूप में इस आयोजन में विज्ञान और प्रौद्योगिकी से संबंधित विभिन्न क्षेत्रों पर आधारित प्रश्न थे।

सात दौर में हुई प्रतियोगिता

इस प्रतियोगिता के सात दौर थे, पहला सामान्य दौर, दूसरा एमसीक्यू दौर, तीसरा संक्षिप्ताक्षर दौर, चौथा दृश्य दौर, पांचवां विज्ञान और प्रौद्योगिकी दौर, छठा प्रायोगिक दौर, सातवां तीव्रगामी दौर। हर दौर में दो उपदौर रखे गए। प्रत्येक प्रश्न का उत्तर देने के लिए एक टीम को 30 सेकंड का समय दिया गया। कुल सौ अंकों की इस प्रतियोगिता में विद्यार्थियों ने बड़ी तीव्रता और कुशलता से अपने बौद्धिक कौशल का परिचय दिया। पहले और दूसरे दौर में प्रत्येक प्रश्न के लिए पाँच अंक, दौर तीन ,चार ,पाँच और छह में प्रत्येक प्रश्न के लिए दस अंक निर्धारित किए गए। यह  आयोजन छात्रों के लिए बहुत ही शिक्षाप्रद और ज्ञानवर्धक साबित हुआ। यह स्कूल द्वारा एक बहुत ही सराहनीय प्रयास था। विद्यार्थियों के लिए भी यह एक अद्भुत अनुभव था।

शक्ति सदन प्रथम

विद्यालय के निदेशक रोशन लाल सैनी ने विद्यार्थियों की प्रशंसा करते हुए विजेता टीम को बधाई दी और कहा कि सभी विद्यार्थी अपने जीवन में सफल हो, इसके लिए आत्मविश्वास का होना बेहद आवश्यक है। चाहे कोई भी कार्य करना हो या फिर किसी विषय पर निर्णय लेना हो, सबके लिए  मनोबल का होना महत्वपूर्ण है। अगर व्यक्ति आत्मविश्वास से भरपूर होगा, तो ही किसी काम में कामयाबी हासिल कर सकता है। प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिताओं से विद्यार्थियों का सर्वांगीण विकास होता है। इन उद्देश्यों की पूर्ति के लिए स्कूल समय-समय पर ऐसी प्रतियोगिताएँ करवाता रहता है। विद्यालय के प्राचार्य मधुप परासर एवं मीरा मारवाह ने विद्यार्थियों की इस कार्यकुशलता, उत्साह व सृजनात्मकता की प्रशंसा की और उन्हें जिज्ञासु प्रवृत्ति बनाए रखने के लिए प्रेरित किया,जिससे उनकी व्यक्तिगत व सामाजिक उन्नति होती रहे। प्रतियोगिता में प्रथम शक्ति सदन, द्वितीय आस्था सदन, तृतीय अहिंसा सदन, चतुर्थ निष्ठा सदन रहा।