- ड्रोन खरीदने के लिए स्टेट बैंक आफ इंडिया ने एग्रीकल्चर इंफ्रास्ट्रक्चर फंड के तहत 2 करोड़ रूपए का लोन मुहैया कराया
आज समाज डिजिटल, पानीपत :
पानीपत। हरियाणा के किसानों के लिए अब किराए पर किसान ड्रोन की सहायता से छिड़काव की सुविधा उपलब्ध होगी। नीलकंठ फार्मेशन को किसान ड्रोन खरीदने के लिए स्टेट बैंक आफ इंडिया ने एग्रीकल्चर इंफ्रास्ट्रक्चर फंड के तहत 2 करोड़ रूपए का लोन मुहैया कराया है। कंपनी इस राशि का उपयोग अनेक ड्रोन की खरीदारी में करेगी और पूरे हरियाणा में किसानों को बहुत कम शुल्क पर छिड़काव की सुविधा उपलब्ध कराएगी।
एक एकड़ की भूमि में छिड़काव करने में सक्षम
ड्रोन निर्माता कंपनी आयोटेकवर्ल्ड एविगेशन ने नीलकंठ फार्मेशन के साथ एक करार किया है, जिसके उपरांत नीलकंठ फार्मेशन को एग्रीकल्चर इंफ्रास्ट्रक्चर फंड के तहत 2 करोड़ रूपए का लोन प्रदान किया गया है। आमतौर पर कोई भी किसान ड्रोन 6 से 7 मिनट में एक एकड़ भूमि में कीटनाशकों का छिड़काव कर देता है और ड्रोन द्वारा इस प्रक्रिया में पानी की जरूरत भी महज 10 लीटर की होती है। इस ड्रोन से जहां एक ओर किसानों के स्वास्थ्य पर कोई प्रतिकूल असर नहीं पड़ता है। वहीं समय की भी अपार बचत होती है और यह मिनटों में ड्रोन के माध्यम से एक एकड़ की भूमि में छिड़काव करने में सक्षम है।
भारत में कम से कम 1000 ड्रोन की तैनाती होगी करेगी
किसान ड्रोन ‘एग्रीबोट’ को ड्रोन निर्माता कंपनी आयोटेकवर्ल्ड एविगेशन द्वारा सिंजेंटा कंपनी के साथ ड्रोन सेवा के माध्यम से हरियाणा के कलस्टरों में तैनात किया जाएगा। उम्मीद की जा रही है कि ‘क्रॉपवाइज ग्रोअर’ ऐप के माध्यम से साल दर साल इसकी मांग बढ़ेगी। आयोटेकवर्ल्ड के महाप्रबंधक सौरभ भारद्वाज ने कहा कि वित्त वर्ष 2023-24 में आयोटेकवर्ल्ड और सिंजेंटा छिड़काव सेवा मॉडल के तहत पूरे भारत में कम से कम 1000 ड्रोन की तैनाती होगी करेगी। सौरभ भारद्वाज ने बताया कि हम ग्रामीण युवाओं के लिए रोजगार सृजन की दिशा में भी काम कर रहे है। जो युवा 10वीं-12वीं पास हैं, उन्हें ग्रामीण स्तर के एक उद्यमी (वीएलई) के रूप में विकसित किया जा रहा है। वह इस योजना के तहत अब ‘एग्रीबोट’ के मालिक होंगे और किसानों को छिड़काव की सेवाएं प्रदान करेंगे।