आज समाज डिजिटल, पानीपत :
पानीपत। गीता यूनिवर्सिटी पानीपत में बैठक मे शैक्षणिक सत्र 2023-24 को लेकर प्रबंधन बोर्ड की अहम बैठक आयोजित हुई। बैठक मे बीटेक ऑनर्स कंप्यूटर साइंस, बैचलर ऑफ़ डीजाइनिंग, बीबीए ऑनर्स, एमबीए फिनटेक व बीए एलएलबी इंटेग्रेटिड प्रोग्राम शुरू करने पर सहमति हुई। वहीं नेशनल एजुकेशन पॉलिसी 2020 को पूर्णतः लागू करने पर विचार विमर्श किया गया। आयोजित बैठक की अध्यक्षता प्रबंधन बोर्ड के चेयरमैन एवं कुलपति डॉ विकास सिंह ने की।
कुलपति डॉ विकास सिंह ने बताया कि छात्रों के चहुंमुखी विकास के लिए नए शैक्षणिक सत्र से गीता यूनिवर्सिटी ने विभिन्न इंटरनेशनल संस्थानों के साथ अनुबंध कर नए प्रोग्राम शुरू कर रही है।
कुलपति डॉ विकास सिंह ने बताया कि छात्रों के चहुंमुखी विकास के लिए नए शैक्षणिक सत्र से गीता यूनिवर्सिटी ने विभिन्न इंटरनेशनल संस्थानों के साथ अनुबंध कर नए प्रोग्राम शुरू कर रही है।
इंड्रस्टी की जरूरतों के अनुरूप ही छात्रों को डिग्री कराई जाएगी
जिसमें इंड्रस्टी की जरूरतों के अनुरूप ही छात्रों को डिग्री कराई जाएगी। जिसमें स्कूल ऑफ़ कम्प्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग के छात्रों के लिए बीटेक ऑनर्स कम्प्यूटर साइंस के लिए आई नर्चर के साथ अनुबंध कर छात्रों के लिए कलाउड टेक्नोलॉजी और इनफार्मेशन सिक्योरिटी, डाटा साइंस एंड बिजनेश अनेलीटिक्स व इमेजन एक्सपी के साथ अनुबंध कर ब्लॉक चैन का की डिग्री शुरू की है। स्कूल ऑफ़ डिजाइन मे इमेजिन एक्सपी के साथ अनुबंध कर बैचलर डिजाइन मे यूएक्स डिजाइन व गेम डिजाइन एंड मेटवर्स प्रोग्राम, स्कूल ऑफ़ मैनेजमेंट के बीबीए ऑनर्स प्रोग्राम मे आई नर्चर के साथ अनुबंध के आधार पर इंटरप्रानेरशिप एंड इनोवेशन, रिटेल मैनेजमेंट, बिजनेस इनालीटिक्स व इमेजिन एक्सपी के साथ स्पोर्ट्स मैनेजमेंट में डिग्री, एमबीए डिपार्टमेंट मे इमार्टिकस लर्निंग जे साथ मिलकर फिन्टेक व गीता ग्लोबल लॉ स्कूल में बीए एल एल बी इंतिग्रेटिड प्रोग्राम शुरू कर रही है।
दाखिले के लिए दूसरे राज्यों का रुख नहीं करना पड़ेगा
छात्रों को अब इन प्रोग्राम में दाखिले के लिए दूसरे राज्यों का रुख नहीं करना पड़ेगा। उन्होंने बताया कि यूजिसी द्वारा पीएचडी के लिए जारी की गई गाइडलाइन 2022 के तहत यूनिवर्सिटी पीएचडी प्रोग्राम शुरू कर रही है। रिसर्च वर्क करने के इच्छुक अभ्यार्थी कई बार दूर जाने के कारण अपनी पीएचडी नहीं कर पाते थे। अब गीता यूनिवर्सिटी पानीपत मे क्षेत्र के छात्र अपनी रिसर्च जारी रख सकते है। इस मौके पर आयोजित बैठक मे प्रबंधन बोर्ड के चेयरमैन एवं कुलपति डॉ विकास सिंह, डॉ संदीप कंधवाल, सदस्य नेहा बंसल, अमेठी यूनिवर्सिटी के डीजी डॉ अजय राणा, जगन्नाथ यूनिवर्सिटी के प्रो चांसलर डॉ विके अग्रवाल, पीवीसी डॉ गुलशन चौहान, डॉ प्रेरणा डावर, डॉ अनिल कुमार लांबा, डॉ रितेश गुप्ता, डॉ जसकरण सिंह, सुनील सैनी, डॉ धर्मेंद्र कुमार डीन जीआईए, सचिव व रजिस्ट्रार डॉ बीके अंबष्टा उपस्थित रहे।