- कार्तिक पूर्णिमा मंगलवार को चंद्रग्रहण
- 15 दिन में दूसरा ग्रहण बढ़ाएगा रोग
आज समाज डिजिटल, पानीपत :
पानीपत (बापौली): दिवाली पर सूर्य पर ग्रहण ग्रहण लगने के बाद अब कार्तिक पूर्णिमा यानी देव दीपावली पर पर चंद्रमा पर ग्रहण लगने जा रहा है। 25 अक्टूबर दीपावली के दिन सूर्य ग्रहण पड़ चुका अब 15 दिन में ही देव दिवाली को चंद्र ग्रहण 8 नवम्बर को पड़ने वाला है। इतने कम अंतराल में सूर्य और चंद्रमा दोनों पर ग्रहण लगने से रोग बढ़ेंगे। जलमाना गांव की लक्ष्मीनारायण विद्यापीठ के संचालक व इन्दिरा गांधी प्रियदर्शन नेशनल अवार्ड से सम्मानित ज्योतिषाचार्य पंडित हवा दत्त कौशिक ने बताया कि ग्रहण कभी भी पूरी तरह शुभ या अशुभ नहीं होता।
चंद्रग्रहण 8 नवंबर कार्तिक पूर्णिमा मंगलवार को होने जा रहा है
कुछ राशियों के लिए यह शुभ तो कुछ के लिए अशुभ परिणाम देता है। वैसे सूर्य ग्रहण के बाद चंद्र ग्रहण का होना अधिक हानि नहीं पहुंचाता फिर भी ग्रहण शुभ नहीं हैं। 15 दिनों में मंगलवार दीपावली को सूर्य ग्रहण के बाद देव दीवाली मंगलवार को ही चंद्रग्रहण 8 नवंबर कार्तिक पूर्णिमा मंगलवार को होने जा रहा है। सूर्य ग्रहण भी 25 अक्तूबर अमावस्या को मंगलवार के ही दिन था। 30 नवंबर को मेष राशि का स्वामी मंगल वक्री होगा जो 12 जनवरी को मार्गी होगा। साथ ही सूर्य व चन्द्र ग्रहण दोनों के समय शनि ग्रह का सूर्य ग्रह व चन्द्र ग्रह से केंद्र योग शनि का मंगल ग्रह से पाष्टक योग बना हुआ है।
ग्रहण से तनाव और भय बढ़ेगा
चंद्र ग्रहण से राजनीतिक उठापटक होगी, वहीं अंतरराष्ट्रीय देशों में परस्पर तनाव बढ़ने से युद्ध मय वातावरण बनेगा। विश्व में भय बनेगा, रोगों में वृद्धि होगी। भारत में धर्म वृद्धि देखने को मिलेगी। व्यापारिक वस्तुओं पर असर शेयर्स, गुड़, सरसों धातु, अनाज, सूत, कपास, अनाज में तेजी देखने बनेगी। कहीं कहीं वर्षा भी हो सकती हैं।
किस राशि पर क्या रहेगा असर
मिथुन, कर्क, वृश्चिक, कुंभ वालों को धन लाभ, सुख और मेष, वृष, सिंह, कन्या, तुला, धनु, मकर, मीन को हानि कष्ट रहेगा चंद्रग्रहण भरणी नक्षत्र मेष राशि में भारत के पूर्वी भाग अरुणाचल प्रदेश, असम, नागालैंड मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा, मेघालय, सिक्किम, पश्चिम बंगाल, झारखंड, बिहार, उड़ीसा, उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़ में ग्रस्तोदय खग्रास चंद्र ग्रहण दिखाई देगा। शेष भारत में ग्रस्तोदय खण्डग्रास चंद्रग्रहण दिखेगा।
कैसे लगता हैं चंद्र ग्रहण
जब सूर्य क्रांति मंडल में व चंद्रमा विमंडल में अपनी अपनी कक्षा में परिभ्रमण करते है और सूर्य से छ: राशि के अंतर पर पूर्णिमा के दिन जब सूर्य, पृथ्वी, चंद्रमा एक सीध में होते हैं तो पृथ्वी की छाया चंद्रमा को ढक लेगी तब चंद्र ग्रहण होता है। ग्रहण का स्पर्श 14.29 बजे ग्रास प्रारंभ 15.46 बजे ग्रहण का मध्य 16.29 बजे खग्रास समाप्त 17.12 बजे ग्रहण का मोक्ष 18.19 बजे।
ये भी पढ़ें: अब जो हकूमत के खिलाफ लड़ता है उसको भी आतंकवादी कहां जा रहा है :अमृतपाल सिंह
ये भी पढ़ें :आदमपुर में भव्य जीत के साथ भव्य बने विधानसभा के सबसे युवा विस सदस्य : मनोहर लाल
ये भी पढ़ें :मुख्यमंत्री ने फिल्म की पूरी टीम को दी शुभकामनाएं, कहा- इतने चैलेंजिग विषय पर फिल्म बनाना बेहद सराहनीय
Connect With Us: Twitter Facebook