बी.के. भारत भूषण बताया कि नशा जीवन में मजा नहीं बल्कि सजा दिलाने वाला वह गुप्त शत्रु है, जिसे आज का मानव अपना दोस्त समझ रहा है। यदि इस समाज को ऐसे शत्रु से बचाना है तो मनुष्य के अंदर छिपी हुई अच्छाइयों को उसे पहचानना होगा, जिसमें राजयोग अति कारगर सिद्ध हुआ है। किसी ने इसे अपने जीवन में धारण किया वह मनुष्य दूसरों के लिए प्रेरणा स्रोत बन जाता है और समाज के उत्थान में एक अहम भूमिका अदा कर सकता है। उन्होंने आगे राजयोग के कुछ कारगर टिप्स देते हुए सभी को अपने जीवन में इसे अवश्य ही धारण करने का मार्ग प्रदर्शित किया। बी.के.ललीता ने कहा कि संपूर्ण देश में चलाए जा रहे नशामुक्त भारत अभियान को सरकारी और गैर-सरकारी संगठनों से सकारात्मक सहयोग मिल रहा है। लोग तेजी से अभियान से जुड़ रहे हैं।
हजारों लोगों ने इन कार्यक्रमों से जुडक़र नशामुक्ति का संकल्प लिया है। लोगों की सेवाकेंद्रों के माध्यम से काउंसलिंग कर नशा छुड़ाया जा रहा है। सरपंच डिम्पल रावल ने कहा कि परमात्मा की हम बच्चों से आस है कि मेरे लाड़ले बच्चे तुम्हें स्वयं का उद्धार कर जग परिवर्तन के कार्य में अपना सहयोग देना है। जैसे हमारा जीवन बदला है ऐसे दूसरों का जीवन बदलना है। इसलिए पहले ज्ञान-योग से अपने जीवन को आदर्श बनाकर दूसरों के लिए प्रेरणास्रोत बनना है। इस मौके पर मोनिका बहन, दिव्या बहन, रामधन, रमेश, भोपाल आदि अनेक मौजूद थे।